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‘महामारी ओ विपतमे राज्य गम्भीर नइहुइल’

पहुरा | ८ पुष २०७८, बिहीबार
‘महामारी ओ विपतमे राज्य गम्भीर नइहुइल’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,८ पुस ।
महामारी ओ विपतसे नागरिक समाजमे परल असर सम्बन्धमे कैगिल अध्ययन उप्पर छलफल कैगिल बा ।
अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयके आयोजनामे अध्ययन उप्पर हुइल छलफल कार्यक्रममे कोरोना महामारीके दुसर चरणमे राज्य गम्भीर नइडेखल नागरिक समाजके अगुवाहुक्रे बटैले बटै ।


कार्यक्रममे फाया नेपालके शेरबहादुर बस्नेत अपनेहुक्रे राहत तथा स्वास्थ्य सामाग्री बाँटेक लाग जिल्ला प्रशासन कार्यालयसे आदेश लेहक लाग ३ दिन लागल बटैलै । उहाँ कहलै, निजी स्वास्थ्य संस्था कोरोनाके बेला चुकल मने सरकारी स्वास्थ्य संस्था चुकल डेखगैल रहे ।
फियन नेपालके मुकुन्द राना कोरोना महामारीके बेला विपन्न वर्ग राहातसे बन्चित रहल मने हुइना खैना मनै राहात लेहल बटैलै । उहाँ कहलै, कोरोना विमा करलेसेफे रकम भुक्तानी नइकरगिल । महिला, बालबालिकामैत्री क्वारेन्टाइन नइबनल कारण आइसोलेशनमे बैठुइया सास्ती भोगे परल रहे ।

दलित महिला संघके जिल्ला अध्यक्ष सविना सुनार दलित, जनजाती महिलाहुकन विभेद करल बटैली । राष्ट्रिय दलित समाज कल्याण संघके अध्यक्ष चक्र विक कोरोना महामारीके दुसरा चरणके बेला हिंसामे परल अपाङगता, दलित, महिला उजुरी कैनासे बञ्चित हुइल बटैलै । कोरोना महामारीके विच नीजि अस्पताल नाफामुखी डेखल उहाँ आरोप लगैलै ।

इन्सेकके प्रलेख अधिकृत कृष्ण विक कोरोना महामारीके बेला न्यायसे बञ्चित हुई परल बटैलै । याक नेपालके परियोजना अधिकृत सर्जु प्रसाद चौधरी कोरोना महामारीसंगे बाढ पहिरोके बेलाफे नागरिक ढेर क्षति भोगे परल मने राज्यसे पाई सेवासे बञ्चित हुईल बटैलै । धनबहादुर चौधरी महामारीके बेला राज्यसे अपने निर्वाह करे दायित्वसे पन्छल बल्की निजी तथा संघसंस्था ढेर खटल बटैलै । पत्रकार महासंघ कैलालीके अध्यक्ष हिमालय जोशी कोभिडके दुसर चरणमे संक्रमित ढेर मारमे परल बटैलै । उहाँ कहलै, स्वास्थ्य सामाग्रीमे कालोबजारी हुइलेसेफे राज्य कार्वाही करेनइसेकल कारण संक्रमित दोहरो टेहरो पैसा टिरके सामान किने पर्ना बाध्य हुइलै ।

इन्सेकके कार्यक्रम व्यवस्थापक सम्झा श्रेष्ठ कोरोना महामारीके पहिल चरणमे त्रास केल फैलल मने दुसरा चरणमे क्षति ढेर भोगे परल बटैली । लकडाउनके बेला अप्रवासीहुक्रनहे सीमामे विभेदपूर्ण व्यवहार, अग्रपंक्तिमे काम कैना श्रमिकहुकनहे दुव्र्यवहार, अत्यावश्यक औषधिमे कालोबजारी, नीजि स्वास्थ्य संस्थामे अराजकता, बालबालिकामे लगैना नियमित खोपमे अवरोध हुइल उहाँ बटैली । उहाँ अपाङता तथा लैङिक अल्पसंख्यक समुदाय सेवा सुविधासे बञ्चित हुई परलफे बटैली ।
कार्यक्रमके सहजीकरण इन्सेक सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी करले रहिट । महामारी ओ विपतके बेला अग्रपंक्तिमे काम करुइया मानवअधिकार रक्षक ढेर जोखिममे रहल बटैलै ।

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