थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २२ कार्तिक २६४९, शुक्कर ]
[ वि.सं २१ कार्तिक २०८२, शुक्रबार ]
[ 07 Nov 2025, Friday ]

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मोहन्याल गाउँपालिका अध्यक्ष नवलसिंहके निधन

मोहन्याल गाउँपालिका अध्यक्ष नवलसिंहके निधन

पहुरा समाचारदाताधनगढी,१७ चैत । कैलालीके मोहन्याल गाउँपालिका अध्यक्ष नवलसिंह रावलके मंगरके रोज निधन हुइल बा । ७७ वर्षके उमेरमे अध्यक्ष रावलके उपचारके क्रममे काठमाडौँके अन्नपूर्ण न्यूरो अस्पतालमे सकारे निधन हुइल परिवारजन जनैले
ढुरहेरिक् शुभकामना

ढुरहेरिक् शुभकामना

पहाडमे अटवारके ढुरहेरि मनागैलेसे फेन तराइ, मधेसमे सोमबारके ढुरहेरि मना जैटि बा । होरि, होलि शब्दके बेल्साइले ढुरहेरि मौलिक शब्द टे हेरैटि बा, इ टिउहार मनैना मौलिक टौरटरिका फे हेरैटि बा । ओसिन टे ढुरहेरिहे फाग खेल्ना फे कठ । पहिले
विपन्न महिलाके सहारा

विपन्न महिलाके सहारा

उन्नती चौधरीधनगढी, १६ चैत । प्रधानमन्त्री रोजगार कार्यक्रम देशभर चल्टी रहल बा । सरकारसे इहीहे बरवार उपलब्धीके रुपमे लेलेसे फेन आमजनता भर इहीसे प्रत्यक्ष लाभान्वित नैहुइल गुनासो पोख्टी आइल बाटै । रोजगार कार्यक्रमके बजेट सडक नाली
स्वास्थ्य सुरक्षा अपनाके ढुरहेरी मनैना सरकारके आग्रह

स्वास्थ्य सुरक्षा अपनाके ढुरहेरी मनैना सरकारके आग्रह

पहुरा समाचारदाताधनगढी, १५ चैत । कोरोना भाइरसके विमारी फेरसे विल्गाइ लागलपाछे रङके पर्व ढुरहेरी स्वास्थ्य सुरक्षा अपनाके ढुरहेरी मनैना सरकारके आग्रह करले बा । फागुन शुक्ल पूर्णिमाके दिन यी पर्व मनैना करजाइठ । अँटवारसे हिमाली
रंगहस चहकार होलिक रिँट

रंगहस चहकार होलिक रिँट

सेँडुर, रंग अबिर डेउडिउँटन टिक्ना, शुभ कामम बेल्सना रिँट अघट्यसे पुर्खन चलैटि अइल बाट । ओस्हक, गाउँसमाजम गँढुर्या, बरघर्या, चिरिक्या, चौकिडर्वा, केसौका, अगौहा, ककन्डर्वा, मँटावा, भल्मन्सा चुन्लसे फे खुशीक मौकम अबिर घँस्क राहरंगिटकर्ना,
कारोनाके बिच ढुरहेरीक् उल्लास

कारोनाके बिच ढुरहेरीक् उल्लास

पहुरा समाचारदाताधनगढी, १५ चैत । मुलुकके औरे क्षेत्रमे जस्टे पश्चिम तराईमे फेन ढुरहेरी (होली)के उल्लास बह्रल बा । गैल बरस कोरोना भाइरस (कोभिड–१९)से मनाइ नैपाइल ढुरहेरी इ बरस कोरोना बिच हुइलेसे फेन शहर बजार गाउँघरमे उल्लास बह्रल बा ।
कहाँ हेराइल अँगिया ?

कहाँ हेराइल अँगिया ?

माघक डिन ठेसे हमार थारु समुडायम एकठो कहनौटी बा कि आज ठेसे घामक ग्वारा जाम गिलिस कैक । माघ टिह्वार मनैन् घाम हँ फे हम्र आपन अँग्नम परगा डबैठि । थारु समुडायके बयान कर्ना हो कलसे कहाँसे सुरु करि कना हो जाईट । हरेक मेरमेरिक टिह्वार,
सोरठ

सोरठ

एक देशमें कक्षराज नामको एक राजा रहय । बो राजा और बोके राजनगरी बहुत खुसहाल रहय । राजाके बहुत साल हुइगय रहय पर बोके लर्का नाभय रहय । एक दिन राजा अपन गुरूके बुलायके बिचरबायी । राजा कहि, मिर तमान साल हुइगय हय बिहाके, पर बालक नाभय हय ।
ठन्डा बरफ

ठन्डा बरफ

चैट मैन्हाँ सक्कु खेट्वा खालि हुइल रह । टभुनफे म्वार मन जुन्हुँक रहर लेक भरिभराउ रह । सल गाउँक मनै डिनभर मस्रि डाँइट ओ सन्झ्या क पोटाकेक वाह्रा डुङ–डुङ खाँइट । और सालक जस्ट हम्र बटैया खेट्वा नि पाक नि लगाइल रलहि । घर फे टौलान
आइल होरि

आइल होरि

खुसियाके होरि हो बौछारलाल पियर गुलाबि चारुओररंगले सबओर रंगिन जोर । पिचकारि भर भर अबिर रंगखेलब होरि होक चारु भाइ डंग ।हर मुहँम् बा आब अइसिन हालआझ पहारमे टो तराइमे काल्ह । होरिके बहानाम संघरिया सब आइरिस राग हटाके डुस्मनहे चलि