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चैतन्यसे थप तीन ठो पुरस्कारके घोषणा

पहुरा | २१ बैशाख २०८०, बिहीबार
चैतन्यसे थप तीन ठो पुरस्कारके घोषणा

पाठशाला स्कुलके प्रमुख सल्लाहकारमे प्रा.डा. पन्त

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ बैशाख ।
शिवनगरमे रहल चैतन्य पाठशाला स्कुल प्रमुख सल्लाहकारमे प्रा.डा, हेमराज पन्तहे प्रमुख सल्लाकारके रुपमे चयन करले बा ।

चैतन्य पाठशालासे बुधके रोज एक कार्यक्रमके आयोजना करके प्रा.डा. पन्तहे पाठशालाके सल्लाहकारके जिम्मेवारी डेहल हो । चैतन्य पाठशालाहे उर्जा,शिल,नयाँ आइयाम साथ थप उत्कृष्ट बनैना उदेश्यसे पन्तहे पाठशालाके प्रमुख सल्लाहकारके जिम्मेवारी डेहल पाठशालाके कार्यकारी अधिकृत गणेश प्रसाद जोशी बटैलै ।

उहे कार्यक्रममे पाठशालासे थप तीन ठो पुरस्कारके घोषणा करले बा । पाठशालासे यी आघे बार्षिक उत्सवके अवसरमे शिक्षा साधना सेवा पुरस्कार घोषणा करसेकल रहे । शिक्षा साधना पुरस्कार पाठशालाके प्रमुख सल्लाहकारमे नियुक्त हुइल डा. पन्तहे जनही ५० हजार राशिके प्रदान करल रहे ।

यी वर्षसे साहित्य साधना,कला संस्कृति साधना ओ उत्कृष्ट खेलाडी साधाना पुरस्कार घोषणा करल चैतन्य पाठशालाके कार्यकारी अधिकृत जोशी बटैलै । तीन ठो पुरस्कारके राशि जनही २५ हजार धारल बा । यी आघे पाठशालासे उ पुरस्कार छनोट समितिके संयोजकमे प्रा डा.पन्त ओ सदस्यमे ऐश्वर्य बहुमुखी क्याम्पसके क्याम्पस प्रमुख धर्मदेव भट्टहे धारल रहे ।
अइना दिनमे फे टमान क्षेत्रमे आवद्ध उत्कृष्टहेफे पुरस्कार वितरणमे उहाँके सहयोग महत्वपुर्ण रहन पाठशालाके अधिकृत जोशी बटैलै । पाठशालाके अधिकृत जोशीसे विद्यालयसे संस्कारसहितके शिक्षा प्रदान कैना उद्देश्य रहल बटैलै । ओस्टेक चैतन्य पाठशालाके प्रमुख सल्लाहकार प्रा डा. पन्त अपनहे प्रमुख सल्लाहकारमे नियुक्त करलमे पाठशाला परिवारहे धन्यवाद डेहल बा ।
उहाँ अपनेफे पाठशालाहे विगतसमयसे नियल्टी अइटी रहल ओरसे पाठशालासे नयाँ आइयाम कैना ओ फरक सकारात्मक बाट सिखाई खोजल कहटी अपनहे यी पाठशालासे कुछ नयाँ शिक्षा क्षेत्रमे मजा करल डेखल अइना दिनमे यी धनगढी उपमहानगरपालिकाके नमुना रुपमे यी पाठशालासे कैना हुइल ओरसे अपनहे रहल ज्ञान पाठशालाहे केल नइहुके सक्कु शिक्षा क्षेत्रमे मजा कैनाहे अपने ज्ञान डेटी जैना प्रतिवद्धता रहना बटैलै ।

ओस्टेक पाठशालाके पुर्व प्रन्सिपल उदयप्रताप सिँह शिक्षामे सुधार हुई पर्ना परिकल्पना स्वरुप २०५८ सालओर विद्यालय स्थापना करटी रहल बटैलै । शिक्षासे मनैनहे विवेकशिल बनैना हुइल आरसे ज्ञान ओ विवेकशिल हुके केल नइपुग्ना हुइल ओरसे संस्कारहे अवलम्बन करे पर्ना बटैलै । उहे बाटहे मध्यनजर रख्टी संस्कारसहितके शिक्षाहे आत्मसाथ करटी चैतन्य पाठशालासे संस्कार युक्तसहितके शिक्षाहे आघे बहैटी रहल बटैलै । कार्यक्रमके सहजीकरण सहायक प्रधानाध्यापक कटक बहादुर सिँह करले रहिट ।

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