‘छुवाछुट मुक्त अभिनफे नारामे सिमित’

पहुरा समाचारदाता
हसुलिया, ७ चैत । जातीय छुवाछुट ओ भेदभाव कैना स्वरुप परिवर्तन हुइल एक कार्यक्रमके वक्ताहुक्रे बटैले बटै । ५८ औं अन्तर्राष्ट्रिय जातीय विभेद उन्मुलन दिवसके अवसरमे कैलारी गाउँपालिका ओ दलित समन्वय समितिके मंगरके रोज आयोजना कैगिल उ कार्यक्रममे ओसिन बाट उठल हो ।
उ कार्यक्रमके वडका पहुना रहल नेपाली कांग्रेसके केन्द्रीय सदस्य तथा धनगढी उपमहानगरपालिकाके पुर्व नगरप्रमुख नृपबहादुर वड अब्बेफे दलित, जनजाती, पिछडा वर्गके कौनो ना कौनो बाहनामे पाछे धकेल्ना काम हुइटी रहल ओरसे पाछे पारगिल ओ पाछे परल वर्गहे उप्पर नाने पर्ना आवश्यक रहल बटैले बटै ।
यी वर्गहे उप्पर नन्ना राज्यके दायित्व हो,’ उहाँ कहलै, ‘संविधानतह यी मुलुकके सब जाती वर्ग बराबर हुइट कहल बा । मने दलित, आदिवासी जनजाती, पिछडा वर्गके राज्यके हरेक अंगमे प्रतिनिधित्व हुई नइसेकल हो । ओइनहे आघे अइना वातावरणफे सृजना करे परठ ।’

राज्यके हरेक निकायमे प्रतिनिधित्व कराइक लाग सबसे पहिले पीडित जातीहे शिक्षामे पहिल प्राथमिकता डेहे पर्ना जरुरी रहल उहाँ बटैलै । ओस्टेक उहाँ स्थानीयतहहे सामाजिक विकृति हटाके नमूना पालिका बनैना जनप्रतिनिधि ओ कर्मचारीहुकनहे आग्रह करलै ।
कार्यक्रमके विशिष्ट पहुना दलित महिला अधिकार मञ्चके जिल्ला अध्यक्ष सावित्रा घिमिरे जातीय छुवाछुट उन्मुलन सरकारके नारामे केल सीमित रहल बटैली । उहाँ बटैली, ‘छुवाछुट ओ भेदभाव करुइयाहे कानूनसम्वत कार्वाही कैना कहलेसेफे ऐन कानूनके कार्यान्वयन नइहुइल हो ।’ कैलारी गाउँपालिका जातीय छुवाछुट मुक्त पालिका घोषणा करके आघे बह्रल उहाँ बटैली ।

दलित समन्वय समिति तथा कैलारी गाउँपालिकाके कार्यपालिका सदस्य लालबहादुर विक के अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे कैलारी गाउँपालिकाके प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत विरबहादुर ऐर, गाउँपालिका प्रवक्ता तथा वडा नम्बर ७ के वडा अध्यक्ष दिपेन्द्रबहादुर बम, वडा–५ के वडा अध्यक्ष विष्णुप्रसाद चौधरी, वडा–४ के वडा अध्यक्ष ठागुराम चौधरी, वडा–६ के अध्यक्ष प्रेमबहादुर चौधरी, सुरज परियार, इलाका प्रहरी कार्यालय हसुलियाके इन्चार्ज जयसिंह भण्डारी लगायत मन्तव्य व्यक्त करल रहिट ।

उहे विच १० जाने विद्यार्थीहुकनहे शैक्षिक सामाग्रीफे वितरण कैगिल बा । कार्यक्रमके संचालन जनक भुल ओ योगेन्द्र सुनार करल रहिट । यिहे सांस्कृतिक प्रस्तुतीकरणफे हुइल रहे ।