रचनात्मक काममे आघे बह्रलै मनोसामाजिक स्वास्थ्य समस्या रहल नविन
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ११ पुस । नौ बरस पहिले नविन चौधरीहे मै का करटु कना चिज कौनो होस हवास नइरहिन । मनोसामाजिक स्वास्थ्य समस्या भोग्टी आइल उहाँ अब्बे पूर्ण रुपसे मजा हुइलपाछे रचनात्मक काममे आघे बह्रल बटै । नविन चौधरी राजमिस्त्रीके काम कैना सुरु करल बटैले बटै ।
कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर ६ जाली निवासी २५ बर्षिय चौधरीके छोटेसे पह्राई मजा रहे । उहाँ बाल्यकालसे धनगढीके ज्ञान विद्या निकेतन तारानगरमे पह्राई सुरुवाट रहिट । ढेर पह्रलिखके भारी मनै बन्ना सपना बोक्टी कक्षा ७ मे पुग्लैं । नविनके बाबा हरेक इच्छा पुरा करटी आइल रहिन ।
मने नविनके बाबा सौतिनिया जन्नी नानलपाछे नविनहे एका–एक माया डेहे छोरलिन । नविनके छाईहेफे हेल्हा करे लग्लिन । परिवारमे बेमेल हुइलपाछे नविनहे मानसिक स्वास्थ्य समस्या डेखा परल । उहाँ अपन बाबक माया पाइक लाग तडप्लैं । बाबा कुछ वास्ता नइकरल नविन बटैठै ।
नविन कहठै, ‘बाबा एक ठो कार्यालयके गाडी चालक हो । घरमे सक्कु जाने सुखी रही । उ बेला बाबा कमाइल पैसा घरे डेहे, प्रगती हुइटी गैल रहे । बाबा दुई ठो मोटरसाइकलफे किन्ले रहे । एक ठो अपन लाग ओ एक ठो मोर लाग । बाबा कहे, टै भारी हुके क्याम्पस पह्रबेटे यिहे मोटरसाइकल लैजिबे कहिके, मने विचमे दुसर जन्नी लेहल । बहुविवाह करलपाछे महि ओ डाईहे माया करे छोरल, उल्टे रोजना झगडा करे जिहीसे मोरमे मानसिक स्वास्थ्य विल्गैना सुरु करल ।’
मानसिक स्वास्थ्य समस्या आइलपाछे मै जहाँ तहाँ भागजाउ, जा पाउ उहे करुँ मही कुछ बाट पत्ता नइरहे । मोरडाई मोरिक हेरचाह करे । बाबा कुछ वास्ता नइकरल । बाबा घरे पैसाफे डेहे छोरल, घरेक आर्थिक अवस्था कम्जोर रहे । बोडिङ स्कूलमे फि टिरे नइसेक्के मैे कक्षा आठसे बासुदेवी माविमे पह्रे लग्नु । मानसिक स्वास्थ्य आइलपाछे हम्रे गुरुवा बैडवा हेराईबेर कुछ पत्ता नइचलल पाछे लखनाउँसे औषधी कराइलपाछे विस्तारे ठिक हुइल नविन चौधरीके डाई बसन्ती चौधरी बटैठी ।
नविन चौधरी अपने गाउँक बासुदेवी माविसे एसईई पास करलै मने आर्थिक समस्या आइलपाछे उहीसे ढेर पह्रे नइपाइलै । उहाँ कहठै, मोर ढेर पह्रना इच्छा रहे । मने सपना पुरा नइहुइल । बाबाक कारण मानसिक स्वास्थ्य समस्या आइल ।’ स्वास्थ्य मजा हुइलपाछे उहाँ धनगढीके रोदन मेडिकलमेफे दुई बरस काम करल बटैठै । नविन कठै, अब्बे राजमिस्त्रीके काम करठु, दैनिक पाँच सय रुप्या आइठ । यी काम संग्गे योग्यता ओ सीप अनुसार और काम करे सेक्ना आँट आइल बा ।
करिब डेढ बरससे नविन चौधरी मानसिक स्वास्थ्य समस्यामे काम कैना कोशिस नेपालसे प्रदान कैना मनोसामाजिक परामशर्म कक्षामेफे जोरल बटै । कोशिस नेपालके मनोसामाजिक परामर्शकर्ता सरिता चौधरी मनोसामाजिक स्वास्थ्य समस्या रहल व्यक्तिनहे जोरके समुह गठन करल बटैठी । उहाँ कहली, ‘नविन चौधरीफे परामर्श कक्षा लेटी बटै । उ कक्षा लेहलपाछे कुछ करे परठ कना सोचमे बृद्धि हुके राजमिस्त्रीके काम सुरुवाट करले बटै ।’ नविन चौधरीफे राजमिस्त्रीके काम करलवाफत दैनिक पाँच रुप्या पैना ओ जिहीसे औषधी खर्च चलल बटैठै ।
ओस्टेक करके नविनके डाई बसन्ती चौधरीफे गोसियक रबैयाके कारण मानसिक स्वास्थ्य समस्या भोगे परल बटैठी । अटरा ढेर माया कैना गोसिया सौतिनीय ल्यन्ना ओ माया करे छोरके उल्टे हिंसा करलपाछे डिप्रेसनके जाके स्वास्थ्य समस्या आइल उहाँ बटैठी । उहाँ कहली, ‘मै फे डिप्रेसनके औषधी खैठु । घरके मुली कना अपन गोसिया दुसर जन्नी लेके बाहेर चलगैल । अपन कमाही कुछ नइडेहठो । जग्गा कना घरबास केल बा, जहाँ तहाँ मजदुरी करके दैनिक गुजारा चल्टा । छावक मासिक डवाई खर्च २ हजार भारु ओ मोर सय रुप्या परठ ।’
बसन्ती चौधरीफे कोशिस नेपालसे प्रदान कैना परामर्श कक्षमे सामेल हुइटी आइल बटी । अब्बे अपनमे कौनोफे समस्या उजागर कैना आँट आइल बटैठी । परामर्श पाइलपाछे कुछ करे सेकम कना आँट आइल बटैठी ।
उहाँ कहली, ‘गोसिया छोटकी जन्नी लेके बाहेर बैठठ । मोर दुई ठो छावा बटै । बरका छावा नविन चौधरीहे मनोसामाजिक स्वास्थ्य डेखल रहिस अब्बे ठिक होस्याकल । मने औषधी खैटी रलक कारण थोर थोर औषधीके असर परठिस । छुटकी छावा काम करे सेक्ना हुइल बा । मै फै मजदुरी करलेठु ।
मानसिक स्वास्थ्य समस्यासे प्रभावित व्यक्ति तथा ओइनके परिवारके सदस्य टमान खाले समस्या झेल्टी आइल बटै हाल आके औषधी उपचारसे निक हुइटी गैलपाछे अब मानसिक स्वास्थ्य समस्यासे ग्रसित हुइल डाडुभमैया, दिदीवहिनीया लगायत जे कोईफे समाजमे अपहेलित, घृणित जीवनयापनसे गुज्रे नपरे कना शुद्ध सामाजिक भावनासहित मानसिक स्वास्थ्य समस्यासे प्रभावित व्यक्ति तथा परिवारके सदस्य संगठित हुइल बटै ।
नेपालके संविधानसे मौलिक हकके रुपमे प्रदत्त स्वास्थ्य सम्बन्धी हक अन्तरगत प्रत्येक नागरिकहे राज्यसे आधारभूत स्वास्थ्य सेवा निःशुल्क रुपमे प्राप्त कैना तथा स्वास्थ्य सेवामे समान पहुँच हुइना ब्यवस्था करल बा ।
जनस्वास्थ्य सेवा ऐन २०७५ के दफा ३ के उपदफा ४ ९ङ० मे मानसिक स्वास्थ्य सेवाहे आधारभूत स्वास्थ्य सेवाके सुचीमे समावेश करल बा । अपाङता रहल व्यक्तिहुकनके अधिकार सम्बन्धी ऐन २०७४ के परिच्छेद ७ मे मनोसामाजिक अपाङगता रहल व्यक्तिहुकनके स्वास्थ्य, पुनस्र्थापना, सामाजिक सुरक्षा तथा मनोरञ्जनके व्यवस्था समेत करल बा ।
उ ऐनके दफा ३५ ओ ३६ से मनोसामाजिक अपाङता रहल ब्यक्तिहुकनके लाग थप सेवा सुविधाके समेत सुनिश्चितता करल बा । संयुक्त राष्ट्र संघके दिगो विकास लक्ष्य २०१६–२०३० फे मानसिक स्वास्थ्यहे प्राथमिकतामे धारके मानसिक स्वास्थ्यके प्रवर्धन कैना, नइसर्ना रोगसे हुइना मृत्यु एक तिहाइसे कम कैना, लागु पदार्थ दुव्र्यसनीके रोकथाम तथा उपचार एवं पुनस्र्थापनाके लक्ष्य धारल बा ।


