थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १४ बैशाख २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं १४ बैशाख २०८२, आईतवार ]
[ 27 Apr 2025, Sunday ]

दस्तावेज

डशिया सुरु, थारुहुक्रे आज जेउँरा ढर्ना

डशिया सुरु, थारुहुक्रे आज जेउँरा ढर्ना

पहुरा समाचारदाताधनगढी, २ कार्तिक । हिन्दु परम्परा अनुसार डुटिया (जोन्ह्य) हेरलक दिन जेउँरा ढर्ना चलन रहल बा, मने थारु समुदायसे भर आज सकारे (डुटिया हेरलक डुसर दिन) जेउरा ढरटी रहल बाटै । थारुहुक्रे भर परम्परासे डुटिया हेरलक दुसर दिन
का थारु अशुद्ध उच्चारण करना जात हो ?

का थारु अशुद्ध उच्चारण करना जात हो ?

कथ्य थारु भाषा लेख्य रुपमे आइ लागल ढेर हुइल नैहो । हजारौँ थारु श्लोक मुखाग्र गइना लोकगायकसे अपने जानल लोककाव्य अभिन फेन अप्नही नैलिख्जाइठ । लोकभाषाप्रति पहिल अन्याय यहैंसे शुरु हुइठ । ओइनके उच्चारण करल वर्णविन्यासहे हम्रे
भाषिक मानकताक बखेरीक बौछार

भाषिक मानकताक बखेरीक बौछार

भाषा मानव समुदायक कथ्य ओ लेख्य अभिव्यक्तिक प्रतिमूर्ति हो । भाषा बोली वा वाणी हो, बोलीक् लाग आवाज, स्वर चाहठ कलसे, लिखक् लाग अर्थात लेख्य अभ्यासकलाग लिपि, ओ वर्ण चाहठ । लिपिक साहराले वर्ण बनठ, वर्णक साहराले शब्द (हिज्जे) बनठ । हिज्जेके
जाँर डारु बनाई डेउ: सर्वोच्च

जाँर डारु बनाई डेउ: सर्वोच्च

पहुरा समाचारदाताधनगढी, १३ कुवाँर । सर्वोच्च अदालतके हालेके एक फैसालासे घरैया जाँर लगैना, डारु बैठैना कामहे वैधता डेले बा । अदालतके न्यायधिश हरिकृष्ण कार्की ओ बमबहादुर श्रेष्ठके संयुक्त इजलाससे करल फैसालाके सरजे (पुरा) भागमे उ मेरके
विश्व सूचीकृत पोषाक लेहंगाक् कारोबारमे प्रविधि

विश्व सूचीकृत पोषाक लेहंगाक् कारोबारमे प्रविधि

लखन चौधरीधनगढी, ११ कुवाँर । आजकाल जौ फेन पेशाकर्मी, व्यवसायीहुकनके ढेब्रेम् झुुलल बाट रहठिन, ‘लकडाउन बर्बाद बनाडेहल । कारोबारे ठप्प होगिल । चौपट होगिल ।’ मने हमार समाजमे असिन व्यवसाय फेन बा, जौ सदावहार चल्टी बा । बरु, कोरोना महामारी
केआई सिंहके विर्तावाल ‘गुलयारी’ : किसान पैलै, गोलिक् निसानी

केआई सिंहके विर्तावाल ‘गुलयारी’ : किसान पैलै, गोलिक् निसानी

लखन चौधरीरामपुर (कैलाली), ८ कुवाँर । गुलयारी फँटुवा । मानववस्तीसे डुर, चारुओर गाझिन बनुवासे घेरल । बर्खामे धान ओ हेवट (हिउँद)मे गोहु, मसरीलगायत बालीसे छोपल । हरियर ओ शान्त बिल्गाइठ । मने गुलयारीक् शान्त स्वरुपभिट्टर कान ढारके ओनैलेसे
थारु महिलाः हस्तकलामे सिपार

थारु महिलाः हस्तकलामे सिपार

उन्नती चौधरीधनगढी, ३० भदौं । खेतीपातीके काम सेकल ओ कोरोना संक्रमण महामारी रोकथामके लाग लागू करल लकबन्दी÷निषेधाज्ञासे घरेम बैठे परल बेला थारु महिलाहुक्रे हरचाली अर्थात् फुर्सदके काम करटी हस्तकलाके सामान बनैटी रहल बटै । बठौनी
अनत्तर (अनन्त) ब्रत

अनत्तर (अनन्त) ब्रत

ढेर इतिहासकार ओ बिद्वानहुकनमे थारुबारे विबाद विल्गाइल बा । कतिपयसे थारुहुकनहे किराँत मानल बाटै कलेसे कोई द्रविड मूलके मन्ले बौ । कोई टे किराँत, कोई टे द्रविड कहलेसेफे ढेर इतिहासकार ओ विद्वानहुक्रे थारुहुकनहे अनार्य रहल बटैठै
‘अग्रासनके पोका संगे कोरोना नजाए’

‘अग्रासनके पोका संगे कोरोना नजाए’

पहुरा समाचारदाताधनगढी, ७ भदौ । ‘यी साल अग्रासन डेहे आई नैसकब । भुुलचुक गुना माफ करहो ।’ थारु कल्याणकारिणी सभा (थाकस) कैलालीके उपसभापति माधव थारु आपन डिडी ओ बहिनियाहे फोनमार्फत सन्देश पठैलै । कैलालीके गोदवारी नगरपालिका ८ फकलपुर घर
थारु समुदायमे आज ‘अष्टिम्की’

थारु समुदायमे आज ‘अष्टिम्की’

पहुरा समाचारदाता धनगढी, २७ सावन । हिन्दू धर्मवलम्वीहुक्रे टमान मठ मन्दिरमे पूजापाठ करके भगवान श्रीकृष्णके जन्मदिन मनैटी रहल बेला पश्चिम नेपालके थारु समुदाय भर आजसे अष्टिम्की टिहुवार मनैटी रहल बाटै । सुर्खेतसे पश्चिम कञ्चनपुर