पहुरा
१४ चैत्र २०७७, शनिबार
एक देशमें कक्षराज नामको एक राजा रहय । बो राजा और बोके राजनगरी बहुत खुसहाल रहय । राजाके बहुत साल हुइगय रहय पर बोके लर्का नाभय रहय । एक दिन राजा अपन गुरूके बुलायके बिचरबायी । राजा कहि, मिर तमान साल हुइगय हय बिहाके, पर बालक नाभय हय ।