थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १६ सावन २६४९, बिफे ]
[ वि.सं १५ श्रावण २०८२, बिहीबार ]
[ 31 Jul 2025, Thursday ]

सम्पादकीय

डेहरि हेरके टिह्वार मनाइ

डेहरि हेरके टिह्वार मनाइ

नेपालीमे एकठो कहकुट बा, ’घाँटी हेरी हाड निल्नु’ इहि थारुमे सोझौला रुपसे उल्ठा कर्लेसे घेंचा हेरके हड्डि लिलि कहे सेक्जाइठ । याने कि अपन औकाट अन्सार व्यवहार करि । कौनो जबाना रहे, सर्वसाढारन थारुन्के घरेम सुरिक सिकार रिझक लग फेन
माघेम सार्वजनिक बिदामे काजे कन्जुस्याइ ?

माघेम सार्वजनिक बिदामे काजे कन्जुस्याइ ?

अँट्वारके बैठल मन्त्रिपरिषद् बैठकसे माघके अवसरमे माघ १ गते सार्वजनिक बिदा डेना निर्नय कइगैल बा । उहे डिन माघे संक्रान्ति पर्ना हुइल ओरसे सरकार हरेक बरस माघ १ गते सार्वजनिक विदा डेठ् । मने, उहे डिन थारु समुदायके लावा बरस ओ बर्का टिह्वार
थारुन्प्रति प्रधानमन्त्रीके उँटमुटावन अभिव्यक्ति

थारुन्प्रति प्रधानमन्त्रीके उँटमुटावन अभिव्यक्ति

सुखके रोज प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली धनगढीके कार्यक्रममे अपन कार्यकर्तन सम्बोधन कर्ला । मने लम्मा समयसे आन्दोलनरत थरुहट/थारुवान आन्दोलनकारीप्रति उहाँक अभिव्यक्ति उँटमुटावन लग्टिक रहल । प्रम ओली टीकापुर घटनाके सिलसिलामे
कन्द्रा लडियक् पुल, कहाँ हुइल भुल ?

कन्द्रा लडियक् पुल, कहाँ हुइल भुल ?

कैलालीके भजनी नगरपालिका–३ स्थित कन्द्रा लडियामे पुल बने सुरु हुइल नौ बरस बिट सेकल । मने इ नौ बरसमे पुलके ६० प्रतिशत किल काम हुइल जानकारी मिलल बा । जबकि पुल साढे दुई बरस भिट्टरमे निम्जैना कहिके बिरुवा लामासाल्पा शेर्पा कम्पनी ठेक्का
पूर्वकमलरी रजनीके सिपसे लेहे पर्ना सिख्खा

पूर्वकमलरी रजनीके सिपसे लेहे पर्ना सिख्खा

एकठो कहकुट बा, खैना मुँहहे मोंछ नै सेकठ । इ बाट बर्दगोरिया गाउँपालिका–२ झगरपुर, कैलालीके रजनी चौधरीके जिन्गिसे मेल खाइठ । कौनो समय आनक घर कमलरी लागल उ अब्बे अपन सिपमुलक काम टेलरिङसे मैन्हक ७५ हजार कमाहि किल नै कर्ले हुइ,संगसंगे ६ जनहनहे
विद्यार्थीनके बाहिरी ज्ञानमे एभरेष्टके सिखाइ

विद्यार्थीनके बाहिरी ज्ञानमे एभरेष्टके सिखाइ

कोरोनाके कारन लकडाउन हुइल कारन लम्मा समयसम स्कुल, कलेज बन्द रहल । डोसर शैक्षिक सत्र अइटि रहलबेला बल्ले स्कुल सुचारु हुइल बा । मने ढेर दिन पह्राइ छुटल कारन पोस्टा हेरक मन नैलग्ना विद्यार्थीन पह्राइमे कसिक आकर्षित कर्ना मस्टरवन लग
राजनीतिमे ‘गौरीशंकर प्रबृत्ति’

राजनीतिमे ‘गौरीशंकर प्रबृत्ति’

दुइ तिहाइके बहुमत सरकार संसद भंग हुइल पाछे अल्पमतमे परल बा । प्रधानमन्त्रि ओलीक निर्नय प्रति असहमति जनैटि कुछ मन्त्रि राजिनामा डेलाँ । उ ठाउँमे भकाभक लावा मन्त्री नियुक्त होके सपथ खा सेक्ले बटाँ । इहिसे पहिलेक ओलीक् मन्त्रिमन्डलमे
जनताके खाद्य अधिकार सुनिश्चित कर

जनताके खाद्य अधिकार सुनिश्चित कर

सुदूरपश्चिम प्रदेश १६ लाख २९ हजार २ सय जनसंख्या वर्षभरमे कुछ महिना भुखे वा आधा पेट खाके जीवन गुजारा करटी रहल बटै । सामाजिक विकास मन्त्रालयके तथ्याङ्क अन्सार यी प्रदेशमे २६ लाख १५ हजार १ सय ४८ जाने रहल मने ६२.३ प्रतिशत जनता खाद्य असुरक्षित
लैङिक हिंसा विरुद्धके अभियानमे हमार जिम्मेवारी

लैङिक हिंसा विरुद्धके अभियानमे हमार जिम्मेवारी

‘लैङिक हिंसा अन्त्यके प्रतिवद्धताः व्यक्ति समाज ओ सक्कुहुनके ऐक्यवद्धता’ कना राष्ट्रिय नाराके साथ अब्बे लैङिक हिंसा विरुद्धके १६ दिने अभियान जारी बा । इहे क्रममे देशके सब क्षेत्रमे आ–आपन तौरतरिकासे लैङिक हिंसा विरुद्धके मेरमेरिक
शान्ति सम्झौताके कार्यान्वयन खै ?

शान्ति सम्झौताके कार्यान्वयन खै ?

ठिक १४ वर्ष आघे तत्कालीन सात राजनीतिक दल ओ माओवादी विच नौ बुँदे विस्तृत शान्ति सम्झौतामे हस्ताक्षर हुइल रहे । मने अभिनफे टमान बुँदा कार्यान्वयन हुई नइसेकल हो । उ बुँदामे सशस्त्र लडाईँके औपचारिक अन्त्यके घोषणा, माओवादी सेना