पहुरा
१० फाल्गुन २०८०, बिहीबार
समान हैसित रहल, समान उद्देश्य रहल ओ एक्के ठाउँमे बैठना व्यक्तिहुक्रे रहल ठाउँहे समाज कहठै, मने हमार समाज विभेदसे भरल बा । जहाँ लैङिक विभेद बा । जातिय विभेद बा । भौगौलिक विभेद बा । वर्ग ओ धर्मके आधारमे विभेद बा । महिलाहे, डाइ, छाई, पटुहिया,