‘जातीय भेदभाव मानसिकतामे बा’
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १२ कार्तिक । दलित समुदायके अगुवा जातिय भेदभाव, छुवाछुट मानसिकतामे रहल बटैले बटै ।
दलित महिला संघ (फेदो) कैलालीके आयोजनामे विफेक रोज धनगढीमे हुइल ‘विश्व व्यापी आवधिक समिक्षा (यूपिआर) सीडा, सर्डसे प्राप्त सिफारिसके कार्यान्वयनके अवस्था ओ दलित महिलाके दृष्टिकोण’ विषयक कार्यक्रममे सहभागी वक्ताहुक्रे ओसिन बटैले रहिट ।
फेदोके संस्थापक अध्यक्ष दुर्गा सोव कानूनमे जातीय छुवाछुट नइरहल बल्की बाहुनबाद ओ हुइना खैना व्यक्तिके सोच, संस्कार, व्यवहार ओ मानसिकमे छुवाछुट रहल बटैली । उहाँ कहली, जे विभेद करठ उ मानव नइहुइट, जातीय दलित समुदायहे केल नाही समाजहे असर परी ।
प्रदेशसभा सदस्य डा. रण बहादुर रावल दलित समुदायभिटरफे विभेद ओ छुवाछुट रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘विश्व व्यापी आवधिक समिक्षा (यूपिआर) सीडा, सर्डसे प्राप्त सिफारिसके कार्यान्वयनके लाग सबजे दबाव डेहे पर्ना बटैलै ।
कार्यक्रममे प्रदेश सभा सदस्य नेपालु चौधरी, राष्ट्रिय वकिल कार्यालयके सुरविर परियार, राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके प्रदेश प्रमुख मोहनदेव जोशी, धनगढी उपमहानगरपालिकाके नगर उपप्रमुख सुशिला मिश्रभट्ट, दलित महिला अधिकार मञ्चके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरे, कार्यपालिका सदस्य प्रेम विक, मिलन परियार, गणेश नेपाली लगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहिट ।
कार्यक्रम फेदाके अध्यक्ष सविना सुनारके अध्यक्षतामे हुइल रहे । कार्यक्रममे रुप सुनार विश्व व्यापी आवधिक समिक्षा (यूपिआर) सीडा, सर्डसे प्राप्त सिफारिसके कार्यान्वयनके अवस्था ओ दलित महिलाके दृष्टिकोण’ विषयक कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहिट कलेसे फेदोके केन्द्रीय अध्यक्ष कला स्वर्णकार कार्यक्रमबारे जानकारी देले रहिट । कार्यक्रमके संचालन फेदोके सचिव अम्बिका ताम्राकार करले रहिट ।


