जेनेभामे लाहुर्निपहे व्यवसाय तथा मानवअधिकार सम्बन्धी अन्तराष्ट्रिय पुरस्कार
पहुरा समाचारदाता
काठमाण्डौ, १० अगहन । यी वर्षके व्यवसाय ओ मानवअधिकार अवार्ड नामक अन्तराष्ट्रिय पुरस्कार नेपालके आदिवासीहरुको मानवअधिकार सम्बन्धी वकिल समूह (लाहुर्निप) हे प्रदान करल बा ।
स्वीजरलैण्डके जेनेभामे आयोजित संयुक्त राष्टसंघके व्यवसाय तथा मानवअधिकार सम्बन्धी १४ औं वार्षिक फोरमके एक विशेष समरोहमे मानवअधिकार तथा व्यवसाय अवार्ड फाउन्डेशनसे उ पुरस्कार्र प्रदान करल हो ।
फाउन्डेशनसे जेनेभामे जारी करल विज्ञप्ती अनुसार यी अवार्ड हरेक वर्ष व्यवसायिक क्रियाकलापके कारण हुइना मानवअधिकार हननके प्रतिरक्षा कैना संस्थाके सम्मान स्वरुप प्रदान कैना करजाइठ ।
इन्डिजिनियस पिपल्स राइट्स इन्टरनेशनलके कार्यकारी निर्देशक समेत रहल फाउन्डेशनके सदस्य जोआन कार्लिङके अनुसार लाहुर्निपके गतिविधिसे आदिवासी समुदायहे आसा जगाइल ओरसे उ अवार्ड प्रदान करल बटैली ।
‘व्यापारिक स्वार्थके कारण आनवअधिकार हनन् हुइल समुदायके लाग लाहुर्निप सबसे भारी शक्ति हो ।’ कार्लिङसे कहलै, –‘सरकार समर्थित व्यापारिक गतिविधिसे नेपालके आदिवासीके लाग लाहुर्निपसे अद्धितिय काम करले बा ।’
व्यवसायिक कानुन व्यवसायीसे ३० बर्ष आघे नेपालके आदिवासीहरुको मानवअधिकार सम्बन्धी वकिल समूह (लाहुर्निप) स्थापना करल हो । लाहुर्निपसे आदिवासीहुकनसंग सहकार्य करटी मानवअधिकारके रक्षा, भूमि, स्रोत साधन ओ जिविकोपार्जनमे प्रभावित आदिवासीहे न्याय ओ क्षतिपुर्तीके लाग बिशेष काम करटी रहल बा ।
लाहुर्निपसे विशेष करके सरकारी लगानी ओ कम्पनीसे सञ्चालन करटी रहल विकास परियोजनासे प्रभावित स्थानीय ओ आदिवासी समुदायके लाग कानुनी सहायता, रणनीतिक मुद्दा दायर कैना कार्य ओ वकालत सम्बन्धी कार्य करटी आइल बा ।
फाउन्डेशनके वोर्ड सदस्य किस्टोफर एभरी, रेगन राल्फ ओ भलेरिया स्कोजीसे नेपालके आदिवासीके मानव अधिकार सम्बन्धी काम करटी रहल संस्थाहे पुरस्कृत करे पाके खुशी लागल बटैलै । उहाँ पुरस्कृत हुइना सूचिमे बंगलादेशके बंगलादेश सेन्टर फर वर्कर सोलिडारी, भारतके चिभिदीप इन्डिया, थाइलेण्डके कम्युनिटि रिसोर्स सेन्टर ओ इन्डोनेशियाके सत्य भूमि समेत पाँच संस्थाहे मनोनित करल मालाहुर्निपसे अवार्ड प्राप्त करल बटैलै ।
उ पुरस्कार ग्रहण करटी लाहुर्निपके उपाध्यक्ष शंकर लिम्बु पुरस्कार आदिवासीहुकनके सामुहिक आन्दोलन तथा न्याय ओ अधिकारके सम्मान करल प्रतिक्रिया डेलै । उहाँ व्यवसायिक तथा सरकारके विकास सम्बन्धी क्रियाकलापहे जवाफदेही बनैना थप प्रेरणा प्राप्त करल ओ अदृश्य द्वन्द्वहे सौहार्दपूर्वक समधान हुइना विश्वास व्यक्त करलै ।
लाहुर्निपसे सन् २०२४ मे एआइपीपीसे ओ २०२५ मे नेपाल आदिवासी जनजाति महासंघसे सम्मान पाइल रहे । साथे यी अवार्डके लाग सन् २०१८ मे छनौट सूचीमे परल रहे ।


