आर्गनिक खानासे स्वागत कर्टी थारु महिला
सागर कुस्मी
कंचनपुर, १८ फागुन । कंचनपुरके कृष्णपुर नगरपालिका वडा नम्वर २ वाणी मुक्त कमैयाँ शिविरमे सञ्चालनमे रहल विजयसाल सामुदायिक होमस्टेके डिडि बहिनियन अझ्कल डटकरल बटैं । आर्गनिक थारु परिकार स्वादसे स्वागत करक लाग पहुना अइटी रलक ओरसे वहाँके महिला डट्करल बिल्गैठैं ।
होमस्टे सञ्चालन हुइल बाड रोजाना एक दर्जनसे ढेर जाने घरे बैठके थारु आर्गनिक स्वाद लेहे पहुना लोग पुग्टी बटैं । अझ्कल आन्तरिक पहुना लोग ढेर अइटी रहल होमस्टेके अध्यक्ष जमुना चौधरी बटैली ।
थारु समुदायमे उत्कादित घरैया मुर्घिक् सिकार, सुख्वाइल मछ्छीक सिढरा, घोंघी, ढिक्री, बटैंक् सिकार, बयर चट्नी संगे अनडीक् भात ढेर रुचैठैं । ‘घरे आइल पहुना जेडासे लोकल मुर्घीक सिकार रुचैठैं,’ अध्यक्ष चौधरी कहली– ‘स्वादके लाग जिल्लाभिटरेक् ओ बाहेरके पहुना अइठैं ।’
परम्परागत तरिकासे पकाके मुर्घिक सिकारके स्वाद खैनामे मिठ लग्ना हुइलेक ओरसे पहुना अइटी रहल बटैली । सिकार संगे दाल, भातके ३५० रुप्यामे खाइ सेक्जाइठ, कलेसे सादा खाना १५० रुप्यामे खाइ मिल्ना व्यवस्था बा ।
घरमे बसेरा बैठुइया पहुनन्से सुटलके चार्ज ५०० रुप्या लेना होमस्टेके नियम बना गैल बा । बास बैठुइयन पहुननके लाग गुणस्तरीय होटेलसे फे मजा शान्त घरके वातावरणमे सेवा डेना व्यवस्था कइगैल बा । ‘थारु समुदायके सांस्कृतिक सखिया, छोक्रा, लठ्ठि, झुम्रा, मघौटा लगायत नाचगान फेन हेरे चहुइयन पहुननके एक बगाल से तीन हजार रुप्या लेके नाछ डेखैठी,’ सचिव परदेशनी चौधरी बटैली– ‘थारु संस्कृतिमे रुचि रहल पहुना लोग नाचके माग कर्ठैं टे डेखाडेठी ।’
होमस्टे संचालन कर्टी आइल महिला लोग सक्कु खर्च कटाके महिनक १५ हजारसे २० हजारसम आम्दानी कर्टी आइल बटैं । वहाँ अब्बे ६ घरमे होमस्टे संचालन हुइल बा ।

आम्दानीके रकमसे घरखर्चसंगे लर्कापर्का खर्च जुहैटी रहल अध्यक्ष जमुना चौधरी बटैली । होमस्टेमे संलग्न सब जाने मुक्तकमैंया परिवारके महिला किल बटैं । ञइहिसे पहिले हम्रे मजदूरी कैके जिनगी गुजरटी रहिझ उहाँ कहली, ‘नगरपालिका ओ दातृ निकायके पहलमे होमस्टे संचालनमे आइल बाड मजदूरी कैना दुख्के दिन हटल बा ।’
आइल आम्दानीसे १० प्रतिशत रकम कोषमे जम्मा हुइटी रहल जानकारी डेलैं । उ रकम एकदम जरुरी काममे किल खर्च डेना वयवस्था मिलाइल बा ।
इ व्यवसायसे आम्दानी किल नाही सक्कुहुन से मजा परिचय ओ चिन्हजान फेन हुइटी गैल बटिन । नगरपालिका प्रवेशद्वार, पक्की डगर ओ घर बनाडेले बा । दातृ संस्था आवश्यक फर्निचरसंगे भाँरा बर्टनके व्यवस्था कैडेले बा ।
बसेरा लेहे आइल पहुननहे लग्गेक सामुदायिक बनुवाँमे रहल पर्यटकीय क्षेत्र सिस्ने सीमसार अवलोकन कैना व्यवस्था कैल बा । घरसे जोर सार्वजनिक जग्गामे उद्यान बनैना काम आघे बर्हटी बा । ओकर लाग वहाँक् महिला लोग नगरपालिकासे आवश्यक रकमके लाग माग कर्ले बटैं ।
‘होमस्टे संचालनमे रहल मुक्तकमैया परिवारके महिलनहे पर्यापर्यटनसंगे जोरके आर्थिक रुपमे उसरल काम आघे बर्हैले बटी,’ नगरप्रमुख कर्णबहादुर हमाल कहलैं, ‘विपन्न मुक्तकमैंया परिवारके आर्थिक अवस्था सुधार करक लाग इ होमस्टे सघाउ हुइना हुइलेक ओरसे एकर स्तरवृद्धिमे लागल बटीझ नगर प्रमुख हमाल बटैलैं ।’
जैना डगर
विजयसाल सामुदायिक होमस्टे पुगक लाग कैलालीके अत्तरिया बजारसे १० किलोमिटर पस्छिउँ राजमार्ग हिटकले उत्तर पाँजर परठ । बसमे ५० रुप्या ओ अटोमे ८० रुप्या टिरके पुगे सेक्जाइठ । जहाँ थारु आर्गनिक खानाके स्वाद पेट ठठा–ठठा अघाइ सेक्जाइठ । एक्चो जैना हो कि ।


