कञ्चनपुरमे सर्पदंशके बिरामी बह्रलै
पहुरा समाचारदाता
कञ्चनपुर, १९ असार । बर्खायाम लागलसँगे कञ्चनपुरमे सर्पदंशके बिरामी बह्रे लागल बाटै । शुक्लाफाँटा नगरपालिकास्थित अर्जुनी ब्यारेकके ‘सर्पदंश उपचार केन्द्र’मे इ बरस वैशाखसे यहोर ४० सर्पदंशके बिरामी उपचार करासेकल बाटै ।
केन्द्रके प्राविधिक सहायक हवल्दार श्यामराज अवस्थीके अनुसार, इ बेरके बर्खा सुरु हुइलसँगे पाछेका दिन दैनिक पाँचसे १० जनानेसम सर्पदंशके बिरामी उपचारके लाग अइना करल बाटै । २०७७ मे एक सय ८७ ओ २०७८ मे एक सय ५४ सर्पदंशके बिरामी उपचारके लाग आइल केन्द्रके तथ्यांक रहल बा । कञ्चनपुरमे एकठो किल सर्पदंश उपचार केन्द्र इहे हो ।
यद्यपि सर्प काटलमे हेलचेक्र्याइँ नैकैके हाली उपचारके लाग आइ पर्ना उहाँ बटैठै । इ केन्द्रमे सर्पदंशके बिरामीसँगे बिच्छी ओ अन्य विषालु कीराके कटाइसे पीडित बिरामीके फेन उपचार हुइटी आइल बा । सर्पदंशके उपचारमे अक्सिजन ओ कुछ औषधि आवश्यक पर्ना अवस्थी बटैठै ।
उपचारमे आवश्यक औषधि लगायत सामग्रीमे शुक्लाफाँटा नगरपालिका सहयोग कैटी आइल बा । ‘आवश्यक सामग्रीके लाग हम्रे नगरपालिकामे पहल करटी रहठी,’ अवस्थी कहठै, ‘अब्बेसम औषधिके अभावमे बिरामी घुमाइ परल नैहो ।’ आवश्यक परलेसे बिरामीहे कञ्चनपुरस्थित महाकाली प्रादेशिक अस्पताल ओ सेती प्रादेशिक अस्पतालमे रिफर करजैना उहाँ बटैलै ।
कञ्चनपुर प्रमुख जिल्ला अधिकारी रामप्रसाद पाण्डे सर्पदंशके बिरामीके पूर्ण उपचार महाकाली प्रादेशिक अस्पतालमे हुइना करल बटैलै । ‘सर्पदंशके गम्भीर बिरामीहे आइसियुमे राखे पर्ना रहठ्, ओकर लाग महाकाली प्रादेशिक अस्पतालके सक्कु व्यवस्था मिलाइल बा,’ उहाँ कहलै, ‘समयमे बिरामीहे अस्पतालमे पुगाइ सेक्लेसे मानवीय क्षति कम हुइ सेकठ् ।’
प्रादेशिक अस्पतालमे दैनिक ६–७ सर्पदंशके बिरामी– कञ्चनपुरस्थित महाकाली प्रादेशिक अस्पतालमे पाछेक समय दैनिक ६–७ सर्पदंशके बिरामी अइना करल बाटै । अस्पतालके डा.अर्जुन भट्टके अनुसार, विगत दुई बरस यहोर गम्भीर अवस्थाके सर्पदंशके बिरामीहे आइसियुमे राखके उपचार कैटी आइल बा । अस्तालके अनुसार, इ बरस अस्पतालमे आर्थिक बरस ०७७÷७८ मे ३४ सर्पदंशके बिरामी उपचार कराइल रहिट । ‘इ बरस किल ६० सर्पदंशके बिरामी उपचारके लाग आइल बाटै,’ डा.भट्ट कहलै, ‘अब्बे एकजाने बिरामीहे भेन्टिलेटरमे राखके उपचार हुइटी रहल बा ।’


