महिला हिंसा न्यूनीकरणसम्बन्धी कार्यक्रम
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ९ असार । महिला हिंसा न्यूनीकरणके अपन घरसे सुरु करेपरना एक कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे जोर डेले बटैं । महिला एकल महिला समूहके आयोजनामे बिफेक रोज धनगढीमे हुइल महिला हिंसा न्यूनीकरणसम्बन्धी कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे उ बाट उठैले रहैं ।
कार्यक्रममे अधिकारकर्मी शेरबहादुर बस्नेत महिला हिंसाके घटना घरभित्रे हुइना हुइल ओरसे ओकर न्यूनीकरणके लाग घरसे सुरु करेपरना बटैलैं । “महिला हिंसाके जर घरभित्रे बा,” उहाँ कलैं, “ओकर न्यूनीकरणके लाग फेन घरसे सुरुवात करेपरना आवश्यक बा ।”
ओस्टेके, इन्सेक सुदूरपश्चिम संयोजक खडकराज जोशी महिला हिंसाके मुद्दा सबके साझा रहल ओरसे जफावदेहिता सबके रहल बटैलैं । महिलाके पक्षमे राज्य मजा कानुन बनैलेसे फेन उअनुसार समाजके संरचना नैरहल ओरसे समस्या रहल महिला अधिकारकर्मी तथा पूर्व जनप्रतिनिधि रत्ना विष्ट बटैलि । ‘परिवारिक संरचनासे फेन महिला हिंसा हुइल बा,” उहाँ कलि, “यकर न्यूनीकरणके लाग सामाजिक कानुन टुरना आवश्यक बा ।”
अधिकारकर्मी चित्रा पनेरु ओ गोमा आचार्य फेन महिला हिंसा घरेक संरचनासे हुइल दोहोरैलैं । घरभित्रे महिला ंिहंसा हुइल बा मने, ढेर महिला दिदीबहिनियन सहके बैठल अधिकारकर्मी पनेरु बटैलि । घरभित्रे महिला हिंसा हुइना वातावरण बनल अधिकाकर्मी आचार्य बटैलि ।
ओस्टेके, कार्यक्रममे कैलारी गाउँपालिकाके एकल महिला शान्ति चौधरी महिला हिंसा सम्बन्धी छलफल गाउँसम हुइपरना सुझैलि । उहाँ टमान शिविरमे महिला हिंसा हुइल मने, बाहेर आइनैसेकल बटैलि । “महिला हिंसा शहसे ढेर गाउँमे बा,’ उहाँ कुल, “मने बाहेर आइनैसेकल हो ।”
कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर २ के वडाध्यक्ष धर्मराज ओझा सीमान्तकृत महिला उप्पर हुइना हिंसा अदालतसम अभिन फेन पगे नैसेकल बटैलैं । उहाँ ओकर लाग वडा तहसम छलफल करेपरनामे जोर डेलैं । कार्यक्रममे नेपाल बार कैलालीके अध्यक्ष सिद्धराज ओझा सम्बन्ध विच्छेदके घटना ढेर हुइनामे वैदेशिक रोजगारी एक प्रमुख कारण रहल बटैलैं ।
अधिकारकर्मी सविना सुनार महिला हिंसा अन्य समुदायसे फेन ढेर दलित सुमदायमे रहल उल्लेख करलि । “अभिन फेन समाजमे टमान जातीयताके नाममे टमान मेरिक हिंसा हुइटि बा,” उहाँ कलि, “ओकर न्यूनीकरण्के लाग ओहे समुदायमे जनचेतनाका कार्यक्रम करना आवश्यक बा ।”
कार्यक्रममे सहजीकरण करटि अधिवक्ता गणेश कडायत महिला हिंसा चिनजानकेसे ढेर हुइटिरहल बटैलैं । उहाँ प्रस्तुत करल तथ्यांकानुसार १७ दशमलव १ प्रतिशत घटना किल अपरिचित व्यक्तिसे हुइल ओ बाँकी घटना परिवार अर्थात् चिनजानके व्यक्तिसे हुइल बा । १९ से ४५ वर्षके महिला समूह ढेर हिंसामे परल कडायसे प्रस्तुत करल कार्यपत्रमे उल्लेख बा । महिला हिंसा हुइल कारण समाजमे सम्बन्ध विच्छेदके घटना फेन ओहे मात्रामे हुइटिरहल उहाँ बटैलैं ।
उहाँक प्रस्तुत करल कार्यपत्रमे कैलालीमे २०७८ साउन १ गतसे २०७९ असार ३ गतेसम सबसे ढेर सम्बन्ध विच्छेदके घटना हुइल बा । ४ सय ३८ ठो सम्बन्ध विच्छेदके घटना हुइल बा । ओकरपाछे जवरजस्ती करणीके घटना रहल बा । उ अवधिमे जवरजस्तीकरणके १ सय ३१ घटना हुइल बा । बहुविवाह ४३, बाल विवाह १, घरेलु हिंसाके घटना १० ठो हुइल बा ।


