पाठेघरके मुखके क्यान्सर जाँचके लाग सचेतना आवश्यक
धनगढी, १६ पुस । महिलामे घातक रोगके रुपमे डेखल पाठेघरके मुखके क्यान्सर रोग परीक्षण ओ उपचारके लाग सचेतना फैलैना आवश्यक रहल बटाइल बा ।
अँटवारके रोज धनगढीमे आयोजित एक कार्यक्रममे महिलाहे पाठेघरके मुखके क्यान्सरसे जोगाइक लाग जनचेतना फैलैना आवश्यक रहल औंल्याइल हो । जोगे सेक्लेसे क्यान्सर कुछ नइरहल उल्लेख करटी क्यान्सर जिटल जगन्नाथ ढकाल जनचेतना फैलाके पाठेघरके मुखके क्यान्सरसे ढेरहे जोगाई सेक्ना बटैलै ।
स्त्री रोग परीक्षण करैना अभिनफे लाज मन्ना ओ ढेरहे ज्ञानसमेत नइहुइना कारणसे नेपालमे पाठेघरके मुखके क्यान्सरके बिरामी बर्सेनि १० हजार थप हुइटी रहल जनाइल बा । यी रोगके कारण दैनिक चार जाने महिला ज्यानफे गुमैटी रहल बटै । जौन, गर्भावास्थाके कारण महिलाके हुइना मृत्युसे ढेर मृत्यु हो ।
गर्भावास्थाके कारण हुइना डाईके मृत्युसेफे पाठेघरके मुखके क्यान्सरके कारण महिलाके मृत्यु ढेर हुइटी रहल परिवार कल्याण महाशाखाके विष्णु बास्कोटा बटैलै । उहाँक अनुसार गर्भावास्थाके कारण दैनिक दुई महिलाके ज्यान जैना करल बा ।
पाठेघरके मुखके क्यान्सरके बिरामीके मृत्युदर भयावह रहलेसेफे स्क्रिनिङमे पालिकासेपे ध्यान नइडेहल बास्कोटाके ठम्याइ बा । उहाँ बेलामे स्क्रिनिङ करके रोग पत्ता लगाके उपचार करके उहीसे छुटकारा पाई सेक्ना बटैलै ।
विश्वमे क्यान्सरमे पाँचौ स्थानमे रहल पाठेघरके मुखके क्यान्सर नेपालमे पहिल स्थानमे रहल बा । २०२० के तथ्याङ्क अनुसार नेपालमे पाठेघरके मुखके क्यान्सर हुइना दर १६.४ प्रतिशत ओ मृत्युदर ११.१ प्रतिशत रहल बा ।
पाठेघरके मुखके क्यान्सरसे जोग्ना यौनकार्य पूर्व ९ से १४ वर्ष टरेक किशोरीहे एचपीभी (ह्युमन पपिलोमा भाइरस) खोप डेहे सेक्ना जनाइल बा । ओस्टेक करके, ३० से ४९ वर्ष उमेरके महिलाके स्क्रिनिङ करके रोग पत्ता लगाजाइठ ।
भीआइए (भिजुअल इन्पेक्सन विथ असेटिक एसिड) से जाँच करके पाठेघरके मुखमे क्यान्सर संक्रमण रहल वा नइरहल पत्ता लगाई सेक्जाइठ । थप पुष्टि कैना एचपीभी डीएनए टेस्ट करे सेक्ना जनाइल बा । किशोरीहे खोप, रोग पत्ता लगैना कार्यहे तिव्रता ओ रोग पत्ता लागलहुकनके उपचार करे सेक्लेसे नेपालमे पाठेघरके मुखके क्यान्सर निवारण करे सेक्ना जनाइल बा ।
यकर लाग सरकारसे दिगो विकास लक्ष्य २०३० सम ९० प्रतिशत किशोरीहे एचपीभी खोप डेना, ७० प्रतिशत स्क्रिनिङ कैना ओ रोग पत्ता लागल ९० प्रतिशतके उपचार कैना लक्ष्य लेहल बा । अटरा हुइलेसे पाठेघरके मुखके क्यान्सरसे हुइना मृत्युदरहे ३० प्रतिशत कम करे सेक्जैना बटाइल बा ।
मने, हालसम ११ प्रतिशत केल स्क्रिनिङ हुइल जनाइल बा । स्क्रिनिङ करल मध्ये ७ प्रतिशतहे पाठेघरके मुखके क्यान्सर पुष्टि हुइल बा । नेपालमे पाठेघर मुखके क्यान्सर रोकथाम निर्देशिका २०७९ जारी हु्इलेसेफे अत्यधिक महिलाके अभिन स्क्रिनिङ हुई नइसेकल बास्कोटाके ठहर बा ।
पाठेघरके मुखके क्यान्सरविरुद्धके खोप, स्क्रिनिङ ओ उपचार वृद्धिके लाग जनचेतना फैलैना आवश्यक रहल
स्वास्थ्य पत्रकार मञ्च नेपालके अध्यक्ष सरोज ढुङ्गेल बटैलै । ओस्टेक करके, भीआइए टेस्टसे १० वर्षपाछे हुइना पाठेघरके मुखके क्यान्सरफे पत्ता लग्ना हुइल ओरसे सरोकारवालासे जाँच ओ उपचारमे ध्यान डेहेृ पर्ना समीर भण्डारी जोड डेलै । पुरुषके कारण महिलामे पाठेघरके मुखके क्यान्सर हुइना जनाइल बा । पुरुषसे महिलामे भाइरस सरके पाठेघरके मुखके क्यान्सर हुइना करठ ।


