१५ जहन रोजगार डेलैं जयराम
सागर कुस्मी
धनगढी, १४ चैत । कोइ टेबुल बनाइँठ, टे कोइ पलंग सोफा, टे कोइ कुर्सी इलमारी । बिहान आठ बजेसे साँझ ६ बजेसम सब जाने अपन अपन हाँठम् रन्डा रुखान लेले बिल्गैठैं ।
इ दृश्य हो धनगढीके बुद्ध चोकसे ३ सय मिटर उत्तरमे रहल शिवपुरी फर्निचर उद्योगके । जहाँ एक बगाल जवान ठँरिया लोग अपन अपन सीपमे दिन भर सँपार नैरठिन् । गैल ३ बरससे कैलालीके कैलारी ५ मे स्थायी घर रहल जयराम चौधरी शिवपुरी फर्निचर उद्योग संचालन कैके अब्बे अपन गाउँ ठाउँक् १५ जहन युवनहे रोजगार डेहल बटैलैं ।
उहाँ कहठैं, मै ढेर बरस औरेक काम करनु । बहुट दुख फेन सहलुँ । मने मोर ठन लगानी नैरहे । ढिरे ढिरे कमाइल पैसा बचत करटि गैनु । आझ इ फर्निचर ओकरे प्रतिफल हो उहाँ बटैलैं । उहाँ फेन कहठैं, मोर एकठो सपना रहे, कि मै अपन ठाउँमे कुछ उद्योग खोलुँ ओ अपन गाउँ ठाउँक् बेरोजगार ओइनहे रोजगार डिउँ ।
बिदेश जाके डुख कैलसे, अपन देशमे पस्ना चुहाइ कना बेरोजगार युवनहे उहाँ सुझाव डेठैं । अब्बे उ फर्निचर उद्योगमे मासिक १० हजारसे लेके २५ हजार समके मासिक रुपमे तलब खैटि रहल उहाँ बटैलैं । उहाँ कठैं, लावा कामदारहे कम्टीमे फें १० हजारसे सुरुमे डेठि । जे जस्टे काम सिखटी जाइठ ओस्टेक ओकर ज्याला बर्हैटि जैठि उहाँ बटैलैं ।
अपने ठाउँमे काम पाके घर व्यवहार मजासे चल्टी रहल वहैं काम कर्टी आइल रुपलाल चौधरी बटैलैं । उहाँ कठैं, इ फर्निचरमे काम पाके मोर सब चिज पुगल बा । घर खर्च, लर्कनके पह्राइ खर्च सक्कु खर्च मै यहैंसे पुगैटि बटुँ, इहिसे मै सन्तुष्ट बटुँ, उहाँ बटैलैं ।
जे लगनसिल होके मेहनत करठ ओहे जिनगी हरडम सुखी ओ खुसी रहठ वहैंके स्टाफ दिनेश चौधरी कहलैं । उहाँ कहठैं, इमानदार होके अपन काममे लागके कमाइल पैंसासे हरडम चयन रहठ मनहे उहाँ बटैठैं ।
फर्निचरमे उत्पादन हुइल फर्निचरके टेबुल, डराज, कुर्सी, सोफा, पलंग, हेंगर लगायत फर्निचर सम्बन्धी सक्कु चिज औरे ठाउँसे सस्टामे बिक्री करटि आइल जयराम चौधरी कठैं । उहाँ कहठैं, हमरे औरे ठाउँसे यहाँ हरेक सामान एकडम सस्टा भाउमे बिक्री करटि आइल बटि । बजारमे कम्पिटिसनके जबाना हुइलेक ओरसे ग्राहक लोगनहे सहुलियतमे डेहल उहाँ बटैलैं । अट्रै किल नाही वहाँ स्टीलके सामान मिल्नाके संग संगे बेंटबाँसके सामान फेन मिल्ना उहाँ बटैलैं ।
ग्राहकके माग ढेर हुइलेक ओरसे अझकल काम लग्ढार हुइटि रहल उहाँके कहाइ बा । ओहे ओरसे फेन फर्निचरमे काम करुइयन व्यस्त रहठैं ।
अपने स्वरोजगार हुइनाके संगे गाउँक् बरोजगार हरल लर्कनहे काममे लगैना, कुलट बानमे लागलसे सहि ठाउँमे काम लगा डेना जयराम चौधरीके इ कामहे सलाम करहि परि ।
अइना दिनमे फें जयराम जस्टे हमारे थारु समुदायके युवा हुँकार सिख सिख्के अपन जिनगीहे ओजरार पारे सेक्जाइ ।


