क्यान इन्फोटेकके आकर्षण बनल एसपीएके स्टल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १८ फागुन । धनगढीमे जारी सुचना प्रविधि मेला (क्यान इन्फोटेक)मे एसपीए कलेजके स्टल आकर्षण बनल बा । स्टलमे एसपीएके विद्यार्थीहुक्रे बनाइल उपकरण तथा प्रविधि हेरुइयनके दैनिक भीडभाड डेखल हो ।
एसपीए कलेजसे आपन विद्यार्थीहुक्रन बनाइल टमान एकदर्जन उपकरण तथा प्रविधि क्यान इन्फोटेकमे प्रदर्शनीमे राखल बा । जेम्ने सस्ता किताब डटकम, वान डोर लेखापढी सिस्टम, स्मार्ट डस्टबिन, ग्यास लिकेज डिकेक्टर, भ्वाइस कन्ट्रोल अपलाइन्सेस, इलेक्ट्रिक बाइक लगायत रहल बावै ।
सस्तोकिताब डटकम मुख्य कैके पह्रे मिल्ना पूरान पुस्तक किनबेच करे सेकजैना माध्यम हो । कम आय रहल ओ महँगा किताब किने नैसेकुइया विद्यार्थीहुक्रनके लाग इ महत्वपूर्ण हुइल बा । जो कोइ फेन आपनसँग रहल पूरान पह्रे मिल्ना पुस्तक वेवसाइटमे राखे सेकजाइठ् । वहाँसे जिहीहे चाहल हो उ सस्ता मुल्यमे किताब पाइल बाटै । इ सिस्टमके विकास एसपीएके विद्यार्थी पवन अवस्थी, यज्ञराज कडेँल लगायत विकास करल हुइट ।
ओस्टके एसपीएके विद्यार्थीहुक्रे अनुजा आचार्य, कञ्चन विष्ट ओ लक्ष्मी चन्द बनाइल भ्वाइस कन्ट्रोल अपलाइन्सेसमे फेन मनै रुचि डेखल बा । उ उपकरणके माध्यमसे बोलीके भरमे बत्ती, पंखा, मोटर, एसीलगायत सम्पूर्ण विद्युतीय उपकरणहे कन्ट्रोल करे सेकजाइठ् ।
‘मुख्यकैके शारिरिक अपांगता रहल व्यक्तिन उपर रहल वा डुर रहल विद्युतीय उपकरणके स्वीचसम पुगे नैसेकजैना स्थिति हुइ सेकठ्,’ अनुजा कहली, ‘उहाँहुक्रे सहजताके लाग हम्रे इ उपकरणके डिजाइन करल हुइटी । इहीसे जहाँसे फेन आवाजके माध्यमसे इलोक्ट्रोनिक्स डिभाइसे अन–अफ करे सेकजाइठ् ।’
इ उपकरणके सहायतासे व्यक्तिके प्रत्यक्ष सम्पर्क बिजुलीसँग नैहुइना वा स्वीच थिच्टी रहे पर्ना नैरहल ओरसे करेन्ट लग्ना वा अन्य बिजुलीजन्य दुर्घटनासे फेन बच्ना मद्दत पुग्ना बा ।
ओस्टके एसपीएके विद्यार्थी सोहन कैनीसे बनाइल ‘सवारी एस ५’ इलोक्ट्रिक बाइक विथ फिंगरपिन्ट प्रदर्शनी राखल बा ।
सोहनसे बनाइल सवारी एस ५ एकचो चार्ज करलमे ५० से ६० किलोमिटर चलठ् । ब्याट्रीके पावर बह्राइल बाइक ढेर चल्ना बटैलै । उ बाहेक इलोक्ट्रिक बाइक रहल इ वातावरणमैत्री फेन बा बा । अंग्रीक सेन्सरसे सजिले अन करे सेकजाइठ् ।
‘मै सक्कु पुनः प्रयोग हुइना सामाग्रीके प्रयोग कैके इ बाइक बनैले बाटुँ । माइलेजके फेन समस्या नैहो । ब्याट्रीके पावर बह्रैना चहलेसे आउर ढेर चली,’ सोहन कहलै ।
इहीसे आघे इ बाइक काठमाडौंसहित देशके अन्य भागमे फेन प्रदर्शनमे ओसेकल बा ।
एसपीएके विद्यार्थी नरेश विष्ट, ललितराज जोशी, रमेश बोहरा ओ सन्तोष लुहार स्मार्ट डस्टबिन प्राजेक्टके विकास करल हुइट । सेन्सरयुक्त उक्त स्मार्ट डस्टबिनके ढोका मनै लग्गे गैलेसे खुल्ना ओ डस्टबिनसे दुर जाइकर अपनहे बन्द हुइना हुइठ् ।
‘डस्टबिनमे फोहोर चिजबस्तु फेक्ना करजाइठ् । हातसे छुके ढक्कन खोले परलमे ओम्ने रहल किटाणु हाठमे लग्ना हुइ सेकठ् । उहीसे रोगब्याधी फैलना सम्भावना हुइठ्,’ प्रोजेक्टमे काम करल विद्यार्थी ललित कहलै, ‘हमार स्मार्ट डस्टबिनके प्रयोगसे ढक्कन छुये नैपरठ् । मनै फोहर फेके लग्गे जाइबर अपनहे खुलठ् कलेसे मनै डस्टबिनसे डुर जाइबर अपनहे बन्द हुइठ् । अपनहे बन्द हुइना हुइल ओरसे डस्टबिनके गन्ध वातावरणमे फेन फैले नैपाइठ् ।’
ओस्टके एसपीएमे बीआईएम छैटौं सेमिस्टरमे अध्ययनरत् अरुनिमा कठरिया तथा पहिल सेमिस्टरमे अध्ययनरत् दीपिका जोशी ओ पुजा साहसे बनाइल प्रोजेक्ट ‘वान डोर लेखापढी सिस्टम’ फेन अवलोकन कर्ता रुचैले बाटै ।
इ सिस्टमके माध्यमसे मनै आपन तथ्य भरके आधारमे लेखापढीसे करजैना सक्कु निवेदन, मुचुल्का, सिफारिस, तमसुक अक्के घचिक तयार हुजाइठ् । यकर माध्यमसे नापी, मालपोत, नगरपालिका, लगायत सरकारी कार्यालयमे आब मुचुल्का, तमसुक, सिफारिस, निवेदन बनाइबर पैसा तिरे नैपरी ।
ओस्टके ग्यास लिकेज प्रविधिके विकास प्रकाश नेपालीलगायत विद्यार्थी करल हुइट । किचेनमे ग्यास लिकेज रहल अवस्थामे उक्त प्रविधिसे जनाउँ घण्टी बजके दुर्घटनासे बचैना जनाइल बा ।
एसपीए कलेजके बीआईएम कार्यक्रम निर्देशक इन्जिनियर भीम पुन ओ इन्स्ट्रक्टर रविन्द्र रानाके सहयोगमे विधार्थीहुक्रे इ सक्कु प्रविधि ओ सिस्टमके विकास करल हुइट । कार्यक्रम निर्देशक पुन एसपीएसे विधार्थीहुक्रे शैद्धान्तिक ज्ञानसँगसँगे दैनिक जीवनमे उपयोगी व्यवहारिक ज्ञान फेन सिकैटी आइल ज्वलन्त उदाहरण इ विकास हुइल बटैलै ।
‘विद्यार्थीहुक्रे जौन मेरके प्रविधि विकास करले बावै उ विकास नैहोके अविष्कार हो’ पुन कहलै, ‘सुचना ओ व्यवस्थापनहे सँगे जोडके सामान्य मनैनके समस्या हल कैना एसपीएके विधार्थीहुक्रे दत्तचित्त होके लागल बाटै । उहाँहुक्रनहे आइटी क्षेत्रसे समाज ओ देश रुपान्तरणमे आघे बह्रैना संकल्पके साथ एसपीए आघे बह्रल बा ।’
