थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ 11 Nov 2025, Tuesday ]

रानाथारु बस्तीमे तीजके रौनक

पहुरा | ११ श्रावण २०७९, बुधबार
रानाथारु बस्तीमे तीजके रौनक

लक्ष्मी चौधरी
धनगढी, ११ सावन ।
कैलाली कञ्चनपुरके रानाथारु बस्तीमे अब्बे तीजके रौनक छाइल बा । तीज पर्वमे गाउँके डिडीबहिनीया ओ सघरियासंग भेटघाट कैना, परम्परागत गीत गैटी बल्हा (डोला) खेल्न करजाइठ ।

गाउँ धनगढीके भलमन्सा भज्जी राना सावनके पूर्णिमासे बल्हा (डोला)के सुरुवात करटी तृतीयाके दिन तीज पर्व विधिवत रुपमे समापन हुइना बटैलै । सावनके पूर्णिमाके दिन सक्कु सामग्री जुटाके गाउँघरके डाडुभैया मिलके डिडी बहिनीयाके लाग बल्हा (डोला) बनाडेना चलन रहल उहाँ बटैलै ।

रानाथारु बस्तीके चोक–चोकमे बल्हा (डोला)के व्यवस्था करल भलमन्सा राना बटैलै । ‘बल्हा (डोला) झुल्टी डिडीबहिनीया दीर्घायुके कामना करठै, भलमन्सा राना कहलै, ‘तृतीयाके दिनमे थारुके मौलिक परिकार पकैठै । साँझ बल्हा (डोला)मे लगाइल डो¥या काटके लडियामे लैजाके पूजापाठ करके बिर्सजन करठै ।’

उहाँक अनुसार उ दिन महिला निराहार बैठके प्रसादके रुपमे परम्परागत खैनाचिज सिमही, पपरा, पुरी, गुलगुला खैठै । भोज हुइल ओ नइहुइल महिला बल्हा (डोला)के डोर्‍या काटके लडियाके बीच भागमे पुगके बत्तीसंगे विर्सजन कैना चलन बा ।

रानाथारु समुदायसे प्रतिनिधित्व कैना धनगढी उपमहानगरपालिकाके उपमेयर कन्दकला राना तीज पर्व संरक्षण, सम्वद्र्धन ओ प्रवद्र्धन कैना सक्कु जानेक दायित्व रहल बटैली ।

रानाथारु समुदायके अपने कला, संस्कृति बा, यिहीहे जोगाइक लाग हम्रे अभियानके रुपमे आघे बह्रेले बटी,’ उहाँ कहली, ‘अब्बे रानाथारु समुदायमे तीज पर्व चल्टी बा । मै प्रतिनिधित्व कैना हुइल ओरसे यी संस्कृतिके संरक्षण कैना भूमिका खेलम ।’
मौलिक संस्कृतिके संरक्षण कैना उद्देश्य ओ थारु महिलाहे हौसला प्रदान कैना गाउँ–गाउँमे पुगके ओइनहे शुभकामना डेटी रहल राना बटैठी ।

स्थानीय रामदुलारी रानाके अनुसार यी पर्वमे लउण्डी तथा जन्नी मनै निराहार ब्रत बैठना करठै । ‘यी पर्व रानाथारु डिडीबहिनीयाहुकनके लाग सबसे महत्वपूर्ण हो । दुःख बिरुराके हुइलेसेफे चेलीबेटी माइतीघर जैना, मिठा मिठ खैना, बल्हा (डोला) झुलके रमैना करठै, रामदुलारी कहली, ‘डाडुभैया ओ भतिजाके दीघार्युके कामना करटी निरहार ब्रत बैठना करल बटै ।’ यी पर्वमे लैहर पक्षसे डिडीबहिनीयाहे दान, दक्षिणा डेना प्रचलनफे बा ।

फाइल फाेटु

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