पहुरा
२६ पुष २०७७, आईतवार
माघ लहैली सुरिक सिकार ख्रैली रे हाँ,सखिए हो, माघक पिलि गुरी गुरी जार …। यी गीत थारु गाउँबस्ती चारु ओर गुन्जटी रहल बा । यी थारुहुकनके मघौटा गीत हो । थारु समुदायमे विशेष करके माघ सम्वन्धी मघौटा, ढमार, डफ गीत गैना करजाइठ । काल्हके दिनमे