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‘ आर्थिक वर्ष २०८०/८१ के पूर्व बजेट छलफल ’

जनतनहे निरास नैबनाबः मुख्यमन्त्री शाह

पहुरा | २० चैत्र २०७९, सोमबार
जनतनहे निरास नैबनाबः मुख्यमन्त्री शाह

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २० चैत ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री कमलबहादुर शाह जनताहुकनहे निरास बनैना काम नइकैना बटैले बटै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश आर्थिक मामिला मन्त्रालयके आयोजनामे ‘आर्थिक बर्ष २०८०/८१ के बजेट तथा कार्यक्रम तर्जुमा’ सम्बन्धमे स्थानीय तहसंग सोम्मारके रोज धनगढीमे कैगिल पूर्व बजेट छलफल कार्यक्रममे उहाँ ओसिन बाट बत्वाइल रहिट ।

प्रदेश सरकारके डुसर कार्यकाल सुरु हुइटी रहल बेला आघेक जनप्रतिनिधिहुकनके बारेमे ढेर टिकाटिप्पणी सुरु हुइल कहटी यकर कारक तत्व खोजे पर्ना उहाँ बटैलैलै ।

प्रदेश सरकारके बजेट कार्यकर्तामुखी हुइलक आरोप लग्टी बा,’ मुख्यमन्त्री शाह कहलै, ‘हम्रे सुरुवाटी चरणमे बाटी । अब्ब लौवा सन्देश लेके आघे बह्रना जरुरी बा । हमार बारेमे, बजेटके बारेमे कोई अङगरी नइउठैना वातावरणके साथ काम कैके डेखना चाही ।’

प्रदेश सरकारके भौतिक पूर्वाधार मन्त्री प्रकाशबहादुर देउवा स्थानीयस्तरसे जनताके माग अनुसार छनौट हुके आइल योजनामे बजेट डरना प्रतिवद्धता जनैले बटैलै ।

आघेक सरकारके अब्बे ढेर अलोचना हुइटी बा,’ मन्त्री देउवा कहलै, ‘जनतनके माग ओ आवश्यकताके आधारमे योजना पठाई हम्रे बजेट डारब ।’ प्रदेश सरकार जनतनके हकमे काम कैना इच्छुक रहल कहटी स्थानीयतह ओ प्रदेश सरकारके समन्वय प्रगढ बनैना उहाँ आग्रह करलै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश आर्थिक मामिला मन्त्रालयके मन्त्री नरेशबहादुर शाही अपने अपन जिम्मेवारी पुरा कैटी जनतनके माग ओ आवश्यकता अनुसार काम कैके डेखैना प्रतिवद्धता जनैले बटै । उहाँ कहलै, ‘मोर जिम्मेवारीमे अर्थ मन्त्रालय बा । अब्बे अर्थतन्त्र धरासायी हुइल अवस्था बा । यिहीहे सुधारे सेक्लेसे यहाँके विकास ओस्टेहेफे फरको मारडारी ।’

विकासे योजनामे कमिशनके खेल हुइल ढेर चर्चा रहल कहटी अपने कमिशन नइलेना ओ डेहेफे नइडेना बटै ।

कार्यक्रममे पूर्व बजेट छलफल कार्यक्रममे प्रदेशके मुख्य सचिव नारायण शर्मा दुवाडी, राष्ट्रिय गाउँपालिका महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेशके अध्यक्ष लोकेन्द्र शाही, प्रदेश निति तथा योजना आयोगके उपाध्यक्ष मोहनदेव विष्ट लगायतसे मन्तव्य व्यक्त करले रहिट ।

ओस्टेक सुदूरपश्चिम प्रदेश नौ जिल्लाक गाउँपालिकाके अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत हुकनके सहभागितामे हुइल खुला छलफलमे बेला बोलुइयाहुक्रे प्रदेश ओ स्थानीय सरकार विच समन्वय नइहुइल ओ प्रदेशसभा सांसदसे पालिकाहे विना जानकारी कराइल मनोमनी ढंगसे योजना नानके संचालन करल आरोप लगैले रहिट ।

अछाम जिल्लासे तुर्माखाद गाउँपालिकाके अध्यक्ष डम्बर नेगी प्रदेश सरकारसे स्थानीयतहके विना स्वीकृति, विना सिफारिकके योजना लागु करल बटैलै । भ्रष्टाचार मौलैटी रहल कहटी यिहीहे शुन्यतामे झर्ना भारी चुनौती रहल बटैलै । स्थानीय तहसे ढेर प्रदेश सरकारसे भ्रष्टाचार करल उहाँ आरोप लगैलै ।

कैलाली जिल्लाके ओरसे जानकी गाउँपालिकाके अध्यक्ष गणेश चौधरी जिल्लाके दक्षिणी क्षेत्रके जनता बाढके ढेर मारमे परल कहटी लडिया कटानी नियन्त्रणके लाग प्रदेश सरकारके ध्यान जैना जरुरी रहल बटैलै ।

कृषि ज्ञान केन्द अनुदान केन्द्रके रुपमे स्थापित हुइल उहाँ कहलै । ज्ञान केन्द्रसे पहुँच रहुइया अनुदान पाइल कहटी ओकर उपलब्धीबारे खोजविन कैना जरुरी रहल उहाँ बटैलै । सामुदायिक विद्यालयमे गुणस्तरीय शिक्षा, स्वास्थ्यके समस्या, लागु औषध दुव्यर्शनीके समस्या रहल गाउँपालिका अध्यक्ष बटैलै ।

कञ्चनपुर जिल्लासे लालझाडी गाउँपालिकाके अध्यक्ष निर्मल राना प्रदेश सरकारसे गैल योजनामे ५ से १० प्रतिशत कमिशन लेना करल आरोप लगैलै । कञ्चनपुरके सीमा क्षेत्रमे लडियासंगे जंगली जनाबरहुकनके समस्या रहल उहाँ बटैलै ।

डोटी जिल्लाके ओरसे आदर्श गाउँपालिकाके अध्यक्ष गणेश बहादुर खडका पहाडी जिल्लामे खोलल सेवा सुविधा नइरहल कारण विमारीके ज्यान जैटी रहल बटैलै । पहाडके बस्ती खाली हुइटी रहल ओ अन्नाके भण्डारके रुपमे कैलाली कञ्चनपुरके खेती योग्य जमिन घरघडेरीमे परिणात हुइल बटैलै । स्थानीयस्तरमे व्यवसायिक टिना खेती नइकरल कारण भारतसे नानल विषादीरहल टिना खाई परल बटैलै ।

डडेल्धुरा जिल्लासे नवदुर्गा गाउँपालिकाके अध्यक्ष लक्ष्मीप्रसाद अवस्थी प्रदेश सरकार ओ स्थानीयतह समन्वयके अभाव डेहल अभिनसम पहुँचके भरमे प्रदेशसे योजना ओ बजेट डेहल बटैलै । स्थानीयतहमे आवसे आवश्यकताके आधारमे योजना ओ बजेट विनियोजनके कैना उहाँ माग करलै ।

दार्चुला जिल्लाके ओरसे मार्मा गाउँपालिकाके अध्यक्ष जमनसिंह धामी प्रदेश सरकारसे स्थानीयतहमे काम कैना शैली फरक रहल कारण प्रश्न चिन्हा खडा हुइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘जहाँ समस्या ओ आवश्यकता बा । उ ठाउँमे योजना ओ बजेट लागु करे परठ । कबु कबु स्थानीय तहके जानकारी योजना सुरु हुइना ओ भुक्तानीके बेला समस्या हुइना करठ ।’

बझाङ जिल्लाके ओरसे मष्टा गाउँपालिकाके अध्यक्ष ज्ञानबहादुर बोहरा प्रदेश सरकारके योजना पालिकाहे विना सल्लाह झायाल जैना करल आरोप लगैलै । उहाँ कहलै, स्थानीयस्तरके आवश्यकता एक मेरिक बा । प्रदेशसे पहुँचके भर योजना लैजैना करलजाइठ जौन पारदर्शिता ओ निश्पक्षता नइडेखल हो ।

बाजुरा जिल्लाके ओरसे हिमाली गाउँपालिकाके अध्यक्ष गोविन्द बहादुर मल्ल पहाडी क्षेत्रमे शिक्षा, स्वास्थ्य, खानेपानीके समस्या रहल बटैलै । बर्खाके बेला डगर विगरलेसे सदरमुकाम जैनाफे समस्या हुइल उहाँ बटैलै । ओस्टेक करके बैतडी जिल्लासे प्रस्तुतीकरण कैगिल रहे ।

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