बहुप्राविधिक शिक्षालयके भवन उद्घाटन
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १५ चैत । धनगढी उपमहानगरपालिकासे प्राविधीक शिक्षा तथा व्यावसायिक तालिम परिषद (सिटिईभिटी)संगके साझादारीमे संचालनमे नानल धनगढी बहुप्राविधिक शिक्षालयके भवन उद्घाटन करल बा ।
धनगढी उपमहानगरपालिकाके नगरप्रमुख नृपबहादुर वड मंगरके भवनके शिलन्यास करल हुइट । भवन निर्माणके ठेक्का जीके कन्स्ट्रक्सन धनगढीसे लेहल रहे । भवनके उद्घाटन करटी नगरप्रमुख वडसे यी क्षेत्रके बालबालिकाहुक्रे न्यून शुल्कमे गुणस्तरीय प्राविधिक शिक्षा पह्रे पैना कहिके धनगढी उपमहानगरपालिका अपनही बहुप्राविधिक शिक्षालय संचालनमे नानल बटैलै ।
भक्तपुरके ख्वाप ईन्जिनियरि· कलेजपाछे उपत्यका बाहेर अपनही प्राविधीक शिक्षालय संचालन कैना धनगढी उपमहानगरपालिका पहिल हो नगरप्रमुख वड कहलै, ‘यहाँ न्यून शुल्कमे अटोमोवाईल ईन्जिनियरि· डिप्लोमातह ओ होटल म्यानेजमेन्ट डिप्लोमातहके पठनपाठन हुइना करल हो । सिटिईभिटीके अटोमोवाईल ईन्जिनियरि· डिप्लोमा तह ओ होटल म्यानेजमेन्ट डिप्लोमा तहके पठनपाठन करैना कर्णाली ओ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे धनगढी धनगढी बहुप्राविधिक शिक्षालय केल रहल बटाइल बा ।
कतिपयसे डगरघाटहे केल विकास कहिके अथइना करल बटै नगर प्रमुख वड कहलै, ‘हम्रे पूर्वाधारके साथे सामाजिक, वातावरणीय, पर्यटकीय, शिक्षा स्वास्थ्य सक्कु क्षेत्रम काम करल बटी । कोभिडके महामारीके बिचमेफे धनगढी उपमहानगरपालिकासे टमान उपलब्धीमूलक काम करल नगरप्रमुख वड बटैलै ।
धनगढी उपमहानगरपालिकाका वडा नं ५ के अध्यक्ष हिरासिंह पातली धनगढी बहुप्राविधिक शिक्षालयसे न्यून शुल्कमे प्राविधिक शिक्षाके पठनपाठन हुइटी रहल बटैलै । धनगढी बहुप्राविधिक शिक्षालयसे अटोमोवाईल ईन्जिनियरि· डिप्लोमातह ओ होटल म्यानेजमेन्ट डिप्लोमातके अतिरिक्त हाली समयके निःशुल्क सिपमूलक तालिम संचालन करटी आइल बा वडा अध्यक्ष पातली कहलै, ‘हमार उदेश्य दक्ष जनशक्ति उत्पादन कैना हो ।’
धनगढी बहुप्राविधिक शिक्षालय संचालन समितिके सदस्य पदमसिंह कुँवर धनगढी बहुप्राविधिक शिक्षालय उपमहानगरपालिकाके ड्रिम प्रोजेक्ट रहल बटैलै । उहाँ कहलै, एक्के चो सक्कु बाट पुरा नइहुई मने यी उपलब्धीमूलक कामके सुरुवात हुइल बा ।
धनगढी पोलिटेक्निक इन्ष्टिच्यूटमा अटोमोवाईल ईन्जिनियरि· तीन बर्षे डिप्लोमातहके १ लाख ८२ हजार ओ होटल म्यानेजमेन्ट तीन बर्षे डिप्लोमातहके १ लाख ५३ हजारमे पढाई पुरा हुइना करठ । यिहे विषय अन्यत्र पह्रेबेर भारी खर्च हुइना करठ ।


