थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०५ कुँवार २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं ५ आश्विन २०८२, आईतवार ]
[ 21 Sep 2025, Sunday ]

शिवशिखर सहकारीसे बचत फिर्ता कैना सकस

पहुरा | २४ माघ २०७९, मंगलवार
शिवशिखर सहकारीसे बचत फिर्ता कैना सकस

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २४ माघ ।
धनगढीमे रहल शिवशिखर बहुद्देश्यीय सहकारी संस्थासे बचतकार्तके रकम फिर्ता करे नैसेकके सेवाग्राही मर्कामे परल बाटै ।

भक्तपुर केन्द्रीय कार्यालय रहल उ सहकारीसे सेवाग्राहीहुक्रनके बचत करल रकम फिर्ता करे नैसेकल सहकारीके ग्राहकहुक्रे बटैले बाटै ।

दैनिक बचत, फिक्स बचतकर्तासे ढेर रकम सेयर लगानी करल ग्राहक आपन लगानी डुबे लागल कहटी रकम फिर्ता मग्टी रहल बटैले बाटै । शिवशिखरके बुटवल शाखामे बचतकर्ता उपर ठगी हुइल विषय बाहर आइलपाछे ओकर प्रभाव कैलालीके धनगढी शाखामामे समेत परल जनाइल बा । कुछ दिन यहोर सहकारीके धनगढी स्थित कार्यालय दिनभर निक्षेप फिर्ता मगुइया ग्राहकके भीड लागे लागलपाछे सहकारीके कर्मचारी नै सम्पर्क बिहिन रहल सेवाग्राही बटैले बाटै । सहकारीसे दैनिक चल्ती खातामार्फत रकम संकलन कैटी आइल रहे ।

धनगढी उपमहानगरपलिाका–१४, स्याउले बजारके प्रकाश मल्ल सहकारीमे ढारल पैसा फिर्ता मागे गैलेसे फेन पैसा ओराइल कहटी फिर्ता पठाइल बटैलै । मल्ल कहलै, ‘सहकारीमे ढारल पैसा जोखिमे परे लागल, ओहेमारे जमा करल ४० हजार रुपैयाँ फिर्ता मागे आइल रहुँ मने सहकारी छुच्छे पठाइल ।’

ओस्टके धनगढी–१४ के धर्मराज पडाल फेन आपन बचत करल ३ लाख ५० हजारसे ढेर रकम फिर्ता लेहे गैल दुुई दिन हुइलेसे फेन फिर्ता नैपाइल बटैलै । कार्यलयमे पैसा मगुइयाके भिड लागल बटैटी उहाँ आपन पैसा फेन फिर्ताके लाग गैलमे कार्यालयमे कर्मचारी नैरहल बटैलै ।

ओस्टके दैनिक बचत संकलन कर्ता समेत बजारमे दैनिक रकम संकलन करे नैजाके बचतकर्ता आपन बचत करल पैसा डुब्नामे ससंकित हुइल बाटै ।

यहोर सहकारीके सुदूरपश्चिम प्रदेशके वरिष्ठ प्रवन्धक हेमराज जोशी एकचुट्टे बचतकर्ता पैसा फिर्ता मागक लाग कार्यलय घेरे लागलपाछे समस्या उत्पन्न हुइल बटैलै । अपनेू पैसाके व्यवस्थापनके लाग काठमाडौ रहल बटैटी उहाँ कहलै, दैनिक सयौके संख्यामे बचतकर्ता बचत फिर्ता मागे लागल बाटै–‘जेकर कारण कार्मचारी असुुरक्षा महसुस करल ओरसे कार्यालय जाइ सेकल नैहुइट ।’

कुछ दिनमे समस्याके हल हुइना समेत प्रवन्धक जोशी बटैले बाटै । जोशी बुटवल शाखामे डेखल समस्याहे इंगित कैटी धनगढी शाखामे समेत प्रभाव परल बटैलै । ‘सक्कु बचतकर्ताके मागअनुरूप क्रमिक रूपमे हम्रे रकम फिर्ता करब’, उहाँ कहलै–‘हम्रे कौनो फेन ग्राहकहे मारमे नैपारब, ग्राहके बचत करल रकम फिर्ता करब ।’

जनाअवजको टिप्पणीहरू