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कोरोनासे प्रभावित होमस्टे पहुनाके पखाईमे

पहुरा | १० भाद्र २०७९, शुक्रबार
कोरोनासे प्रभावित होमस्टे पहुनाके पखाईमे

अनिता चौधरी
धनगढी, १० भदौ ।
होमस्टे संचालकहुकन पहिले पहुना स्यहर्ना हम्मे–हम्मे हुए, प्रायः दिनचार्य पहुनाहुकनके स्वागत सत्कारमे विटे अब्बे अस्रा लागे पर्ना अवस्था आइल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशमे १३ ठो होमस्टे दर्ता हुके सञ्चालन बटै । पछिल्का करिब तीन वर्षयहोर कोरोना महमारीसे आगन्तुकहुकनके आवागमन पाटिर हुइलपाछे कैलाली, कञ्चनपुर लगायत पहाडी पाँच जिल्लामे सञ्चालित होमस्टे सुनसान हुइल बा । अवस्था सहज बन्टी गैलपाछे होमस्टे पुनः सञ्चालनमे आइल मने सोचल जैसिन पहुनाके स्वागत करे नइपाइल सञ्चालकहुक्रे बटैठै ।

कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका–१६ स्थित थारु सामुदायिक होमस्टे गाउँ भादा व्यवस्थापन समितिके अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण चौधरी पहुनाके स्वागत सत्कार कैना हप्तौदिन अस्रा लागे पर्ना अवस्था आइल बटैठै ।

‘कोरोना महामारी आघे संचालकहुकनके दिनचार्य पहुनाहुकनके स्वागत सत्कारमे बिटे,’ अध्यक्ष कहलै– ‘होमस्टेसे संचालहुकनके मासिक रुपमे १५ से २० हजारसमके आम्दानी हुइना करल रहे । होमस्टेसे हुइल आम्दानीके आयस्रोतसे घरके आर्थिक अवश्यकता पुरा कैना माध्यम बनसेकल रहे । खेतबारीके मलजल किन्न, बालबच्चाहुनके पढाई लिखाईमे टेवा पुगल रहे ।’

कोरोनाके कारण होमस्टेमे पहुनाके अगमन पाटिर हुइल बा । अब्बे बर्खाफे लागल बा । पहिलेक जस्टे आम्दानी नइहुइल समितिके अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण बटैलै ।

जिल्लाके पहिल होमस्टे रहल कारण आन्तरिक तथा बाह्य पर्यटकके आर्कषण बढटी गैल,’ अध्यक्ष चौधरी कहलै । कोरोनासे ठला परल होमस्टे फेरसे नयाँ सोचके साथ आघे बह्रल उहाँ बटैलै । यी साल समितिके आयोजनाके गुरही कार्यक्रमफे कैगिल, ओस्टेक महोत्सवफे संचालन कैना उहाँ बटैलै ।

थारू होमस्टेमे मौलिक परिकार ढिक्री, खरिया, फुलौरी, अण्डीक् भात, खुर्मा, पनझझरा, कचरीक् बरिया, घोंघी, गंगटा, सुटही, मुसाको सेकुवा, सिधरा माछा, महुँवाके डारु, चाउरके डारु र अण्डी जाँरके झोरलगायत थारू खानपानसे पर्यटकहुकनके स्वागत करटी आइल बा ।

‘पहुनाहे मनोरन्जनके लाग झुम्रा, सखिया, लाठी नाँच डेखैना व्यवस्था करल बटी । कलेसे होमस्टे लग्गे धार्मिक पर्यटकीय क्षेत्र बेहडाबाबा, जोगिनीय ताल, रमणीय क्षेत्र कोइलही ताल घुमे चहना आन्तरिक तथा बह्रिया पर्यटकके लाग बयलगाडा (लहरू)के व्यवस्था फे करल बटी,’ अध्यक्ष कहलै ।

वि.सं. २०६७ सालमे स्थापना हुइल हाल २० घर मन्से १३ घरमे होमस्टे सञ्चालनमे रहल अध्यक्ष बटैलै । धनगढी बजारसे १७ किलोमिटरके दूरीमे रहल भादा थारू जातीके विशुद्ध बसोबास रहल वस्ती हो ।

कैलालीके लम्कीचुहा नगरपालिका–३ स्थित बसेरा थारु होमस्टे बल्चौरमे २०७६ माघ २७ गतेसे होमस्टे सञ्चालनमे नानल रहे ।

सञ्चालनम आइल होमस्टे दुई महिना नइपुग्टी कोरोनासे प्रभावित हुई पुगल रहे । विचमे फाटफुट रुपमे अइलेसे अब्बे पहुना असरा लग्ना हप्ता दिन लग्ना अवस्था रहल होमस्टे संचालक समितिके सचिव दिपु चौधरी बटैलै ।

उहाँ कहलै– ‘सुरुमे दैनिक ५० से ७० जानेक हाराहारीमे आन्तरिक पर्यटक अइना करिट । मने, २०७६ चैत ११ गतेसे पहिल चो लकडाउन सुरु हुईबेर होमस्टे बन्द हुई पुगल रहे । लकडाउन खुकुलो हुके अवस्था सहज हुइलपाछे फेरसे स्वास्थ्य मापदण्ड अपनाके होमस्टे सञ्चालनमे नानल रही । दुसरा चरणके कोरोना लौटेबेर होमस्टे पूर्ण रूपमे सुनसान हुइल रहे । अब्बे फेरसे संचालनमे आइल मने पहुनाके असरा लग्ना अवस्था बा ।’

‘बसेरा थारु होमस्टे’के विशेषता लोकल मुरगी, कर्णालीके मच्छी, महुवाके डारु, अन्नदीके भात, ढिक्रीलगायत थारु परिकारके व्यवस्था रहल उहाँ बटैलै । बल्चौर मुक्तकमैया शिविरमे ३०५ घरधुरी बा, जेम्ने ७ घरमे होमस्टे सञ्चालन बा ।

कोरानाके कारण लम्कीचुहा–३ स्थित बसेरा होमस्टे ओ धनगढी उपमहानगरपालिका–१६ मे रहल भादा होमस्टे केल नाही बल्की घोडाघोडी ताल क्षेत्रके पर्यटन विकासके लाग कैलालीके घोडाघोडी नगरपालिका–४ मे रहल माघी होमस्टेफे पहुनाके असरा लागे पर्ना अवस्था आइल बा ।

साँझके आन्तरिक तथा बाह्रिय पर्यटकके अगमनसे गाउँघरमे चहलपहल विल्गाए, पर्यटकहे मनोरञ्जन डेना रोजना स्थानीय नाँचगान हुइना करे होमस्टेके पूर्वाध्यक्ष शोभाराम चौधरी कहलै ।

‘कैलालीके घोडाघोडी ताल ओ आसपासके ठाउँमे घुमे अइना पर्यटक माघी होमस्टे पुगिट,’ उहाँ कहलै– ‘पहुना गाउँले परिवेशमे घुलमिल हुइट, थारु नाँचगान हेरिट ओ स्थानीय कल, संस्कृति, थारु परिकारमे रमाइट ।’ लकडाउनके कारण होमस्टे प्रभावित हुके तीन वर्षयहोर पर्यटकके अगमन कम हुइलसंगे गाउँघरमे नाँचगानफे हुई छोरल बा, उहाँ कहलै ।

माघी होमस्टे २०७१ साल सावन १० गतेसे सञ्चालनमे आइल होमस्टे सञ्चालक समितिके अध्यक्ष भगतचन्द्र चौधरी बटैलै । होमस्टेमे परम्परागत सजावटके १५ घरमे होमस्टे बा मने नियमित रुपमे ९ घर केल संचालनमे रहल उहाँ बटैलै । अब्बे बर्खा लागल कारण पहुनाके अगमन कम बा, समिति नयाँ सोचके साथ आघे बह्रटी यहाँ थारु संग्राहलयके अवधारणा लेके आघे बह्रल उहाँ बटै । माघी होमस्टे महेन्द्र राजमार्गसे ४ किलोमिटर उत्तरओर परठ ।

ओस्टेक और होमस्टे जस्टे कञ्चनपुरके कृष्णपुर नगरपालिकामे रहल विजयसाल सामुदायिक होमस्टेफे अब्बे पहुनामे पखाईमे रहल होमस्टे संचालक समितिके अध्यक्ष प्रदेशनी चौधरी बटैली ।

२०७५ सालमे होमस्टे दर्ता कैले रही,’ होमस्टे संचालक समितिके अध्यक्ष प्रदेशनी कहली, ‘मजासे एक बर्षफे सचालन नइहुइल रहे, कोरोना महामारी सुरु हुगिल । विचमे कोरोना संक्रमण घटेबेर मनै अइलै । दुसरा चरणके कोरोना लौटेबेर पर्यटकहुकनके अगमन शुन्यमे झरल रहे ।’ अब्बे फेरसे पर्यटक बह्रे लागल बटै, मने बर्खाके कारण सोचल जैसिन उहाँहुकनके आगमन हुइनइसेकल अध्यक्ष बटैली ।

विजयसाल सामुदायिक होमस्टेमे अब्बे ६ घरमे होमस्टे संचालनमे बा । होमस्टेमे एक घरमे दुई कोठा, ओम्ने दुई–दुई बेड करके सक्कु २४ ठो वेडके व्यवस्था रहल बा । यहाँ पर्यटकके अर्डर अनुसार थारु परिकारके व्यवस्था हुइना होमस्टे संचालक समितिके अध्यक्ष प्रदेशनी चौधरी बटैली । होमस्टेमे लोकल मुर्गी, अण्डीक भातसे लेके थारु परिकारके व्यवस्था कैजाइठ, कलेसे मनोरन्जनमे लठठी नाँच, सखिया नाँच,छोक्रा, झुम्रा नाँच डेखैना व्यवस्था रहल बा ।

पर्यटकहुक्रे घरबाससंगे यहाँ विजयसाल सामुदायिक वनके अवलोकन करे अइटी रहल बटै । यहाँ सिसिन्हया सिमसार क्षेत्र घाँसे मैदान, भ्यु टवार, जनहित महाकाली सामुदायिक वनमे विजयसालके बोट, चराचुरङी जंगली जीवजनावरफे हेरे सेक्जैना व्यवस्था रहल बा । ओस्टेक जय लक्ष्मी महिला सामुदायिक वनुवाके एक विघा क्षेत्रफलमे लगाइल विजयसालके नमुना प्लोट हेरे सेक्जाइठ ।

होमस्टेमे ठप सेवा सुविधाके व्यवस्था करटी यी साल तालिम भवन तयार पर्ना, ओ एक÷दुई और होमस्टे घर ठप्ना सोच रहल समितिके अध्यक्ष बटैली ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशमे होमस्टेके संख्या १३

सुदूरपश्चिम प्रदेशमे होमस्टे दर्ता हुइल संख्या १३ पुगल बा । १० ठो सुदूरपश्चिम प्रदेशके उद्योग, पर्यटन, वन तथा वातावरण मन्त्रालयमे दर्ता हुइल बा, कलेसे तीन ठो संघसे दर्ता सञ्चालनमे रहल बा । दर्ता हुइल १३ होमस्टेमन्से ७ ठो सामुदायिक ओ ६ ठो नीजि होमस्टे रहल सुदूरपश्चिम प्रदेश उद्योग, पर्यटन, वन तथा वातावरण मन्त्रालय जनैले बा ।

कैलालीमे भादा गाउँ सामुदायिक होमस्टे, माघी थारु गाउँ सामुदायिक होमस्टे, बसन्ता कोरीडोर थारु होमस्टे, बसेरा थारु होमस्टे सञ्चालनमे रहल बा । कञ्चनपुरमे सामुदायिक होमस्टे विजयसाल, बैतडीमे सुशीला होमस्टे, विस्ना होमस्टे, बझाङमे मुनाल कृषि तथा पर्यटन होमस्टे, डडेल्धुरामे डोटेली होमस्टे, डोटीमे खप्तड होमस्टे ओ अछाममे कैलाशवेशी एग्रो होमस्टे रहल मन्त्रालय जनैले बा ।

कैलाली जिल्लास्थित गौरीगंगा नगरपालिका–१०, नुक्लीपुरमे भर नुक्लीपुर सामुदायिक होमस्टे सञ्चालनके लाग प्रमाणपत्र पैलेसेफे कोरोनाके कारण उद्घाटन हुई नइपाइल सञ्चालक दिनेश थारु बटैठै ।

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