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अनुदानमे केल भर नइपर्ना आग्रह

पहुरा | ६ माघ २०७९, शुक्रबार
अनुदानमे केल भर नइपर्ना आग्रह

पहुरा समाचारदाता
हसुलिया, ६ माघ ।
कैलारी गाउँपालिकाके अध्यक्ष राजसमझ चौधरी किसानहुकनके अनुदानके केल भर नइपर्ना आग्रह करले बटै ।

शुकके रोज हसुलियामे सामाजिक सेवा अध्ययन केन्द्रके आयोजनामे हुइल एक कार्यक्रममे बोल्टी उहाँ उ बाट बटवाइल रहिट । कृषि व्यवसायमे मजा काम करटी रहल किसानकहुकनहे प्रोत्साहन करेक अनुदानके व्यवस्था करजाइठ,’ गाउँपालिका अध्यक्ष राजसमझ कहलै, ‘मने बहुट जैसिन व्यक्ति मेहनत कैनासेफे अनुदान पाइक लाग केल व्यवसाय, व्यावसयिक खेती सुरुवाट करल भेटजाइठ । अनुदान ओराइलपाछे उ व्यवसायमे छोरल डेखजैटी बा ।’

उहाँ कहलै, ‘स्थानीय सरकार, संघ संस्थासे डगर डेखाइक लाग, आत्मनिर्भर बन्ना सिखाइक लाग अनुदान डेठै । अनुदान ओराइलपाछे मेहनत नइकैना प्रवृति बह्रटी गैल बा ।’

कैलारी गाउँपालिकामे प्रत्येक बरस डुबान, पटान ओ कटान हुइठ । उब्जनी हुइल अन्नबालीफे नोक्सान हुइटी गैलओरसे खाद्य संकटसे जोगाइक लाग बसन्ते मकै ओ चैत धान लगुइया किसानहुकन यी बरससे अनुदान डेना अध्यक्ष बटैलै ।

गाउँपालिकासे यिहे बरससे बसन्ते मकै ओ चैते धान लगुइयाहे अनुदानके व्यवस्था बा,’ उहाँ कहलै, ‘यी बरस मजा करुइयाहे किसानहुकन प्रोत्साहन करेक लाग औरे बरस फेरसे अनुदानके व्यवस्था करजाई ।’ यूवाहुक्रे लागु औषध दुव्र्यसनीमे फस्टी गैल ओरसे यूवा शक्तिहे कृषि ओ व्यवसाय क्षेत्रसे जोरे पर्ना आवश्यक रहल उहाँ बटैलै ।

कैलारी गाउँपालिकाके प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत विरबहादुर ऐर कृषिमे रासयानिक मलके प्रयोगसे माटीक उर्वरा शक्ति हेरैटी गैल बटैलै । आग्र्यनिक खेतीसेफे आधुनिक खेतीओर ढेर आर्कषण बह्रल कारण रैथान विउविजनफे हेरटी गैल उहाँ बटैलै ।

वडा नम्बर ६ के वडा अध्यक्ष प्रेमबहादुर चौधरी परम्परागत खेती छोरके नयाँ जातके विउ, रासयनिक मलके प्रयोगसे स्वास्थ्यमे गम्भीर असर परटी रहल बटैलै । अनुदानके लाग केल व्यवसाय कैना व्यक्तिहे आबसे अनुदानफे बन्द कैना उहाँ बटैलै ।

आग्र्यनिक खेती अपनथेनसे सुरुवाट कैना कृषक गीता चौधरी बटैली । उहाँ कहली, ‘पहिलेक किसान जैविक मलके प्रयोग करके खेती करिट उ अन्नवाली, टिनामे स्वाद रहे । अब्बे रासयान, विषादीके प्रयोग करके उत्पादन सुरु कैगिल बा । यकर स्वादफे हेराइल बा ।’

सामाजिक सेवा अध्ययन केन्द्रके परियोजना अधिकृत केशव घिमिरे खाद्य उत्पादनकर्ता भोकमरीमे परटी गैल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘विश्वभर ८२ करोड १० लाख मनै भोकमारी बटै । ओम्नेसे ७२ प्रतिशत मनै खाद्य उत्पादनकर्तामे बटै ।’
५३ प्रतिशत खाद्यन्न इन्धन, पशुके दानमे प्रयोग हुइल, तीन भागके एक भाग खाना खेर जैटी रहलफे उहाँ बटैलै ।

ओस्टेक करके सामाजिक सेवा अध्ययन केन्द्रके कैलारी गाउँपालिकाके चार वडामे दिगो विकास, महिला सशक्तीकरण, किसान समुदायमे दिगोपन, समानाताके लाग वाल यूवा उन्मुख एग्रोइकोलोजीके पहल कार्यक्रम कैना बटैलै ।

कार्यक्रममे गाउँपालिका उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी, सामाजिक विकास शाखा प्रमुख यगम कलेल, वडा अध्यक्षहुक्रे, कार्यपालिका सदस्य, वडा सदस्य, टमान शाखाके प्रमुख, सहकारीके प्रतिनिधिहुकनके सहभागिता रहे ।

कार्यक्रमके संचालन सामाजिक सेवा अध्ययन केन्द्रके कार्यक्रम संयोजक भक्तबहादुर खाती ओ स्वागत मन्तव्य केन्द्रके कृषि प्राविधिक सुनिता चौधरी करले रही ।

सामाजिक सेवा अध्ययन केन्द्रसे कैलारीके वडा नम्बर १, २, ७ ओ ८ मे यूवा संजाल, वडा स्तरीय, पालिका स्तरीय यूवा संजाल, विद्यालय स्तरीय छलफल ओ कृषकहुकनके लाग जैविक मल कृषि प्रशिक्षण तालिमलगागत टमान कार्यक्रम कैना जनैले बा ।

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