थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २५ कार्तिक २६४९, सोम्मार ]
[ वि.सं २४ कार्तिक २०८२, सोमबार ]
[ 10 Nov 2025, Monday ]

एक वर्षमे ४ सय १७ जाने पीडित

पहुरा | ७ पुष २०८०, शनिबार
एक वर्षमे ४ सय १७ जाने पीडित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ पुस ।
इन्सेक सुदूरपश्चिम प्रदेशसे कैलाली जिल्लामे एक बर्षमे ४ सय १७ जाने पीडित हुइल जनैले बा ।

नेपाल मानव अधिकार बर्ष पुस्तक २०२४ प्रकाशन पूर्व शुकके रोज धनगढीमे कैगिल बार्षिक समिक्षा कार्यक्रममे कैलाली जिल्लाके मानव अधिकारके अवस्थाबारे जानकारी सन २०२३ जनवरीसे २०२३ डिसेम्बर २१ तारेखसम ४ सय १३ घटनामे ३ सय ५७ महिला, ४५ बालिका ओ १५ पुरुष करके ४ सय १७ जाने पीडित रहल इन्सेकसे अभिलेख करल प्रलेख अधिकृत कृष्ण विक बटैलै ।

एक वर्षके अवधीमे महिला अधिकारसे ३ सय ५७ जाने पीडित हुइल उहाँ जनैलै । जेम्ने घरेलु हिंसासे २ सय ०, बलात्कारसे २, बलात्कार प्रयाससे ९, बेचविखनसे चार, बहुविवाहसे २९ ओ एकजाने सुत्केरीके मृत्यु हुइल उहाँ जनैलै । असुरक्षित गर्भपतनसे एक जाने महिलाके मृत्यु हुइल ओ परिवारजनसे तीन जाने महिलाके हत्या करल इन्सेकसे अभिलेख करल बटैलै । अन्य पक्षसे एक जाने महिला प्रहरीउप्पर दुव्र्यवहार हुइल इन्सेकमे अभिलेख बा ।

यी अवधीमे बालअधिकारसे ४५ जाने पीडित हुइल बटै । जेम्ने मध्ये बलात्कारसे १८, बेचविखनसे तीन, यौनदुव्यवहारसे १९, बलात्कार प्रयाससे चार ओ बालिका बालविवाहसे एक जाने वालिका पीडत हुइल अभिलेख हुइल बा ।

ओस्टेक १५ जाने पुरुष पीडित हुइल बटै । जेम्ने मध्ये परिवारजनसे दुई ओ अन्य पक्षसे दुई करके चार जाने पुरुषके हत्या हुइल बा । चार जाने पत्रकारउप्पर कुटपिट करल बा । एक बन्दीके उपचारके क्रममे मृत्यु हुइल बा कलेसे एक जाने पुरुषके प्रहरी हिरासतमे धारल क्रममे मृत्यु हुइल इन्सेकसे अभिलेख करले बा ।

सन् २०२२ जनवरीसे डिसेम्बर महिनासमके अवधीमे कैलाली जिल्लामे ३ सय ११ जाने पीडित हुइल रहिट । कलेसे राज्यसे सात जाने पीडित हुइल इन्सेकसे अभिलेख करल रहे । अघिल्का वर्षके तुलनामे यी वर्ष मानव अधिकार उल्लंघनके घटनामे वृद्धि हुइल पाइल प्रलेख अधिकृत विक बटैलै । उहाँ कहलै, पहिले घटना हुइल रहे । अब्बे नागरिक सचेत हुइल कारण घटना बाहेर आइल कारण ढेर डेखल हो ।

कार्यक्रममे राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख हरि प्रसाद ज्ञवाली, फियान नेपालके सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक मुकुन्द राना, इन्सेक जिल्ला प्रतिनिधि मैनामोती चौधरी, ओरेक नेपालके जिल्ला संयोजक गीता चौधरी, माइती नेपालके प्रमुख शिव चरण चौधरी, सिविन नेपालके हरिलाल चौधरी, एडभोकेसी फोरमके पुष्पविक्रम शाही, शान्ति पुनस्र्थाना गृहके कैलाशो रानालगायत अपन बाट धरटी अब्बे हिंसाके स्वरुप परिवर्तन हुइटी रहल बटैले रहिट ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू