पीरेपिरमे बाँचल मोहनपुर
सागर कुश्मी
धनगढी, २ सावन । जब–जब बर्षात आइठ तब–तब मोहनपुर गाउँ विचल्लीमे परठ । अपन ज्यान बचाउँ कि गाउँघर । अब्बे सबके मनमे सबसे ढेर चिन्ता यिहे बा मोहनपुर गाउँवासीहुकनके ।
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिका–३, मोहनपुर गाउँ थारुनके बस्ती हो । बर्खामे अइना बाढले पुरे गाउँबासी चिन्तित डेखैठैं । बाढसे बचेक लाग मोहनक किनारमे तटबन्धन करले बटैं, मने ओहो पुहजाइठ । यी गाउँमे मोहना ओ घुराहा लडियक बाढसे पुरे गाउँ हरेक वर्ष जेठ महिनासे असोज महिनासम परेसानी खेप्टी आइल बटैं ।
लढियम आइल बाढसे गाउँ ओ खेटुवक अन्नबालीे बचाइक लाग तटबन्धन लगाइल स्थानीय सुनिल चौधरी बटैलैं । तटबन्धनके लाग कैलारी गाउँपालिका कार्यालयके आर्थिक सहयोग ओ गाउँक उपभोक्ताहुकनके सहयोग रहल रहे ।
मोहनपुर ड्याम निर्माण योजना उपभोक्त समितिहे सीमा विकास कार्यक्रम अन्तर्गत कैलारी गाउँपालिकासे साढे ४ लाखके आर्थिक सहयोगमे ओ मोहनपुर गाउँके ९२ घरधुरी रहल गाउँक उपभोक्ता प्रत्येक घरसे एकएक जाने तटबन्धन करनामे श्रमदान करले रहैं । ओस्टेके गैल बरस फेन ड्याम बनाइल रहे । उ ड्यामके लम्बाई एक हजार दुई सय ६० मिटर रहल ओ उचाई पाँचसे सात फिट रहल बा । यी वर्ष फेन ४ सय ८५ मिटर तटबन्धन लगाइल समितिके अध्यक्ष टिकाराम चौधरी जानकारी डेलैं ।
बाढके तेज बहावसे ड्याम बचाइक लाग वरपर गन्ना ओ घाँस लगैलेसे फेन नैबचल गाउँक भलमन्सा रामप्रसाद चौधरी बटैलैं । गैल बरस बाढमे सात घर दुबल रहे, मुर्गी, चिंग्ना, सुव्वर, छेग्री, गोरु, भैस पुहल ओ लाखौं क्षति हुइल उहाँ बटैलैं । भलमन्सा चौधरी कलैं, ‘सबसे ढेर क्षति २०६४ सालमे आइल बाढसे नोक्सान हुइल रहे, गोरु भैंस पुहैनाके साथे खैना अन्नाबाली ओ लट्टा कपडा फेन पुहैले रहैं ।’

‘मोहना लडिक बाढ गाउँमे पेलल पाछे स्थानीयबासी गाउँ छोरके भारतके दुढुवा वनुवामे भागे परठ,’ उहाँ कलैं, ‘गाउँमे ढेंग घर नैरहल ओरसे भारतके वनुवामे शरण लेहे परठ ।’ बर्खाके बेला विद्यार्थी विद्यालय जैनासे वञ्चित हुइपरना अवस्था रहल उहाँ बटैलैं । ‘गाउँमे प्राथमिक विद्यालय किल बा, वहाँ से उप्परके कक्षा पह्रै हसुलिया बजार ओ के गाउँ जाइ परठ,’ मोहना लडियम पुल नैहोके बर्खामे विद्यार्थी शिक्षासे वञ्चित हुइपरल भलमन्सा चौधरी बटैलैं ।
बर्खाके समयमे मोहनपुर गाउँवासीहे बहुत समस्या भोग्टि आइल स्थानीय सुमन चौधरी बटैलैं । ‘बर्खामे सबसे ढेर गर्भवती महिलाहुकनहे समस्या रहठ, डेलिभरी करना समयमे लडियम बाढ रहठ, अस्पताल लैजिना अप्ठेरो भोगे परना उहाँ बटैलैं ।
‘गैल वर्ष लडियम बाढ आइल रहे । ओहे बेला बहुत समस्या परल रहे । भारत होके धनगढी लैगैलि, मने गौरीफन्टा नाकामे एसएसबी २ घण्टासम रोक डेहल । आधा घण्टा और रोक्लेसे उ महिलाके ज्यान जैना अवस्थामे रहे,’ उहाँ कलि, ‘जब–जब बर्खा आइ लागठ टब–टब हम्रहिन यहे समस्या भोगे परठ । यी समस्यासे कहिया छुट्कारा मिलि,’ सुमन अपन मनके बेदना बटैलि ।
ओस्टेके, कैलारी गाउँपालिका अन्तर्गत पर्ना शिवरत्नपुर, निमुवाबोझी, खोनपुर लगायत गाउँ फेन मोहनपुरके जस्टे पीर बोकके गुज्रटि बा । मोहना लडियक उपार रहल मोहनपुर गाउँ एक थारु समुदाय किल रहल वस्ती हो ।


