मनसुनसे धान भित्र्याइना समस्या
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २६ कुँवार । कैलाली जिल्ला कैलारी गाउँपालिका–५, पवेराके सीताराम डंगौराके खेट्वामे धान पाकके तयार बा । मने, डसिया टीकाके दिनसे हरेक रोज जैसिन बसरटी रहल पानीसे उहाँ धान भित्र्याइ नइपाइल हुइट । पाकल धान पानीके कारण भित्र्याइ नैसेकलपाछे डंगौराहे धान खेट्वामे बिग्रना चिन्ता रहल बा ।
‘धान पाकके तयार बा, लरयाके गिरजाई कलेसे धान खेट्वामे जामजाई, झरजाई,’ उहाँ कहलै– ‘वियार लगैना बेला पानी नै परके समस्या रहे । बोरिङसे पानी डारके वियार लगैली । धान कट्के भित्रैना बेला अब्बे पानी परके समस्या हुइटी रहल बा ।’
‘कम जमिनमे ढेर फरना हाइबे्रेट यूएस ३८२ जातके धान लगैले रही । पाकके तयार रहल धान डसिया मन्टीकी कटना योजना रहे,’ उहाँ कहलै । ‘करिब एक हप्तासे पानी बसरटी बा । रुकी टब धान काटब कहटी–कहटी अँठ्वार दिन होसेकल ।’
पाकल धानहे आँधी बौखासे सुटाडी । रोजना बरसना पानी खेतुवासे निक्रे नइपाई कलेसे पाकल धान फेरसे जिउरा बने सेक्ना उहाँक चिन्ता बा ।
ओस्टके, कैलारी गाउँपालिका–५ के कृषक बलिराम कठरियाके परिवार पानीके डरसे डरा डराके डसिया आघे आधा बिघा धान कटलै ।
टिकाके विहानसे दिनभर लगाके पाकल धान काटके एक/दुई दिनभित्रे भित्र्याइना ओहकान योजना रहे । मने, उहे रोजसे निरन्तर बसरटी रहल वर्षासे खेट्वामे पानी जमल बा । पाकल धान काटके भित्रैना कहाँ हो कहाँ उल्टे पानीमे डुबल उहाँ पिडा सुनैलै ।
खेट्वामे पाकसेकल धान समयमे भित्र्याइ नैपाइल पीडा सीताराम ओ बलिरामहे केल नैहो, जिल्ला भरके किसानहे अस्टे पिर बा । धान काटके भित्र्याइना बेला हुइटी रहल वर्षासे नोक्सान कैना डरसे कैयौं किसान धान काटे सेकल नैहुइट । गैल बरस काटल धान भिज गैल, बहुट पुहगैल, धान कटलेसे झन ढिउर नोक्सान हुइजाई कहटी उहाँहुक्रे धान कट्ना डराइल हुइट । मने, नैकट्लेसे ढिउर पाकल धान गिरके बालीमे जाम जैना, झर्ना डर फेन उहाँहुक्रनमे रहल बा ।
दिनदिने हुइटी रहल वर्षासे धान भित्र्याइना ढिउर समस्या रहल कैलारी गाउँपालिका–८ टेढीके कृषक पतिराम चौधरी बटैलै । ‘दिनदिने करिया बद्री उमरना करल ओरसे अब्बे धान कट्ना उपयुक्त मौसम नैरहल डेखजाइठ्,’ उहाँ ठप्लै, ‘मने, नै कट्लेसे फेन खेट्वामे धान बिग्रना डर बा ।’
कुँवार महिना धान भित्र्याइना महिनाके रुपमे चिन्हजाइठ् । इ महिनाभर किसान आपन खेट्वाके धान भित्र्याइना करठै । मने, इ बरस अब्बेसम हुइटी रहल बर्षाके कारण किसानके धान खेट्वामे रहल बा । धान कट्लेसे पानीसे भिजैना, न कट्लेसे पाके खेट्वामे झर्ना डरसे किसान दोधारमे रहल बाटै । कतिपय हतारमे धान कट्ना ओ बिना सुखैले धान थ्रेसिङ कैना कार्य फेन करटी रहल कृषक कृष्णप्रसाद चौधरी बटैलै । ‘जोखिम मोलके कतिपय कट्ना ओ भित्र्याइना फेन करटी रहल बटै,’ उहाँ कहलै । ‘मने, पानीके कारण डराइल किसान आभिन फेन खेट्वामे जाके धान काटे सेकल नैहुइट ।’
किसानके लाग खेतीपाती नै सबथोक हो । घामपानी सहके ओ कडा मिहिनेत कैके उहाँहुक्रे अन्न फरैना करल बटै । आउर, खेतीपातीमे मलपानीमे फेन ढिउर लगानी लागल रहठ् । मिहिनेतसहित ढिउर लगानी लगैना करल ओरसे खेतीपातीमे नोक्सान नैहोए कहिके किसान सफा मौसमके पर्खाइमे रहल कृषक चौधरीके कहाइ बा ।
गैल बरसफे डसिया मन्टीकी तीन–चारदिन भारी बर्षा हुइल । धान काटके किसानहुक्रे डसिया मनैना व्यस्ता रहलै । भारी पानी बरसना सूचना नइपाके किसान ढेर क्षति गुमाइल परल जिल्ला प्रशासन कार्यालय कैलालीके सूचना अधिकृत शिवराज जोशी बटैलै ।
‘अप्खी भर हम्रे सार्वजनिक सूचना निकारके सक्कु जनहन जानकारी करैले रही,’ उहाँ कहलै,’ ‘काटल धान ओटरा ढेर क्षति टे नइहुइल हो । मने कृषकहुकनके पाकल धान भित्रैना समस्या बा ।’ जल तथा मौसम विज्ञान विभागके अनुसार नेपालसे मनसुन आभिन नैओराइल हो । मनसुन ओरैना आभिन फेन कुछ दिन लग्ना बा ।


