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‘ जिल्ला समन्वय समितिके सातौं जिल्ला सभा ’

न्यायके मुद्दामे मोरफे समर्थन बाः मुख्यमन्त्री शाह

पहुरा | ५ फाल्गुन २०७९, शुक्रबार
न्यायके मुद्दामे मोरफे समर्थन बाः मुख्यमन्त्री शाह

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ५ फागुन ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री कमल बहादुर शाह नागरिक उन्मुक्ती पार्टीसे उठाइल मुद्दामे अपनफे सहमति रहल बटैले बटै ।

शुकके रोज जिल्ला समन्वय समिति कैलालीके सातौं जिल्ला सभा समारोह उदघाटनके क्रममे सम्बोधन करटी उहाँ ओम्ने न्यायके लाग उठाइल मागप्रति अपनफे समर्थन रहल बटाइल रहिट ।

न्यायके लाग उठल मागके समाधानके उपाय खोजी करे परठ’, मुख्यमन्त्री शाह कहलै, ‘अपनेहुक्रे जौन मुद्दामे आघे बह्रल बटी । ओम्ने साथ ओ समर्थन हमार फे बा । उ समस्यामे समाधन करे परठ कना सन्दर्भमे मै निरन्तर लागल बटु । ओ लागल रहना कना विश्वासफे डेहुवाइ टु ।’

उहाँ कहलैं, ‘महीहे मुख्यमन्त्री नइचाही अपनेनके आघे बह्री, सरकारमे आई । नेतृत्व लि कहिके आग्रह कैगिल रहे । सायद उ बेला अपनेनके नेतृत्व लेहल हुइलेसे एक ठो स्थिर सरकार आघे बह्रना रहे । उ नइहुइल ओरसे आज हम्रे यी परिस्थितिमे बाटी ।’

‘सामाजिक सदभाव अभिनफे कुछ व्यक्ति खलबल्र्या खोजे चाहल बटै कहिके आवाज उठल बा’, उहाँ कहलै, ‘मै यिहे मञ्चसे कहे चाहटु । यी ठाँउके सामाजिक सदभाव कौनोफे व्यक्ति यदि खल्बल्याई चाही कलेसे उ यी समाजसे बहिष्कृत हुई । उहीहे कानूनी दायरामे नानके कार्वाहीसमेट कैना प्रतिवद्धता जनाई चाहटु ।’

यहाँ हम्रे नम्मा समयसे भाइचारके हिसावसे डाडुभैया, डिडीबहिनीया, इष्टमित्रके हिसावसे एक ठो परिवारके हिसावसे टमान संस्कार संस्कृतिके हिसावसे हुर्कटी, हमार समाज ओस्टेहे के आघे बह्रल चाही हो ।

हम्रहिन का लागठ कलेसे मै जनप्रतिनिधि बनके आइलपाछे मन्दिरमे बजेट डरही परठ कना नइडरलेसे सारा बरबाद हुजाई मानसिकता, सोच बा । मही कौनो संस्थाके भवन बनाडेहे परठ । मै सांसद रहेबेर नइबनैलेसे सारा राजनीति ओराजवाई कना सोचके कारण विकासे बजेटके दुरुपयोग हुइल उहाँ बटैलै ।

एक ठो सिस्टम प्रक्रियामे आघे बह्रे नइसेक्लेसे केल मुलुकके विकास हुई नइसेकी । हम्रे सोचल जैसिन नेपाल बनाई नइसेकब । टबमारे ढेर चिजमे समिक्षा कैना बा उहाँ कहलै ।

मै मुख्यमन्त्रीके हिसावसे कमिशन लेहल, खाइलबारेमे जौन दिन बाहेर आइ कलेसे उ दिन मै जौनफे सजाय भोग्ना तयार बटु,’ मुख्यमन्त्री कहलै, ‘हम्रे सक्कु जाने मिल्के सात नम्बर प्रदेशके विकास कैना बा । साथ समर्थन हुके केल एक ठो मुख्यमन्त्री, मन्त्री परिषद सबकुछ करे नइसेक्ही । अपनेनके निरन्तर रुपमे साथ ओ सहयोग चाहठु । ओ पाालिकाहुकनहे अभिन व्यवस्थित कार्यक्रम मुखी कैसिक बनाई सेक्जाई । ओहोरफे सोच्न जरुरी बा ।’

जिल्ला समन्वय समिति काम ओ कर्तव्यके बाट कहु दुविधा बा की । हम्रे समन्वयकारी भूमिका कैसिन रहे पर्ना, अनुगमनकारी भुमिका कैसिन हुई पर्ना । अथवा समन्वय समिति अपनही बजेट विनियोजन कैना विषयमे आघे बह्रना प्रष्ट हुके आघे बह्रना जरुरी उहाँ बटैलै ।

नागरिक उन्मुक्ती पार्टी सुदूरपश्चिम प्रदेश ससंदीय दलके नेता रामेश्वर चौधरी थरुहट संघर्ष समिति ओ सरकारविच हुइल १० बुँदे सहमति कार्यान्वयन नइहुइना दुखद रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘सरकार १० बुँदे सम्झौता कैना उल्टे माननीय अरुण चौधरीहे जेल कोच्न कार्यप्रति पार्टीके अपत्ति बा ।’

सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार अभिनसम पुर्णता पाइनइसेकल कारण सरकारहे बुझना जरुरी रहलफे ससंदीय दलके नेता चौधरी बटैलै । कुछ अभिनफे सामाजिक सदभाव विगारे खोजल उहाँ आरोप लगैलै । कार्यक्रममे सुदूरपश्चिम प्रदेशके उपसभामुख कोइलीदेवी चौधरी सरकार विश्वासके मत नइपाइसेकल कारण काम कर्वाही आघे बह्रे नइसेकल बटैली ।

सातौं जिल्ला सभा समारोह उदघाटन कार्यक्रममे प्रदेशसभा सदस्य प्रकाशबहादुर बम, प्रदेश सदस्य खेमादेवी विष्ट लगायत मन्तव्य व्यक्त करल रहिट ।

जिल्ला समन्वय समिति कैलालीके कार्यवाहक सभापति खगराज भुषालके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे प्रदेशसभा सदस्य, कैलालीके १३ स्थानीय तहके प्रमुख, उपप्रमुख, प्रमुख प्रशासकीय अधिकृतहुकनके सहभागिता बा । ओस्टेक करके स्थानीय पालिकासे आर्थिक बर्ष २०७८/२०७९ के वार्षिक प्रगति समिक्षा एवं अनुभव अदानप्रदान करले बटै । कार्यक्रमके संचालन जिल्ला समन्वय समितिके नासु विमल प्रकाश जोशी करले रहिट । स्वागत मन्तव्य जिल्ला समन्वय समिति अधिकारी धर्मराज विनाडी करले रहिट ।

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