सुपक कला प्रतिष्ठानसे सम्मान तथा सांगतिक कार्यक्रम कैना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २५ जेठ । सुदूरपश्चिमाञ्चल कला प्रतिष्ठानसे कला क्षेत्रके टमान आयाम साहित्य, संगीत, ललितकला, लोक संस्कृतीमे योगदान करुइयनहे सम्मान कैना जनागिल बा ।
विफेक रोज धनगढीमे पत्रकार सम्मेलनके आयोजना करके सुपक राष्ट्रिय सम्मान २०८० तथा विविध सांगीतिक कार्यक्रमके आयोजना कैजिना प्रतिष्ठानके महासचिव गुणाकार पनेरु जानकारी डेले बटै । सुपक कला प्रतिष्ठानके एक विशिष्ट ओ पृथक कार्यक्रम हो, उहाँ कहलै, यी हरेक ५÷५ वर्षमे कैना कार्यक्रम हो । सर्वप्रथम २०७० सालमे यी सम्मानसे ८० जनहनहे सम्मान करल रही । पाछे टमान कारण ओ कोरोनाके कारण कार्यक्रम हुई नइसेकल रहे ।’
फेरसे १० वर्षपाछे यी कार्यक्रम निरन्तरता डेहे लागल उहाँ बटैलै । यी सम्मानमे कला क्षेत्रके टमान आयाम साहित्य, संगीत, ललितकला, लोक संस्कृतीमे योगदान करुइया, सु.प. क्षेत्रके ओ सु.प. क्षेत्रके लाग विशेष कुछ काम करल अन्य क्षेत्रके व्यक्तिहेफे समावेश करल बा ।
साहित्य, संगीत, चलचित्र, लोक संस्कृती ओ ललितकला विधामे करके ३० से ३५ जनहनहे सम्मान कैजिना जनागिल बा । पत्रकार सम्मेलन सु.प. कला प्रतिष्ठानके अध्यक्ष अम्बिका प्रसाद आचार्यके अध्यक्षतामे हुइल रहे ।
सम्मान तथा विविध सांगीतिक कार्यक्रम सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके सामाजिक विकास मन्त्री झपट बहादुर साउदके वडका पहुनामे यिहे २६ गते गार्डेन होमस्टे एण्ड रिसोर्ट धनगढी–५, तुलसीचोकमे हुइना आयोजक जनैले बा । विशेष आकर्षणमे चलचित्र निर्माता संघके अध्यक्ष÷भिमदत्त पन्त काडेतार, चलचित्रके निर्माता नायक नवल सिंह खड्का लगायत पहुनाके सहभागिता रहना बा ।
