सुदूरपश्चिम प्रदेशमे पर्यटन बोर्डके स्थापना
पर्यटन प्रर्वद्धनमे टेवाः मन्त्री आले
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ६ पुस । कैलालीके धनगढीमे नेपाल पर्यटन बोर्डके कार्यालय स्थापना करल बा । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे आन्तरिक तथा बाह्य पर्यटकके आकर्षण बह्रैना, पर्यटन प्रवर्द्धन, पूर्वाधार विकास, प्रचार–प्रसारलगायतके गतिविधि आघे बह्राइक लाग उ कार्यालय स्थापना करल हो ।
सोम्मारके संस्कृत, पर्यटन तथा नागरिक उड्डयन मन्त्री प्रेमबहादुर आले उ कार्यालयके समुद्घाटन करल रहिट । उ अवसरमे बोल्टी मन्त्री आले कार्यालय सञ्चालनके लाग बजेट अभाव हुइ नैडेना बटैलै । उहाँ इ बरस बोर्डके लाग एक करोड बजेट विनियोजन कैना मन्त्रालयहे निर्देशन डेसेकल बटैलै । ‘प्रदेशमे बोर्ड सञ्चालनके लाग कट्रा ढिउर बजेट आवश्यक परी कहेबर ५० लाख कहल रहे । मने, मै उ बजेटसे नैपुगी कहटी एक करोड छुट्याइ कले बाटुु,’ उहाँ कहलै, ‘कार्यालय सञ्चालनमे कौनो फेन बाधा अवरोध हुइ नैडेबीँ । आब दिगो रुपमे इ कार्यालय रही ।’
उहाँ प्रदेशके पर्यटन क्षेत्रके विकासमे कौनो कमी कमजोरी हुइ नैडेना बटैलै । ‘यहाँ बोर्डके कार्यालय स्थापना करे पर्र्ना माग विगतसे नै हुइटी आइल रहे ।’ मन्त्री आले कहलै, ‘ढिउर नेताहुक्रे भाषण बरवार करलै मने, काम नैकरलै । आब पर्यटन प्रवद्र्धन क्षेत्रमे टेवा पुगैना सहयोग हुइ ।’
उहाँ कार्यालय सञ्चालनके एक जाने प्रवन्धक, एक अधिकृतसहित आवश्यक दरबन्दीअनुसार कर्मचारी व्यवस्थापन कैना बटैलै । मन्त्री आले बोर्डमे पर्यटकके सहजताके लाग प्रदेशके पर्यटन क्षेत्रके तस्बिर, नक्सासहित राख्न फेना निर्देशन डेलै । मन्त्री आले धनगढी विमानस्थलहे प्रदेशके अन्तर्राष्ट्रिय विमानस्थल बनैना पहल हुइटी रहल बटैलै । (बाँकी ३ पेजमे) ‘अब्बेसम धनगढी विमानस्थलके स्तरोन्नतिके लाग बजेट विनियोजन करल नैरहे । २५ सय मिटर रनवे बनाइक लाग मन्त्रालयसे काम आघे बह्रा सेक्ले बा । विमानस्थलके लाग एक अर्ब बजेटके व्यवस्था कैना कहीसेकल बाटुँु,’ मन्त्री आले कहलै, ‘आब धनगढीसे काठमाडौं किल नैहोके हम्रे अमेरिका फेन पुग्ना चाहटी ।’
उहाँ भारतीय पर्यटकहे सुदूरपश्चिमके डगरा हुइटी मानसरोबर पुगैना सडक पूर्वाधार निर्माण हुइटी रहल बटैलै । ‘धनगढी–खुटिया–दिपायल सडकके काम आघे बह्रैना चार चरणमे काम हुइटी रहल बा । उ सडकके लाग ९७ करोडमे टेन्डर होसेकल बा । मने, दुर्भाग्य ठेकेदार काममे ढिलाइ करेबर समस्या हुइल बा,’ मन्त्री आले कहलै, ‘३० महिनामे ओरैना काम ४६ महिनामे फेन पुर्ण हुइ सेकल नैहो । ठेकेदार ठेक्का लेना अनि पेश्की लैजासेकलपाछे काम आघे नै बह्रैना विडम्बना रहल बा ।’
उद्योग, पर्यटन, वन तथा वातावरण मन्त्री मानबहादुर धामी बोर्ड धनगढीमे स्थापना हुइलपाछे सुदूरपश्चिम प्रदेशके जनताहे सेवा पैना सहज हुइल बटैलै । ‘अब्बेसम यहाँके पर्यटन व्यवसायी तथा नागरिकहुक्रे पर्यटन प्रवद्र्धन तथा विकासमे पाइ पर्र्ना सेवा लेहे काठमाडौँ तथा नेपालगञ्ज जाइ पर्ना रहे,’ उहाँ कहलै, ‘आब प्रदेशमे कार्यालय स्थापना हुइलपाछे इ समस्या हटना बा । राजनीतिक परिवर्तनसँगे कार्यालय हटैना तथा सर्ना प्रवृत्ति फेन रहल बा । ओहेमारे इहीहे दिगो बनैना फेन सरकार पहल करे ।’
आर्थिक मामिला मन्त्री तारा लामा तामाङ सुदूरपश्चिम पर्यटन क्षेत्रके सम्भावना बोकल प्रदेश रहल ओरसे यकर विकासके लाग तीनु तह समन्वय, सहकार्य कैके आघे बह्रे पर्ना बटैलै ।
‘ढिउर राष्ट्र पर्यटन क्षेत्रसे मजा आम्दानी करले बाटै । हमार प्रदेश पर्यटकके लाग ‘भर्जिन’ क्षेत्र हो । यहाँ पूर्वाधार विकास हुइलेसे प्रदेशके आम्दानीके स्रोत फेन पर्यटन क्षेत्रहे बनाइ सेकजाइ,’ मन्त्री तामाङ कहलै, ‘विमानस्थलके स्तरोन्नति तथा सञ्चालन, सडक पूर्वाधारके विकास, आवश्यक नयाँ गन्तव्यके पहिचानलगायतके काम बोर्ड करे परल ।’
कैलाली उद्योग वाणिज्य संघके अध्यक्ष पुष्प कुँवर विगतसे माग कैटी आइल रलेसे बोर्डके कार्यालय अब्बे भरखर सार्थकता पाइल बटैलै ।
‘हम्रे २०६३ सालसे महोत्सव सञ्चालन कैटी आइल रही । उहे बेलासे प्रदेशके विकासके लाग हरेक प्रधानमन्त्रीहे २१ बुँदे मागपत्र बुझैटी आइल रही, उहाँ कहलै, ‘उ माग पत्रमे पर्यटन बोर्ड प्रदेशमे स्थापना करे पर्ना फेन उल्लेख रहे । आज आके हमार एकठो माग पूरा हुइल बा ।’


