रेशम चौधरी पक्राउ अनधिकृत, न्यायाधीशके क्षेत्राधिकार शाखा अधिकृतसे ‘अपहरण’

पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, १७ वैशाख । अदालतके प्रशासनसे इजलाससे आइल फैसला शैलीमे पत्र लेखके प्रहरीहे डेहलपाछे नागरिक उन्मुक्ति पार्टी (नाउपा) के संरक्षक रेशम चौधरी पक्राउ परल खुलल बा ।
सर्वोच्च अदालतके मुद्दा तथा रिट महाशाखाके शाखा अधिकृत महिमानसिंह विष्ट राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेलसे यीआघे हुइल आममाफीके निर्णय उल्ट्याडेले बटैं । यिहे पत्रके आधारमे प्रहरी चौधरीहे बुधके रोज नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानसे पक्राउ करल हो ।
’यी पत्र प्रथम दृष्टिमे गैरकानुनी ओ गैसंवैधानिक बा,’ चौधरीके अधिवक्ता टेकबहादुर कुँवर कलैं, ’रेशमहे राज्य संयन्त्रके दुरुपयोग कैके थुनल बा ।’ २०८० जेठ १४ राष्ट्रपतिसे डेहल आममाफीके निर्णयविरुद्ध परल रिट सर्वोच्चमे विचाराधीन बा ।
रेशम चौधरीहे पक्राउ करना पत्र कटुइया विष्ट प्रहरीके नियन्त्रणमे

सर्वोच्च अदालतके मुद्दा शाखासे नागरिक उन्मुक्ति पार्टी (नाउपा)के संरक्षक रेशम चौधरी पक्राउ करना पत्र कटुइया शाखा अधिकृत महिमानसिंह विष्टहे प्रहरी नियन्त्रणमे लेले बा । विष्टहे काठमाडौं प्रहरी परिसरके टोली सर्वोच्चसे पक्राउ कैके लैगिल बा । उहाँहे हिरासतमे ढरल बा ।
पक्राउ करे गिल टोलीके एक सदस्यके अनुसार विष्ट टीकापुर घटनामे ज्यान गुमाइल मनैन्के आत्मासे पोलल ओरसे पत्र लिखल बयान डेले बटैं ।
