थारु राष्ट्रिय दैनिक
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संघीयता कार्यान्वयन ओ आदिवासी जनजातीके अवस्थाबारे अन्तरक्रिया

पहुरा | १० श्रावण २०८०, बुधबार
संघीयता कार्यान्वयन ओ आदिवासी जनजातीके अवस्थाबारे अन्तरक्रिया

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,१० सावन ।
संघीयता कार्यान्वयन ओ आदिवासी जनजातीके अवस्थाबारे थारु अगुवा तथा बुद्धिजीवीहुकनके अन्तरक्रिया कैगिल बा ।

इन्टर नेशनल अलर्टसे धनगढी उपमहानगरपालिका स्तरीय भल्मन्सा समितिके समन्वयमे मंगरके रोज उ विषयमे छलफल कैगिल रहे । छलफल कार्यक्रममे नगर स्तरीय भल्मन्सा समितिके संयोजक रोहित चौधरी संघीयता आइल मने आदिवासी जनजाती लगायत विछडावर्गसे संविधानमे उल्लेख हुइलक अनुसार हक अधिकारसे बञ्चित रहल बटैलै । संविधानसे प्रदान करल मौलिक हक, सामानुपतिक सहभागिताके सुनिश्चित नइहुइलफे उहाँ बटैलै ।

राजाहे फेक्के लोकतन्त्रपाछे संघीयता गणतन्त्र आइल मने छोटे राजाहुुक्रे संघीयता कार्यान्वयनके नाउँमे अभिनफे राज करटी रहल थारु कल्याणकारिणी सभा कैलालीके कार्यवाहक सभापति माधव चौधरी बटैलै । उहाँ कहलै, पहिलेक राजाहुक्रे पुरा खण्डान राज करिट ओहे हाल अब्बे राजनितिक अगुवनमे उ प्रवृति डेखल बा ।

थारु बुद्धिजिवी ठाकुर प्रसाद करियाप्रधान आदिवासी जनजातिलगायत पाछे पारगिल वर्ग समुदायहुक्रे संघीयता आइलपाछे जौन आपेक्ष करल रहिट उ मेरिक अभाश नइहुइल बटैलै ।

थारु नागरिक समाजके सदस्य बसन्ती चौधरी संघीयता आइलपाछेफे आदिवासी जनजातिके राज्यके हरेक निकायमे सामानुपतिक सहभागिता हुई नइसेकल बटैली । शसस्त्र द्वन्द आघे आदिवासी जनजाती, दलित समुदाय लगायत पिछडाहे यिहे मौका छोपके आन्दोलनमे सहभागिता करागिल रहे,’ उहाँ कहली, मने ओकर फाइदा आन्दोलनमे ज्यान गुमाइल समुदाय, योगदान करल समुदाय नइपाइल हुइट । उ आन्दोलनके क्रममे सबसे ढेर आदिवासी जनजाति थारु समुदायसे ज्यान गुमाइले बटै ।’

छलफल कार्यक्रममे थारु कल्याणकारिणी सभा कञ्चनपुरके सभापति सानु चौधरी, इन्टरनेशनल अलर्टके असिम पाण्डे, रविना श्रेष्ठ, रिसर्चर टेरी मर्सि लगायत भल्मन्साहुकनके सहभागिता रहे ।

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