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टीकापुर घटनाके निकास नैडेलेसे सदन चले नैडेना चेतावनी

पहुरा | १८ पुष २०७९, सोमबार
टीकापुर घटनाके निकास नैडेलेसे सदन चले नैडेना चेतावनी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १८ पुस ।
नागरिक उन्मुक्तिके प्रमुख सचेतक लक्ष्मण किशोर चौधरी टीकापुर घटनाके निकास नैडेलेसे माघपाछे सदन चले नैडेना बटैले बाटै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशसभाके सोम्मारके आह्वान करल पहिल बैठकहे सम्बोधन कैटी प्रमुख सचेतक चौधरी ओइसीन चेतावनी डेहल हुइट । बैठकहे सम्बोधन कैटी प्रमुख सचेतक चौधरी टीकापुर घटनाके निकास नैडेसे माघपाछेक संसदके कौनो फेन बैठक चले नैडेब । उहाँ हमार लाग आजसे ५ बरस चुनौती ओ अवसरके रुपमे रहल ओरसे उ अवधीमे काम करे नैसेक्लेसे व्यर्थ जैना निश्चित हुइल बटैलै ।

ओहेमारे गम्भीर हुइना जरुरी रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘२०७२ मे संविधान लेखन हुइटी बेला टीकापुर घटना घटल । राजनीतिक अधिकारके क्रममे घटना घटल । मने राज्यसे हमार समुदायहे बरवार अन्याय करले बा । टीकापुर घटनाहे ७ बरससम सरकारसे निकास डेहे सेकल नैहो । घटना अपराधिक नैहो, राजनीतिक घटनाके रुपमे निकास खोजे परल । घटना समाधानसे किल समाज विकास हुइना बा । यदि माघभित्रे निकास नैडेसे माघपाछेक अधिवेसन चचे नैडेब ।’
उहाँ जैसिन रेशम चौधरी डिल्लीबजार कारागारमे जेल जीवन बिटैटी रहल ओ धनगढीके कारागारमे जेलमे फेन हमार संघरिया रहल बाटै । ओइनके निकास सरकारसे डेहे परल उहाँ कहलै । राजनितीक दल तथा सरकारसे व्यक्तिगत स्वार्थके लाग नैहोके निष्पक्ष्य निकास डेहे पर्ना उहाँ बटैलै ।

टीकापुर आन्दोलन व्यक्तिगत स्वार्थके लाग नैहोके इहीहे राजनीतिक मुद्दा बनाके सरकारसे निराकरण करे पर्ना उहाँ जोड डेलै । प्रदेश सांसदहे टीकापुर घटनामे मुछल ‘निर्दोष’ व्यक्तिहे रिहाइके लाग आ–आपन पार्टीमे लबिङ्ग कैडेना समेत उहाँ आग्रह करलै । ‘नेपालके संविधान जारी हुइटी रहल बेला भूगोलहे लावा संरचनामे लानेबर आ–आपन माग रख्टी टमान क्षेत्रमे आन्दोलन हुइल रहे, उ आन्दोलनके माग सरकारसे राजनीतिक रुपसे सम्बोधन करटी आइल रहे,’ उहाँ कहलै, ‘मने टीकापुरमे किल सुनियोजित ढंगसे एक पक्षहे पेलके अपराधी बनाइल बा ।’

नेपालके इतिहासमे राजनीतिक दलसे टमान कालखण्डमे राजनीतिक निकासके लाग आन्दोलन करल स्मरण करैटी उहाँ थारु समुदायउपर राज्यसे विभेद करल बटैलै ।‘मै थारु समुदायसे प्रतिनिधित्व कैना हुइल ओरसे हमार लिल्हारमे फेन अब्बे कलंकके टीका लागल बा, इ कदापी सह्य हुइ सेकी,’ उहाँ कहलै, ‘नेपालके चौथो ढेर जनसंख्या रहल समुदायहे विभेद करल बा, राज्यके कौनो फेन अंगमे समतामूलक समानुपातिक प्रतिनिधित्व कराइल नैहो । ’उहाँ टीकापुर घटनाके कैदीबन्दीहे माघसम रिहा कैना अल्मिेटम डेले बाटै ।

‘माघमे थारुनके बर्का टिहुवार रहल ओरसे इ टिहुवारमे टीकापुर घटनाके राजबन्दीहे निकास नैडेजाइ कलेसे अइना अधिवेशन, सदनहे अवरुद्ध करब,’ उहाँ कहलै । रेशम चौधरी संरक्षक रहल नागरिक उन्मुक्ति पार्टी सुदूरपश्चिम प्रदेश सभामे ७ सांसद रहल बाटै ।

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