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छुट्टा गोरुनसे किसान हैरान

पहुरा | १६ भाद्र २०८०, शनिबार
छुट्टा गोरुनसे किसान हैरान

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १६ भदौ ।
धनगढी उपमहानगरपालिका–१२ के किसान वीरेन्द्र कुँवर छाडा गोरुनसे बाली नोक्सान परे लागलपाछे रात–दिन बाली सहेर्ना जाग्राम बैठे ।

धान गाम्हर हुइना बेला छाडा गोरुनके कारण धानवाली सखाप हुइटी लागलपाछे रात–रातके जग्राम बैठना अवस्था आइल बटैठै । तारबार लगाइल बालीफे छाडा गोरु पैठके सखाप पारे लग्गै,’उहाँ कहलै, ‘मोर दुई कठ्ठा धान खाके पुरा सखाप परलै । मेहनत करके लगाइल धान फुटना बेला खाके सखाप पारेलागलपाछे रातदिन सहेरके बैठना अवस्था आइल हो ।

छाडा गोरुनसे अपन केल नाही और किसानके बालीफे नोक्सानी करे उहाँ बटैलै । छाडा गोरुनके कारण बाली सखाप पर्ना डरसे कतिपय किसानसे खेती लगाई छोरल बटै । किसान कुवँर कहलै, ‘मोर छिमेकी लगातार दुई वर्ष छाडा गोरुनके कारण बाली स्याहारे नइसेकल ओरसे यी वर्ष धानबाली नइलगैलै । अशौ मास ओ अलहर खेती करले बटै । ओम्नेफे गोरुनसे क्षति पुगाइलपाछे दिक्क बटै ।’

उहाँ केल नाही कैलाली जिल्ला भर छुट्टा गोरुन किसानहे सताई लागल बटै । छुट्टा गोरुन गाम्हर हुइलागल धानमे क्षति पुगाईलागलपाछे किसानहे धानबाली जोगैना कर्रा हुइल बा । रातरातके समयमे दर्जनौ गोरुन खेतुवामे पैठे लागलपाछे धानवाली जोगैना समस्या हुइल धनगढी उपमहानगरपालिका–३ के किसान जनक चौधरी बटैलै ।

पहिले–पहिले एक, दुई गोरुन आइट ओटरा ढेर नोक्सानी नइहुए,’ उहाँ कहलै, ‘अब्बे हुलके हुल गोरुन रातरातके समयमे एक्के संगे खेतुवा पैठे लागलपाछे धानवाली स्वाहा पारे लग्लै । ओटरा ढेर छुट्टा गोरुन एक रातसम खेतुवामे पैठेबेर विधा जमिनमे लगाइल धानवाली स्वाहा करठै ।’

एक हप्तामे १० जाने किसानके करिव ७ विघा जमिनमे लगाइल धानवाली छुट्टा गोरुनसे नष्ट करल उहाँ बटैलै । छुट्टा गोरुनहे व्यवस्थित कैना अपनेहुक्रे बार बार वडा कार्यालयसंग निवेदन करलेसेफे सुनुवाई नइहुइल किसानहुकनके कहाई बा । धान बाली गाम्हर हुइना बेलामे छुट्टा गोरुनसे नोक्सान पुगाईबेर साह्रै नइमजा लागल दुसर किसान डम्बर चौधरी बटैले बटै । उहाँ छुट्टा गोरुनके उचित व्यवस्थापन नइहुके सास्ती केल नाही, बाली सखाप करेबेर जोगैना समस्या हुइल बटैलै ।

छुट्टा गोरु यी क्षेत्रमे दीर्घकालीन समस्याके रूपमे स्थापित हुइटी आइल बा । व्यवस्थापनके लाग कुछ प्रयास हुइल बा । छाडा पशु व्यवस्थापनके लाग अस्थायी टहरा निर्माणसे पालनपोषणके लाग कुछ कार्य करले बटै । ‘सिजनल’ रूपमे तत्कालीन समस्या समाधानके प्रयास हुइलेसेफे यकर दीर्घकालीन व्यवस्थापन नइहुके छुट्टा गोरुनके समस्या ओस्टे रहल औरे किसान गणेश उपाध्यायके गुनासो बा ।

स्थानीय तह भर छुट्टा गोरुनके व्यवस्थापन कैना अपने लागल बटैठै । उप महानगरका–४ ठाउँमे गौसाला निर्माण करले बटी,’ धनगढी उप महानगरपालिकाके उप प्रमुख कन्दकला राना कहली, ‘डेखल चौपाय उहे धरना करल बटी । धनगढी–१८ फूलवारीफे गौशाला तयार हुसेकल कुछ सयमपाछे उहाँफे छुट्टा गोरुनहे व्यवस्थापन कैजाई ।’

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