पहुरा
१० माघ २०७७, शनिबार
चलो होइ संगे, बजार जैना बा,सयमे का आइठ, खर्चे हजार जैना बा ! जिट्ना टे बहुट, सहजिल बा लकिनजान जान के अप्खिन, हार जैना बा ! गहिंर कटरा बा पटा चलि, ठहाँके चलोबहुट जन्हुनहे अभिन, ओहपार जैना बा ! मुट्ठा टे एकदम, पानीम जा जाइ लकिनअब पानीहे मुट्ठम,