सिकलसेल रोगके अवस्था ओ उपचार विषयक अन्तरक्रिया

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १९ असार । फेथ मिडिया प्रालिके आयोजनामे बुधके रोज धनगढीमे सिकलसेल रोगके अवस्था ओ उपचार विषयक अन्तरक्रिया कार्यक्रम हुइल बा ।
कार्यक्रममे डाक्टर सुभेषराज कायस्थ सिकलसेल रोगके बारेमे जानकारी करैले रहैं । उहाँक अनुसार सिकलसेल हुइलमे सबसे पहिले रगत अल्पता हुइना ओ उहाँहुकनमे शरीरसे रगत कम हुइठ । अस्टेक, हात, गोरके हड्डी, मेरुदण्ड तथा करंग पिरैना करठ । साथे जण्डिस फेन देखा परठ । अस्टेक पेट पिरैना लक्षण देखा परना बटैलैं । उहाँ सिकलसेलके यकिन उपचार नैरहल मने, समयमे रोगके उपचार हुइल, औषधि हुइ कलेसे यी रोगहे न्यूनीकरण करे सेक्ना बटैलैं । उहाँहुकनहे बेला–बेलामे रगत चह्राइ परना रहल ओरसे समय–समयमे रगत जाँच करेपरना डा. कायस्थ बटैलैं । उहाँ यी रोग ढेर जैसिन थारु समुदायमे देखा परना बटैलैं ।
कार्यक्रममे थारु कल्याणकारी सभाके पूर्व अध्यक्ष माधव थारु सिकलसेल रोगहे सामुदायिक स्वास्थ्य समस्याके रूपमे लेके सरकारसे यकर समाधानके लाग पहल करेपरनामे जोड डेले रहैं । उहाँ सिकलसेल रोग विरुद्धके सचेनतामूलक कार्यक्रमसे लेके रोगसे पीडितहुकनके उपचारके लाग सरकार व्यवस्थापन करेपरना बटैलैं । उहाँ सिकलसेल पीडितहुकनके जीवन निर्वाहहे सहज एवं सरल करेक लाग सामाजिक सचेनाके आवश्यकता रहल औंल्यइले रहैं ।
कार्यक्रममे अधिवक्ता जोहारीलाल चौधरी सिकलसेल पीडितहे मध्यनजर कैके सरकारसे नीति तथा कार्यक्रम बनाके कार्यान्वयन करेपरनामे जोड डेले रहैं ।
अस्टेक, कार्यक्रममे ठाकुरप्रसाद करियाप्रधान समुदायमे रहल सिकलसेल पीडितहुकनके खोजी तथा अनुसन्धान कैके सिकलसेल रोग न्यूनीकरणके लाग स्थानीय स्तरसे पहल करेपरना बटैले रहैं । कार्यक्रम सामाजिक विकास मन्त्रालय सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके सहकार्यमे हुइल रहे ।
आदिवासी जनजाती थारु समुदायमे सिकलसेल एनिमिया रोग गम्भीर चुनौतीके रुपमे रहल बा । सेती प्रादेशिक अस्पताल धनगढीके तथ्यांक अनुसार कैलाली जिल्लाके ६ सय ६५ ओ कञ्चनपुरमे दुई सय ६४ कैके नौं सय ४९ जाने सिकलसेल एनिमियाके विरह्म्य उपचार करैटी रहल बटै । सरकारसे सिकलसेलके परीक्षण ओ उपचार निःशुल्क कैलेसेफे अलग्य उपचार कक्षके व्यवस्था नैहुके समस्या हुइटी रहल बा ।
सिकलसेल रलक व्यक्तिहे शरीर, हाडजोर्नी बठैना, कमलपित्त, रक्तअल्पता, घुमरी लग्ना, शरिर कमजोर लग्नालगायतके समस्या विल्गैना करल स्वास्थ्यकर्मी बटैठै ।
सिकलसेलके अवस्था हेरेबेर कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिकामे सबसे ढेर रहल बटै । सैती प्रादेशिक अस्पतालके तथ्यांक अनुसार यहाँ १५४ जाने सिकलसेल विमारी रहल बटै । धनगढी उपमहानगरपालिकामे १४७, गोदावरीमे ६४, गौरीगंगामे ५४ जाने घोडाघोडीमे ३७, बर्दगोरियामे ४५ जाने रहल बटै । ओस्टेक करके लम्की चुहामे २१, टीकापुरमे ३३, जानकीमे ४७, जोशीपुरमे ४३ ओ भजनी नगरपालिकामे ३९ जाने सिकलसेल विमारी रहल बटै ।
ओस्टेक कञ्चनपुरके बेलौरी नगरपालिकामे ८८, पुनर्वासमे २३, लालझाडीमे २४, कृष्णापुरमे ५६, बेलडाँडीमे २१, शुक्लाफाँटामे १४, बेदकोट १४ ओ भीमदत्त नगरपालिकामे २० जाने सिकलसेल एनिमियाके विमारी रहल बटै ।
