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यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यकके मुद्दामे संवेदनशिल बन्ना आग्रह

पहुरा | ३० कार्तिक २०७९, बुधबार
यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यकके मुद्दामे संवेदनशिल बन्ना आग्रह

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३० कार्तिक ।
यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यकके अधिकारके निम्ति स्थानीय सरकार लगायत सरोकारवाला निकायहे संवेदनशिल बन्न आग्रह करल बा । यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यक समुदायके अक्केली प्रयाससे केल मुद्दा स्थापित नइहुइना ओरसे स्थानीय सरकार तथा सरोकारवाला निकायसे जागे पर्ना आग्रह करल बा ।

निलहिरा समाज (ब्लु डामण्ड सोसाइटी) से बुधके धनगढीमे हुइल छलफmल तथा अन्तरक्रिया कार्यत्रममे यैसिन आग्रह करल हो ।

निलहिरा समाजके अध्यक्ष पिकीं गुरुङ यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यकके मुद्दामे हरेक तहतप्कामे छलफल कैना आवश्यक रहल बटैलै । ॅयौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यक समुदाय अधिकारके विषयमे कानूनी व्यवस्था हुइलेसेफे ढेरहे पत्ता नइहुके कार्यान्वयन कैना समस्या हुइना करल बा’, ऊहाँ कहलै । ‘यकर लाग स्थानीय सरकार लगायत सक्कु निकाय जग्ना आवश्यक बा ।’

कार्यक्रममे निलहिरा समाजके कार्यत्रम संयोजक सञ्जय शर्मा मानवअधिकारके विषयमे संवेदनशिल नइहुइटसम समाजमे हिंसा आमे विभेदके घटना नइरोकना बटैलै ।

उहाँ स्थानीय सरकारसे यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यक समुदायहे मुलधारमे नन्ना प्रत्येक वडासे यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यक समन्वय केन्द्र बनाके यी समुदायके अधिकारहुकनके सम्बोधन कैना आग्रह करलै । उहाँ निलहिरा समाजसे देश भर अपन कार्यक्रम सञ्चालन करटी रहल बटैलै ।

निलहिरा समाजके देश भरके सात प्रदेश ओ टमान सहरमे ३५ ठो शाखा रहल बा, उहाँ कहलै । ॅयी कार्यालयमे ७ सय ५० कर्मचारी कार्यरत रहल बटै ।’ मानव अधिकार उल्लघंन, मिडियासंग वकालत, काठमाण्डौँ ओ कर्णाली प्रदेशमे कार्यक्रमफे सञ्चालन करटी उहाँ बटैलै । यी लगायत जनचेतनाके कार्यक्र, क्षमता अभिवृद्धिके कार्यक्रम, धार्मिक गुरुसंग वकालत ओ अध्ययन अनुसन्धान समेत करटी रहल शर्मा प्रस्तुत करल कार्यपत्रमे उल्लेख करले बटै । संविधानमे अपन समुदायके अधिकारके बाट उल्लेख हुइलेसेफे कार्यान्वयन हुई नइसेक्ना बटैले रहिट । कार्यक्रममे यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यक समुदायके नागरिकहे हरेक सरकारी निकायमे सेवा लेना समेत समस्या हुइना करल शर्मा जनैलै ।

कार्यक्रममे सरकारी तथा गैर सरकारीके प्रमुख एंव प्रतिनिधि लगायत यौनिक तथा लैंगिक अल्पसंख्यक समुदायके नागरिकहुकनके सहभागिता रहे ।

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