थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०६ जेठ २६४८, अत्वार ]
[ वि.सं ६ जेष्ठ २०८१, आईतवार ]
[ 19 May 2024, Sunday ]

रानाथारुनके भासा साहित्य दस्तावेज हुइटी

पहुरा | १ चैत्र २०७८, मंगलवार
रानाथारुनके भासा साहित्य दस्तावेज हुइटी

सागार कुस्मी
धनगढी, ०१ चैत ।
कैलाली ओ कञ्चनपुर जिल्लामे किल बसोबास रहल एकठो किल आदिवासी जाति हो, रानाथारु । इ समुदायके अपन छुट्टे संस्कृति, भेसभुसा, खानपान, रीतिरिवाज, चालचलन बा ।

अपन परम्परा, गीतबाँस, टरटिहुवार बा । भासा साहित्य फेन बा । कुछ समय एहोंर रानाथारुन्के भासा साहित्यके लेखन ओ पोस्टा प्रकासन फेन हुइल बा । जिहिसे रानाथारु साहित्यमे दस्तावेज हुइटी गैल बा ।

रानाथारु डटकमके सञ्चालक तथा शिक्षक नन्दलाल राना सत्तरीके दसकसे एहोंर पहिलेकले कुछ ढेर पत्रपत्रिका ओ पोस्टा प्रकाशित हुइल बटैलैं । अब्बेसम हेर्ना हो कलेसे धनगढी कैलाली से २०६० सालमे श्यामलाल राना ओ नारदमुनी रानाके सम्पादनमे ‘राम–राम’ मासिक पत्रिका निक्रल, ओकर बाड २०६६ सालमे जगदीश रानाके सम्पादनमे ‘लखबारी’ मासिक पत्रिका प्रकाशित हुइल । मने, इ डुनु पत्रिका २–२ अंकसे ढेर निकरे नैसेकल उहाँ बटैलैं ।

ओकर बाड फेनसे रानाथारु भासक पत्रिका प्रकाशन हुइक लाग १० बरस बटिया हेरे परल । ओस्टेके, २०७५ सालमे भानुप्रताप रानाके सम्पादनमे ‘उजियारो’ अर्ध वार्षिक पत्रिका प्रकाशन हुइल । इ जम्मा ४ अंक किल निकरके हेरागैल । उहाँ कहलैं– ‘ओकर बाड लावा जोस जाँगरके साठ २०७६ सालसे नन्दलाल रानाके सम्पादनमे ‘सबेरो’ अर्ध वार्षिक पत्रिका आइल । अब्बेसम इहे किल रानाथारु भासाके नियमित पत्रिका हो ।’

कैलाली–कञ्चनपुरमे बहुतसे गाउँ रानाथारुनके बस्ती फेन गझिनके बा । रानाथारु भासा साहित्यके फेन पोस्टा प्रकाशन हुइल जनता मावि गदरियामे कार्यरत शिक्षिका लक्ष्मी राना बटैली । उहाँक् अन्सार अब्बेसम धनगढी–११, जुगेडा कैलालीके विवेक रानाके २०६४ सालमे ‘बन्धन’ उपन्यास प्रकाशित हुइल बा । जौन रानाथारु भासाके पहिल उपन्यास हो ।

ओस्टेके, कृष्णपुर–९, पचढकी कञ्चनपुरके २०६७ सालमे पदम राना ‘फगुनी’ उपन्यास प्रकाशित हुइल जानकारी डेली । ‘इ रानाथारु भासाके डुसरा उपन्यास हो,’ उहाँ कहली, ‘पाछेक समयमे कुछ कृति ढिरे–ढिरे प्रकाशन हुइटी बा ।’

ओस्टेके, बेलौरी–३, पडाव कञ्चनपुरके बमबहादुर राना (बम्मन)के ‘नाच गीत संग्रह–२०७८’ प्रकाशित हुइल बा कलेसे कृष्णपुर–८, पिपरिया कञ्चनपुरके नारायण रानाके ‘खोजी अंश और वंशकी–२०६९’ प्रकाशन हुइल लक्ष्मी राना बटैली ।

रानाथारु समुदाय भिट्टर अभिन फेन लोक साहित्य बुढापाका लोगन ठन बहुत बा । ओकर संकलन ओ कृति प्रकाशन हुइ नैसेकल हो । यहाँ रानाथारु समुदायसे युवा लोग कलम चलैना जरुरी रहल लक्ष्मी राना बटैली ।

कैलाली ओ कञ्चनपुरसे खोज अनुसन्धान कैके अभिन फेन पुरान पुरान प्रकाशित हुइल पोस्टा फेला पारे सेक्जाइ । शिक्षक नन्दलाल रानाके अनुसार २०४४÷०४५ साल ओर जगन्नाथ रानाके ‘जगन कृत गितावली’ कना पोस्टा प्रकाशित हुइलो पर हाँठ नैपरल बटैलैं । ओहे समयमे ‘खलका’ कना पोस्टा फेन प्रकाशित हुइल रहे इहो फेन हाँठ नैपरल उहाँ बटैलैं ।

अनलाइन पत्रपत्रिका

इ आधुनिक जबानामे प्रविधिके विकाससंगे धनगढी–७, देवहरियाके नन्दलाल राना आँगन बारी मिडिया प्रालि विधिवत रुपमे दर्ता कैके रानाथारु भासाके रानाथारुके पहिल अनलाइन ‘रानाथारु डटकम’ सञ्चालन कैके रानाथारु भासाहे आघे बर्हैटी बटैं ।

ओस्टेके, डोसर अनलाइन धनगढी कैलालीसे ‘बीप्लस नेपाल डटकम’ अनलाइन फेन सञ्चालनमे बा । भानुप्रताप राना ओ भक्तराज राना लोगनके टीम इहि आघे बर्हैटी बा ।

रानाथारु भासा सहित्य संस्कृतिहे आघे बर्हाइक लाग ओहे समुदायके शिक्षित युवा, समुदायसे सम्बन्धित संघसंस्था, स्थानीय निकायसे समन्वय कैके गैलेसे पक्का फेन सक्कु जे आघे बर्हे सेक्जाइ ।

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