पहुरा
२७ पुष २०८०, शुक्रबार
श्रीराम चौधरी थारू भूमिपुत्र हुइट । सायद यी बातम दुईमत नैहोकी, थारू मानव सभ्यताक प्रारम्भिक चरणठेसे जमिन, जंगल ओ जलसे डब्नीभिर्या खेल्टी अइल । इह ऐतिहासिक कारणसे थारून्हक हरेक संस्कृति, परम्परा, चालचलन ओ सामाजिक मूल्य मान्यता जल,