थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ वि.सं २१ बैशाख २०८१, शुक्रबार ]
[ 03 May 2024, Friday ]

धनगढी–१२ के सिद्धनाथ माध्यमिक विद्यालयमे स्नार्ट बोर्डसे पठनपाठन सुरू

पहुरा | ११ बैशाख २०८१, मंगलवार
धनगढी–१२ के सिद्धनाथ माध्यमिक विद्यालयमे स्नार्ट बोर्डसे पठनपाठन सुरू

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ११ बैशाख ।
धनगढी–१२ स्थित सिद्धनाथ माध्यमिक विद्यालयमे मार्टबोर्डसे पठनपाठन सुरू हुइल बा । उपमहानगरसे नमुना विद्यालय घोषणा करल सिद्धनाथमे कक्षा १ से १० सम स्मार्टबोर्डके माध्यमसे शिक्षण सिकाइ क्रियाकलाप करे लागल हो ।

सरकारी विद्यालयके पठनपाठन स्तरीय बनैना ओ विद्यार्थीहे प्रविधिके ज्ञान डेना स्मार्टबोर्डके प्रयोग कैना योजना बनाइल हो । स्मार्टबोर्डके प्रयोगसे शिक्षण कैना बहुट सहज हुइल विद्यालयके शिक्षक तेजराज भट्ट बटैलै । उहाँ शिक्षकहे शिक्षण कैना तथा विद्यार्थीहे बुझ्न स्मार्टबोर्ड बहुट उपयोगी रहल बटैलै । “स्मार्टबोर्ड जडानपाछे हम्रहिनहे पह्रैना ओ बाट बुझैना बहुट सहज हुइल बा । विद्यार्थीसेफे शिक्षण सिकाइ क्रियाकलापमे रुचि डेखैले बटै । “ उहाँ कहलै, “स्मार्टबोर्डसे कौनो कक्षामे शिक्षक नइरहल अवस्थामेफे विद्यार्थी पह्रना ओ अभ्यास करे पैना अवस्था निर्माण हु्इल बा ।’

नमुना विद्यालय सार्वजनिक बिदाके दिनफे खुल्न

धनगढी उपमहानगरपालिकासे नमुना घोषणा करल विद्यालय शनिच्चर बाहेकके सार्वजनिक बिदाके दिनसमेत पढाई हुइना बा । नगरपालिकासंग कार्यसम्पादन सम्झौता करबेर नमुना विद्यालयसे अनावश्यक हुइना सार्वजनिक बिदाके दिनसमेत विद्यालय चलैना कहटी वार्षिक कार्ययोजना बनाइल हुइट । विद्यार्थीके सिकाइमे सुधार सार्वजनिक विदाके दिनसमेत नियमित पठनपाठन हुइना हुइना बा ।

गैल वर्ष नमुना घोषणा हुइल धनगढीके पाँच विद्यालयसे शनिच्चर बाहेक अन्य सार्वजनिक बिदाके दिनसमेत पठनपाठन कैना वार्षिक कार्ययोजना बनाइल हुइट । सार्वजनिक बिदाके दिनसमेत विद्यालयमे पठनपाठन कराके हरेक कक्षाके नतिजा उत्कृष्ट नन्ना विद्यालयके सक्कु शिक्षक कस्सके लागल प्रधानाध्यापक प्रेमबहादुर शाही बटैलै । “उहाँ कहलै, “गैल वर्ष कक्षा ८ के नतिजा केबल ७ प्रतिशत रहे, यी वर्ष सुधार हुके ६० प्रतिशत पुगल बा ।’

ग्रामीण क्षेत्रके विद्यालयहे नमुना बनैना प्राथमिकता

धनगढी उपमहानगरपालिकासे सामुदायिक विद्यालयमे विद्यार्थीके आकर्षण बढैना नमुना घोषणा करटी भौतिक तथा शैक्षिक सामग्रीसहित विषयगत शिक्षकके व्यवस्थापन कैना हुइल बा । ग्रामीण क्षेत्रके विद्यार्थीहे समेत प्रतिस्पर्धी ओ क्षमतावान बनैना ग्रामीण क्षेत्रके विद्यालयहे हरेक वर्ष नमुना बनैटी लैजैना योजना उपमहानगरपालिकाके बा ।

सरकारी विद्यालयप्रतिके धारणामे परिवर्तन नन्ना नमुना विद्यालयमे आधुनिक शैक्षिक सामग्री, भवन, फर्निचर ओ आवश्यक सक्कु सुबिधा उपलब्ध करैना धनगढी उपमहानगरपालिकाके योजना रहल नगर प्रमुख गोपाल हमाल बटैलै । “हमार निर्वाचित टिमसे ग्रामीण क्षेत्रके विद्यालयके सुधार कैना योजनाअनुसार नमुना विद्यालय घोषणा करल हो । हरेक वर्ष पाँच ठो के दरले नमुना विद्यालय विकास कैना लक्ष्य बा,“ उहाँ कहलै, “ग्रामीण क्षेत्रके बालबालिकासे निःशुल्क स्तरीय शिक्षा हासिल करके और जस्टे प्रतिस्पर्धामे उत्रे सेकिट कहिके नमुना विद्यालय घोषणा करके विद्यालयके शैक्षिक तथा भौतिक अवस्था सुधार करे खोजल हो ।’

ग्रामीण क्षेत्रके विद्यालयमे प्रविधिके प्रयोग

मंगरके रोज धनगढी उपमहानगरपालिकासे नमुना विद्यालय घोषणा करल वडा नम्बर १२ जुगेडाके सिद्धनाथ माध्यमिक विद्यालयमे स्मार्टबोर्डसे पठनपाठन करैना कार्यके उदघाटन करल हो । नमुना विद्यालय घोषणा हुइल धनगढीके ग्रामीण क्षेत्रके पाँच ठो विद्यालयहे जनही १० ठो के दरसे उपमहानगरपालिकासे स्मार्टबोर्ड वितरण करल रहे ।

आधुनिक प्रविधिके प्रयोगसे प्रभावकारी शिक्षण सिकाइ कैना नमुना विद्यालयके सक्कु कक्षामे स्मार्टबोर्डके माध्यमसे शिक्षण सिकाई क्रियाकलाप करे लागल बा । धनगढीके नमुना घोषणा हुइल विद्यालयमे प्रविधिके प्रयोग करके विद्यार्थीहे पढाई लागल बा । प्रविधिके प्रयोग करटी रम्टी विद्यार्थीसे सिक्न अवसर पाईबेर विद्यालयके अभिभावक खुसी हुइल बटै । उपमहानगरपालिकासे विद्यालयहे सक्कु मेरके सहयोग कैना बटैटी विद्यालयके शैक्षिक अवस्था मजा बनैना कौनो कसर बाँकी नइरख्न विद्यालय व्यवस्थापन समितिके अध्यक्ष किसनदेव उपाध्याय बटैलै ।

यी वर्ष पाँच विद्यालयहे ५० स्मार्टबोर्ड वितरण

यी वर्ष केल धनगढी उपमहानगरपालिकासे पाँच नमुना विद्यालयमे १० के दरले ५० ठो स्मार्टबोर्ड उपलब्ध करैले बा । स्मार्टबोर्ड प्रयोग करके शिक्षण सिकाइ क्रियाकलाप कैना शिक्षकहे तालिमसमेत डेहल बा । कक्षा कोठामे प्रविधिके प्रयोग करके शिक्षण करेबेर विद्यार्थीमे प्रभावकारी सिकाइ हुइना विश्वास करल बा । महगा शुल्क तिरके नीजी विद्यालयमे पढैना ग्रामीण क्षेत्रके अभिभावकहे समस्या हुइना ओरसे सरकारी विद्यालयहे ै सक्षम बनाके विद्यार्थीहे गुणस्तरीय शिक्षा डेना ध्येय उपमहानगरके बा । नमुना विद्यालयक कारण सर्वसाधारणके छावा छाई निःशुल्क ओ स्तरीय शिक्षा पैना ओरसे सरकारी विद्यालयप्रति विश्वास बह्रना प्राध्यापक डाक्टर हेमराज पन्त बटैलै । उहाँ प्रविधिके प्रयोग करके सिखे पाके विद्यार्थीमे क्षमता बह्रना ओ महगा विद्यालयमे पढलसंग प्रतिस्पर्धा कैना सक्षम हुइना बटैलै ।

कमजोर अवस्था रहल विद्यालय क्रमशः नमुना हुइना

धनगढी उपमहानगरपालिकासे ग्रामीण भेगके कमजोर अवस्था रहल विद्यालयहे नमुना घोषणा कैना नीति लेले बा । नमुना घोषणा हुइल विद्यालयमे प्रविधि हस्तान्तरण, विद्यालय भवन निर्माण, शिक्षक तालिम, ओ खेलकुद जैसिन अतिरिक्त क्रियाकलाप कैना आवश्यक सामग्री सहयोग करेबेर । गाउँके सरकारी विद्यालय बल्गर बनैना ओ सरकारी विद्यालय प्रतिके विद्यमान धारणामे परिवर्तन नन्ना नगरपालिका, व्यवस्थापन समिति, प्रधानाध्यापक ओ शिक्षकसे काम करे पर्ना नगर प्रमुख हमाल बटैलै । कम आय रहल ग्रामीण क्षेत्रके बालबालिकासे गाउँमे स्तरीय शिक्षा पैना कहिके शिक्षक तालिम, भौतिक निर्माण तथा शैक्षिक सामग्रीके सहयोग उपमहानगरसे कैना नगर प्रमुख हमाल बटैलै ।

ग्रामीण क्षेत्रके विद्यार्थी स्तरीय शिक्षा गाउँमे पाइट कहिके नमुना विद्यालयके अवधारणा नानल हो । हमार कार्यकालभर कम्तिमे एक ठो वडामे एक नमुना विद्यालय बनाके सरकारी शिक्षाके अवस्था सुधार्न सक्कु प्रयास करजाई,’ नगर प्रमुख हमाल कहलै । हरेक वर्ष एक वडामे कम्तिमे माध्यमिक तहके एक ठो विद्यालयहे नमुना बनैना योजना उपमहानगरसे बनाइल बा । कार्यकालके अन्तसम हरेक वडामे कम्तिमे एक ठो सरकारी विद्यालय निजी विद्यालयसे मजा ओ उत्कृष्ट शैक्षिक उपलब्धी हासिल करे सेक्ना बनैना लक्ष्य उपमहानगरसे राखल बा ।

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