थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १९ सावन २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं १८ श्रावण २०८२, आईतवार ]
[ 03 Aug 2025, Sunday ]

विचार

थारु भासा, संस्कृटिके डस्टावेजिकरणमे खै बल्गर खम्हा ?

थारु भासा, संस्कृटिके डस्टावेजिकरणमे खै बल्गर खम्हा ?

कौनो जबाना रह, जब आपन भासा बोल्लसे वा भासिक क्रान्टि कर्लसे जेल जाए पर्ना । जब जब मै थारु भासाके थारु साहित्यक जुट्यालाम सहभागि हुइठुँ, टब टब लागट महिन आजसे लगभग कैयौँ बरस आघ कसिन रहट म्वार भासक बैठावन ? इ चिज ट आभिन खोज्ना बाँकि जो बा
टीकापुर थारु विद्रोहः इतिहास कि प्रपञ्च ?

टीकापुर थारु विद्रोहः इतिहास कि प्रपञ्च ?

टीकापुरमे ७ भदौ, २०७२ सालमे हुइल थारु विद्रोहके छ वर्ष पुरा करले बा । यी छ वर्षहे समीक्षा करेबेर मनोदशा बल्गर हुके आइल नइपाजाइठ । थरुहट आन्दोलन उठ्न कोशिश करेलेफे सेकल नइहो । टबमारे, निर्दोष राजबन्दीहुकनके रिहाईसम हेरेबेर थारु
६ वर्षपछि टीकापुरः कहिले निभ्ला त्यो संरचनागत हिंसाको आगो

६ वर्षपछि टीकापुरः कहिले निभ्ला त्यो संरचनागत हिंसाको आगो

केही दिनअघि लक्ष्मण थारुसँग काठमाडाैंमा संक्षिप्त भेटमा टीकापुर घटनाकाे सम्झना भयाे । जिस्काजिस्कीमा उनले प्वाक्क भने, ‘तपाईंसँग भेटेकाे भाेलिपल्ट म समातिएँ ।’ थारु नेता लक्ष्मणले तीन वर्ष कैद भुक्तानी गरिसकेका छन्, यही टीकापुर
टीकापुरः अदृश्य कथा

टीकापुरः अदृश्य कथा

रमदैयाके घर पुगेबेर अन्ढार होसेकल रहे । हुकहान घरक आजरपाजरके घरम बत्ती बरसेकल रहे । रमदैयक् घर भर अध्यार रहिन् । आपन घरक पन्जेर घरक बरल बत्तीक आजरारमे, रमदैया आपन अंग्नम बेरी पकाइटही फु फु आगी फुक्टी । टीकापुर घटना पहिले रमदैयक घर
थारू समुदायमे बालपर्व ‘गुरही’

थारू समुदायमे बालपर्व ‘गुरही’

संस्कृति हरेक समुदायके आपन मौलिक पहिचान हो । कौनो फेन जातिके जातीय पहिचान कला, संस्स्कृति ओ भाषासे जोडल रहठ् । थारु समुदायमे फेन अस्टे ढिउर संस्कृति रहल बावै । जौन अब्बे प्रायः लोप हुइना अवस्थामे बावै । कुछ रुपमे हुइलेसे फेन उ संस्कृति
थारू मानक भाषा बहस कौन चरणमे पुगल ?

थारू मानक भाषा बहस कौन चरणमे पुगल ?

थारू लेखक संघ नेपालके आयोजनामे पाँचौँ संस्करणसम थारू मानक भाषा बहस प्रमुख स्थान ओगटले बा । यिहे सम्मलेनसे थारू मानक भाषाके जन्म डेहल कलेसे किहुहे आपत्ति नैहुइ । यकर प्रमुख श्रेय वरिष्ठ साहित्यकार तथा भाषा विद् डा. कृष्णराज सर्वहारी,
थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

थारु कल्याणकारीणी सभा क्षेत्रीय कार्यालय दाङ देउखरके पहले बहुट लम्मा समयकबाड हालसाले थारु एडभान्सड डिक्सनरी अर्थात थारु वृहत शब्दकोष निकरलबा । जम्मा ५५७ पेज रलक यी शब्दकोषमे थारु शब्दके नेपाली ओ अंग्रेजीमे अर्थ लिखलबा । अस्टके
म्वर जनगणना म्वर सहभागिता २०७८

म्वर जनगणना म्वर सहभागिता २०७८

यी साल मनैन गन्नम (जनगणना) लगभग ५० हजार मनैन लगैल बा । ओम्नहसे, गणक सुपरभाइजर ८ हजार ओ गणक ३९ हजारसे फे ढ्यार मनैन घरघर जाक डाटा विटोर्ना जुम्माडेलबा । और जनगणनासे यी सालके गणनम पुछ्ना प्रश्न डान्चे फरक डेखाइट । मुख्य प्रश्न, सामुदायिक
मन्डर्या हरि बाज्या

मन्डर्या हरि बाज्या

ऊ डिन्वा असार ५ गते रह । काठमाडौँम राटभर पानि पर्लक ओर्से कर्या बड्रि आम्हि फटिक नि हुइल रह । मौसम बिभाग एक अठ्वारसे ढेर डिन पानि पर स्याकि कैक जना रख्लाहा । डेश कोभिड–१९ क महामारीले बन्दाबन्दीम रह । बाहेर जाइ नि पागिलक ओँर्से ढिल
जन्म दिन, पार्टी, शुभकामना

जन्म दिन, पार्टी, शुभकामना

हुइना ट मै आपन जन्मदिनक बारेम अपन ‘जीवनका वक्ररेखाहरू’ पोस्टाम लिख स्याकल बाटु । आजकाल फेसबुक मसे उइस (बधाइ) अइना हुइलक ओर्से महिहन याकर बारेम फेर से लिख्ना बाध्य बनाइटा । म्वार महन्ली दिदी कठि, धनकट्नी सिजनमे टैं जन्मल्या । मने कै