थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १४ बैशाख २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं १४ बैशाख २०८२, आईतवार ]
[ 27 Apr 2025, Sunday ]

सम्पादकीय

अर्थतन्त्र फे धरापमे

अर्थतन्त्र फे धरापमे

सरकारके पछिल्का निर्नयले नेपालके अर्थतन्त्र फे धरापमे परना अवस्ठा आइल बा । स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्रालयसे बुधके रोज विग्यप्टि जारि कैटि रात्रिकालीन व्यवसाय ओ रेस्टुरेन्ट रात ९ बजेपाछे बन्द कैना आग्रह करल बा । कोरोना संक्रमण
ढुरहेरिक् शुभकामना

ढुरहेरिक् शुभकामना

पहाडमे अटवारके ढुरहेरि मनागैलेसे फेन तराइ, मधेसमे सोमबारके ढुरहेरि मना जैटि बा । होरि, होलि शब्दके बेल्साइले ढुरहेरि मौलिक शब्द टे हेरैटि बा, इ टिउहार मनैना मौलिक टौरटरिका फे हेरैटि बा । ओसिन टे ढुरहेरिहे फाग खेल्ना फे कठ । पहिले
बह्रटि रहल कोरोना ओ हमार सतर्कता

बह्रटि रहल कोरोना ओ हमार सतर्कता

छिमेकि देश भारतमे कोरोना भाइरसके संक्रमण फेन डोस्रे फैलके सिमा नाका रहल डगर छिरके नेपालमे फेन असर परे सेक्ना जोखिम बा । इहे अवस्थाहे मध्यनजर कैकै स्थानीय प्रशासन कैलाली ओ कञ्चनपुरमे टमान प्रतिबन्धात्मक व्यवस्था लागू कैगैल बा ।
थारु साहित्य लेखनके लग खै पुरस्कार ?

थारु साहित्य लेखनके लग खै पुरस्कार ?

थारू लेखक संघ नेपाल ‘थारू साहित्य पुरस्कार’ के लग लेखकन्से २०७६/७७ सालमे छपल पोस्टाके आह्वान कर्ले बा । कार्यसमितिके बैठकसे इहे चैत २१ ओ २२ गते सुर्खेतमे हुइना पाँचौ राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलनमे स्रष्टाहे पुरस्कार डेजैना
कानुनमे नैरहल छुवाछुट व्यवहारमे काजे ?

कानुनमे नैरहल छुवाछुट व्यवहारमे काजे ?

कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिकाहे बैशाख महिनाभिट्टर छुवाछुट मुक्त गाउँपालिका बनैना घोषणा कैगिल बा । ५६ औ अन्तर्राष्ट्रिय जातीय विभेद उन्मुलन दिवसके अवसरमे आयोजित अन्तरक्रिया कार्यक्रममे ओसिन घोषणा करगिलक हो । कार्यक्रममे
थारु साहित्य ओ सामुहिक लिखाइ

थारु साहित्य ओ सामुहिक लिखाइ

पँचुवा थारु राष्ट्रिय साहित्य सम्मेलन अइना चैत २१ ओ २२ गटे सुर्खेतमे हुइ जैटि बा । थारु भासा, साहित्य, कला संस्कृति संरक्षण कैना उद्देश्यसे इ कार्यक्रम २०७३ सालसे दाङसे सुरु कैगैलक हो । दाङके पहिला कार्यक्रमसे थारु लेखक संघ गठन
हिम्मतपुरके हिम्मत कबसम ?

हिम्मतपुरके हिम्मत कबसम ?

अक्सर थारु समुदायके बसोबास छिमेकी डेस भारतसे सीमा जोरल नाकामे बा । सुगौल सन्धि यदि डुइ डेसहे नै छुट्याइट कलेसे नेपाल ओ भारतके थारुन्के बसोबास आउर फराक हुइने रहे । मने डसगजा डुनु डेसहे छुट्यइले बा । सीमामे रहल डुनु डेसके बासिन्दनके
लावा सरकार ओ रेशम चौधरीके रिहाइ प्रसंग

लावा सरकार ओ रेशम चौधरीके रिहाइ प्रसंग

जनता समाजवादी पार्टीसे प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली नेतृत्वके सरकारसे सत्ता गठबन्धन कैना अवस्थामे रेशम चौधरी रिहाइके मुख्य सर्त बनैले बा । इ समाचारले एक मेरिक तरंग आइल बा । चौधरी लगायत मधेस–थरुहट आन्दोलनके बन्दीके रिहाइ प्रमुख
थारुनके थर ओ जनगणनामे थारु पहिचान

थारुनके थर ओ जनगणनामे थारु पहिचान

थारु आयोगसे थारु जातिके थर सुचिकरण सम्बन्धि पहिल मस्यौदा सार्वजनिक हुइल बा । सुखके रोज काठमाडौंमे आयोजित एक कार्यक्रमके बिच डा. कृष्णराज सर्वहारीके नेतृत्वमे संकलन करल थारुनके थर सार्वजनिक हुइलक हो । त्रिभुवन विश्वविद्यालयके
थारु गीतके मौलिकता

थारु गीतके मौलिकता

आजकल थारुन्के भोजबियाह या कौनो कार्यक्रममे थारु गीत बज्ना क्रम बह्रल बा । इ फोहि लग्टिक बाट हो । ओस्टक संगीत क्षेत्रमे लागल सर्जकहुकन सम्मान फेन हुइ लागल बा, इ डोसर फोहि लग्टिक बाट हो । जस्टे कि चौठा राष्ट्रिय समावेशी म्युजिक अवार्डके