थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २५ कार्तिक २६४९, सोम्मार ]
[ वि.सं २४ कार्तिक २०८२, सोमबार ]
[ 10 Nov 2025, Monday ]

मापसे ओ लापसे नियन्त्रणमे सक्रिय हुइटी प्रहरी

पहुरा | १७ माघ २०८०, बुधबार
मापसे ओ लापसे नियन्त्रणमे सक्रिय हुइटी प्रहरी

पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, १७ माघ ।
नेपाल प्रहरीसे आर्थिक वर्ष २०८०÷०८१ के सावनसे पुस महिनासम मादक पदार्थ सेवन (मापसे) से करल कार्वाहीसे कुल ३ करोड ९९ लाख ६९ हजार रूप्या राजश्व संकलन करले बा । यी अवधिमे मापसे करके सवारी चलुइया ३९ हजार २७२ जाने ओ लागू पदार्थ सेवन (लापसे) करके सवारी चलुइया २ सय ४२ जनहनहे कारवाही करल बा ।

यात्रु, सवारी ओ सडकहे सुरक्षित बनैटी गन्तव्यमे पुगैना तथा दुर्घटना न्यूनिकरण कैना मापसे तथा लापसे चेकिङ प्राथमिकतामे धारल नेपाल प्रहरीके केन्द्रीय प्रहरी प्रवक्ता प्रहरी नायव महानिरीक्षक भीमप्रसाद ढकाल जनैलै ।

चालकसे मापसे करके सवारी साधन चलाइल पत्ता लगैना मापसे चेकिङ कैना करल बा,’ उहाँ कहलै, ‘लहलहैमे लागके घरसे दुरके दूरीमे जाके मापसे कैना ओ सवारी साधन चलाके नेंग्ना प्रवृत्तिसे आकस्मिक ओ गम्भीर दुर्घटना निम्त्यइना करल तथ्याङकसे डेखाइठ । सिसिटिभिके पहुँच न्यून ओ सीमित ठाउँमे केल ट्राफिक प्रहरीके उपस्थितिके कारण मापसे करके सवारी चलैना प्रवृत्ति बह्रल बा ।’

उहाँ कहलै, ‘यैसिन प्रवृत्तिहे निरूत्साहित ओ मापसे तथा लापसे नियन्त्रणहे प्रभावकारी बनैना नेपाल प्रहरीसे टमान समयमे विविध नीति लागू करके सफल कार्यान्वयन करटी प्रभावकारी रूपमे काम करटी आइल बा ।’

नेपाल प्रहरीसे अवलम्बन करल नीतिबारे प्रष्ट परटी नेपाल प्रहरीके केन्द्रीय प्रहरी प्रवक्ता प्रहरी नायव महानिरीक्षक भीम प्रसाद ढकाल कहलै, ‘दुर्घटनासे अपन ओ यात्रुके ज्यान बचाइक लाग प्रत्येक चालकसे सही हालतमे सवारी साधन चलाई परठ । यी बाटहे स्थानीयस्तरमे सक्कु नागरिकसे बुझ्न ओ पालना कैना आवश्यक रहठ ।’

यी आर्थिक वर्षके ६ महिनामे मापसे करके सवारी चलैना काठमाडौं उपत्यकामे १८ हजार ६२७ जाने, कोशी प्रदेशमे २ हजार ५२४ जाने, मधेश प्रदेशमे २ हजार २१ जाने, बागमती प्रदेशमे १ हजार ९८ जाने, गण्डकी प्रदेशमे ८ हजार ९२३ जाने, लुम्बिनी प्रदेशमे २ हजार ७७३ जाने, कर्णाली प्रदेशमे १ हजार २६४ जाने ओ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे २ हजार ४२ जाने कारवाहीमे परल बटै ।

मापसे करके सवारी चलैना केल नाही मापसे करके डगरमे जथाभावी नेंगुइयाके कारणफे सवारी साधनसे ठक्कर डेहेबेर दुर्घटना हुइना करल बा । मापसे ओ लापसे नियन्त्रणमे ट्राफिक प्रहरीके सक्रियता सम्बन्धमे काठमाडौं उपत्यका ट्राफिक प्रहरी कार्यालय रामशाहपथके प्रवक्ता प्रहरी वरिष्ठ उपरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद भट्ट कहठै, ‘उपत्यकाके ढेर ठाउँमे सवारी साधन चेकिङ कैना, लापसे सेवनमे मुद्दा चलैना करल कारण चालक सजग ओ सचेत हुके जनधनके क्षतिमे कमी आइल बा । यिहीहे निरन्तरता डेटी सडक सुरक्षा ओ दुर्घटना न्यूनिकरणके लाग विषेश जोड डेटी आइल बटी ।’

उ अवधिमे कारवाहीमे परुइयासे काठमाडौं उपत्यकामे १ करोड ६ लाख २७ हजार रूप्या, कोशी प्रदेशमे २५ लाख ३९ हजार ५ सय रूपैयाँ, मधेश प्रदेशमे २० लाख ४२ हजार ५ सय रूपैयाँ, बागमती प्रदेशमे ११ लाख १७ हजार रूपैयाँ, गण्डकी प्रदेशमे ९५ लाख ६ हजार रूपैयाँ, लुम्बिनी प्रदेशमे २७ लाख ७३ हजार रूपैयाँ, कर्णाली प्रदेशमे १२ लाख ६० हजार रूपैयाँ ओ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे २० लाख ४२ हजार रूपैयाँ राजश्व संकलन हुइल बा ।

ओस्टेक करके उ अवधिमे लापसे करके सवारी चलैना काठमाडौं उपत्यकामे १ जाने, कोशी प्रदेशमे २ जाने, गण्डकी प्रदेशमे ८८ जाने, लुम्बिनी प्रदेशमे २० जाने ओ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे २५ जाने कारवाहीमे परल बटै । मधेश, बागमती ओ कर्णाली प्रदेशमे कारवाही संख्या शून्य बा ।

मापसे चेकिङके लाग सीमित जनशक्ति ओ सिसिटिभि क्यामराके न्यून पहुँच बा कलेसे ब्रेथलाइजर लगायतके साधनस्रोत पर्याप्त नइइहो । यकर वावजूद चेकजाँचमे नेपाल प्रहरीके सक्रियता कायम बा । नियमित चेकिङके साथे चाडपर्वके बेला जौनफे समयमे चेकजाँच हुइना करल बा । मापसे चेकिङहे थप प्रभावकारी बनैना सम्बन्धमे प्रहरी नायव महानिरीक्षक ढकाल कहठै, ‘मापसे लापसे नइकरके सवारी साधन चलैना कार्यके लाग प्रहरी ओ नागरिक एकआपसमे सहकार्य करके समन्वय करके आघे बह्रना आवश्यक बा । यिहे बाटहे मनन करके सरोकारवाला सक्कुह्नसंग समन्वय ओ सहकार्य करके हम्रे आघे बह्रल बटी । हमार मुख्य ध्यान कहल दुर्घटनासे धनजनके क्षति नहोए कना हो ।’

जनाअवजको टिप्पणीहरू