पहुरा समाचारदाताधनगढी, २ कार्तिक । हिन्दु परम्परा अनुसार डुटिया (जोन्ह्य) हेरलक दिन जेउँरा ढर्ना चलन रहल बा, मने थारु समुदायसे भर आज सकारे (डुटिया हेरलक डुसर दिन) जेउरा ढरटी रहल बाटै । थारुहुक्रे भर परम्परासे डुटिया हेरलक दुसर दिन
भाषा मानव समुदायक कथ्य ओ लेख्य अभिव्यक्तिक प्रतिमूर्ति हो । भाषा बोली वा वाणी हो, बोलीक् लाग आवाज, स्वर चाहठ कलसे, लिखक् लाग अर्थात लेख्य अभ्यासकलाग लिपि, ओ वर्ण चाहठ । लिपिक साहराले वर्ण बनठ, वर्णक साहराले शब्द (हिज्जे) बनठ । हिज्जेके
उन्नती चौधरीधनगढी, ३० भदौं । खेतीपातीके काम सेकल ओ कोरोना संक्रमण महामारी रोकथामके लाग लागू करल लकबन्दी÷निषेधाज्ञासे घरेम बैठे परल बेला थारु महिलाहुक्रे हरचाली अर्थात् फुर्सदके काम करटी हस्तकलाके सामान बनैटी रहल बटै । बठौनी
पहुरा समाचारदाताधनगढी, ७ भदौ । ‘यी साल अग्रासन डेहे आई नैसकब । भुुलचुक गुना माफ करहो ।’ थारु कल्याणकारिणी सभा (थाकस) कैलालीके उपसभापति माधव थारु आपन डिडी ओ बहिनियाहे फोनमार्फत सन्देश पठैलै । कैलालीके गोदवारी नगरपालिका ८ फकलपुर घर