थारु राष्ट्रिय दैनिक
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राष्ट्रिय जनगणनामे रानाथारुके अर्थपूर्ण सहभागिता

पहुरा | २९ कार्तिक २०७८, सोमबार
राष्ट्रिय जनगणनामे रानाथारुके अर्थपूर्ण सहभागिता

कञ्चनपुर, २९ कार्तिक । कैलाली कञ्चनपुरमे किल बसोबास रहल रानाथारू समुदाय राष्ट्रिय जनगणना–२०७८ मे सहभागिताके लाग समुदायहे सचेतीकरण कैके सशक्त बनैले बा ।

रानाथारू समुदायके बाहुल्यता रहल क्षेत्रमे नेपाल राना थारू समाजसे सचेतीकरण अभियान सञ्चालन करल हो । ‘जनगणनाके लाग घरदैलोमे पुगुइया गणकहे सघाउ पुगाइक् लाग अभियान सञ्चालन करले बाटी,’ नेपाल राना थारू समाजके केन्द्रीय अध्यक्ष कृपाराम राना कहलै, ‘पहिलचो राना थारू समुदायके फेन गणना हुइटी बा । यम्ने हमार फेन अर्थपूर्ण तरिकासे सहभागिता रही ।’

सचेतीकरण अभियान ओराके गणकहे सत्यतथ्य विवरण उपलब्ध करैना कार्यमे जुटल उहाँ बटैलै । ‘इहीसे आघे जनगणनामे राना थारूहे छुट्टे रुपमे समेटल नैरहे,’ उहाँ कहलै, ‘इ बेरके जनगणनाके लाग तयार करल भाषाभाषीके प्रश्नावलीमे समेत रानाथारू भाषाहे समेटल नैहो ।’
कन्फ्युजनके अवस्था रहल बा । थारू शब्दावली किल उल्लेख करल बा । थारू किल उल्लेख करल शब्दावलीमे सही नैलगाब । अन्य कना कोलममे रानाथारू कहिके जनैबी । थारू किल लिखेबर राना छुट्जाइ । राना किल लिखेबर थारू छुट्ना हुइल ओरसे अपूरो हुइ, ओहेमारे मातृभाषामे रानाथारू, पुख्र्यौलीसे बोलजैना भाषामे रानाथारू ओ जातजाति का हो कनामे रानाथारू कहिके जनाजैना उहाँ बटैलै ।

‘इहीसे आघेक जनगणनामे थारू किल लिखेबर छुट्टे पहिचान रहल समुदाय कहिके नैचिन्हगैली । राज्यसे नीतिनिर्माण करेबर नैसमेटगैल । आब ओइसीन गल्ती दोहरे नैडेहक लाग सचेत हुइल बाटी,’ अध्यक्ष राना कहलै । राना थारू समुदायके छुट्टे आदिवासी जनजातिके सूचीमे सूचीकृतसंगे भाषासमेत सूचीकृत होसेकल अवस्थामे फेन राज्यके हरेक क्षेत्रमे पहुँच पुगे सेकल नैहो । रानाथारू समुदायके उपस्थितिबारे राज्यहे पूर्णरुपमे जानकारी नैहोके रानाथारू समुदाय अधिकारसे वञ्चित हुइटी आइल रानाथारू समुदायके अगुवाके कहाइ बा ।

‘सूचीकृत होेके किल नैपुग्ना हुइल ओरसे राना थारू समुदायके अवस्थाबारे जानकारी हुइना आवश्यक बा,’ सुग्रीव राना कहलै– ‘यकर लाग जनगणनामे रानाथारूके भाषासँगे, छुट्टै संस्कृति, पहिरन, चालनचलन, रहनसहन ओ संख्या यकिन हुइ । ओकर आधारमे राज्यसे नीतिनिर्माण कैना, कानुन निर्माण कैना ओ आरक्षणके व्यवस्था करी ।’

भूगोल, जातिअनुसार आरक्षण ओ जनसंख्याके आधारमे नीतिनिर्माण हुइना हुइल ओरसे जनगणनाके लाग पुग्ना गणकहे सत्यतथ्य सूचना उपलब्ध कराइक लाग खटल उहाँ बटैलै । ‘पाछे पारल समुदाय हुइल ओरसे अधिकारसे वञ्चित रहल बाटै,’ स्थानीयवासी रामभरोसा राना कहलै, ‘यकर लाग राज्यसे आरक्षण डेहे परल । राज्यके हरेक तहमे पहुँच पुगाइ परल । यकर लाग जनगणनामे सहभागिता जनैले बाटी ।’

जनगणनाके लाग गणकहे सत्यतथ्य जानकारी उपलब्ध करोके शिक्षा, स्वास्थ्य, आवाससंगे रोजगारीके हरेक क्षेत्रमे राना थारू समुदायके पहुँचके अभिवृद्धि कैना लक्ष्य रहल उहाँके कहाइ बा । जनजातिके सूचीमे छुट्टे रुपमे सूचीकृत हुइलपाछे भाषा सूचीकरणसंगे राना थारू समुदायके शब्दकोश निर्माण ओ व्याकरण निर्माणके कार्यसमेत करल बा । जनगणनामे छुट्टे रुपमे राना थारू समुदायके जनगणना हुइटी बा, इ नै उपलब्धि रहल सुदूरपश्चिम प्रदेशसभाके सदस्य श्यामलाल राना बटैलै ।

रानाथारू समुदायके पहिचानके मुद्दाहे निष्कर्षमे पुगाइक लाग राजनीतिक, सांस्कृतिक, प्रशासनिक, न्यायिक ओ शैक्षिक क्षेत्रमे पहुँच पुगाइक लाग जनगणनामे सहभागिता नै प्रमुख हतियारके रुपमे रहल उहाँके कहाइ बा । इ मुद्दाहे निष्कर्षमे पुगाइक लाग राजनीतिक स्वार्थसे उप्पर उठके जनगणनाके कार्यक्रमहे सफल बनैना रहल उहाँ बटैलै ।

विसं २०७६ माघ २० गते सरकारसे रानाथारू समुदायहे छुट्टे पहिचान डेके आदिवासी जनजातिके सूचीमे सूचीकृत करल रहे । कैलाली ओ कञ्चनपुरमे तीन लाख ३० हजारसे ढिउर रानाथारू समुदायके जनसंख्या रहल बटाजाइठ् ।

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