सहिद दशरथ चन्द स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय सञ्चालन कैना बजेट माग

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ८ जेठ । सहिद दशरथ चन्द राष्ट्रिय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय सञ्चालनके लाग बजेट माग करल बावै ।
कैलालीके गोदावरी नगरपालिका–५ गेटामे सहिद दशरथ चन्द राष्ट्रिय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापनार्थ संघर्ष समितिसे नेपाल सरकारसँग बजेट माग करल हो । स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय सम्बन्धी कानुन प्रतिनिधि सभासे पारित हुइलपाछे प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीहे जिल्ला प्रशासनमार्फत धन्यवाद पत्र पठैटी बजेट माग करल हो ।
समितिके संयोजक लोकराज पाण्डे आगो गेटामे विश्वविद्यालय सञ्चालनके लाग तीन अर्ब बजेट आवश्यक हुइ सेक्ना बटैलै । समितिसे जिल्ला प्रशासन कार्यालय, कैलालीमार्फत प्रधानमन्त्रीहे बुझाइल पत्रमे कहल बावै, ‘आर्थिक बरस २०८२/०८३ के बजेट सङ्घीय संसदमे २०८२ जेठ १५ गते प्रस्तुत कैना हुइल ओरसे आगामी आर्थिक बरसके बजेटमे स्वास्थ्य विज्ञान विश्व विद्यालय ओ शिक्षण अस्पताल सञ्चालनके लाग आवश्यक बजेटके प्रबन्ध करडेहक लाग हार्दिक अनुरोध करटी ।’
समितिसे स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय सञ्चालनके ऐनमे व्यवस्था हुइल अनुसारके पदाधिकारीनहे नियुक्ति प्रक्रिया ओ आगामी आर्थिक बरस भित्रे चिकित्सा शिक्षा अन्तगर्त एमबीबीएसके कोटा निर्धारणके प्रक्रिया आघे बह्रैना माग करल बावै ।
समितिसे ज्ञापन पत्रमार्फत जेठ ४ गते प्रतिनिधि सभासे सहिद दशरथ चन्द राष्ट्रिय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय सम्बन्धी ऐन पारित हुइलमे प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली, सभामुख, राष्ट्रिय सभाके अध्यक्ष, पूर्व प्रधानमन्त्री शेरबहादुर देउवा ओ पुष्पकमल दहाल (प्रचण्ड), शिक्षा विज्ञान तथा प्रविधि मन्त्री, स्वास्थ्य तथा जनसङ्ख्या मन्त्री लगायत टमान विभागके प्रमुख तथा कर्मचारीहे धन्यवादसमेत ज्ञापन करल बावै ।
कैलालीके प्रमुख जिल्ला अधिकार गोगनबहादुर हमाल प्रधानमन्त्री तथा मन्त्रीपरिषद्के कार्यालयमे ज्ञापन पत्र पठैना बटैले बटै । उहाँ विश्वविद्यालयके लाग आवश्यक बजेट व्यवस्थापनके लाग प्रमुख जिल्ला अधिकारीके हैसियतसे फेन समन्वय कैना बटैले बटै ।
स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापनार्थ सङ्घर्ष समितिसे सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री कमलबहादुर शाहहे समेत धन्यवाद डेहल बावै । बिफेक रोज सङ्घर्ष समितिसे मुख्यमन्त्री कमल बहादुर शाहहे भेटके ज्ञापन पत्र बुझाइल हो । मुख्यमन्त्री शाहहे समेत विश्वविद्यालय सञ्चालनके लाग बजेट व्यवस्थापनके लाग माग करल बावै ।
