थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०३ कुँवार २६४९, शुक्कर ]
[ वि.सं ३ आश्विन २०८२, शुक्रबार ]
[ 19 Sep 2025, Friday ]

विचार

भाषिक मानकताक बखेरीक बौछार

भाषिक मानकताक बखेरीक बौछार

भाषा मानव समुदायक कथ्य ओ लेख्य अभिव्यक्तिक प्रतिमूर्ति हो । भाषा बोली वा वाणी हो, बोलीक् लाग आवाज, स्वर चाहठ कलसे, लिखक् लाग अर्थात लेख्य अभ्यासकलाग लिपि, ओ वर्ण चाहठ । लिपिक साहराले वर्ण बनठ, वर्णक साहराले शब्द (हिज्जे) बनठ । हिज्जेके
बुद्ध थारु कि, थारु बुद्ध ?

बुद्ध थारु कि, थारु बुद्ध ?

हर बरस सेप्टेम्बर २१ के दिन, विश्वभर अन्तर्राष्ट्रिय शान्ति दिवस मनाजाइठ । शान्ति अपन भिट्टर रहठ, यिहि ख्वाज कहुँ डुर जाइक नैपरठ । डुन्याभर शान्तिक डगर हेर्लसे महा चाक्कर बिल्गट । आब्ब, बुद्ध दर्शनह डुन्याक सबसे मजा दर्शन फे कह डटल
कोरोना कहरमे मेलमिलाप अभियान

कोरोना कहरमे मेलमिलाप अभियान

कोभिड १९ अर्थात कोरोना भाईरसके कारण समग्र विश्व आक्रान्त बनल बा । चीनके बुहानसे सुरु हुइल यी महामारी हाल बिश्वक सक्कुहस मुलुकमे प्रवेश करसेकल बा । विश्व स्वास्थ्य संगठनके अनुसार सेप्टेम्वर १७, २०२० सममे विश्वभरमे कोरान संक्रमण
पीडादायी स्मृतिहरु…

पीडादायी स्मृतिहरु…

इन्दु थारुमेरा स्मृतिहरुबाट भाग्न म आफूलाई बलजफ्ती व्यस्त राख्ने असफल प्रयास गरिरहन्थे । त्यसबेला मेरा एक साथीले भनेका थिए ‘जब तपाई आफैंलाई ब्यस्त राख्नुहुन्छ, तपाई आफ्नो भावनाको नजिक हुनुहुन्न, तर तपाईको जीवनमा ती स्मरणहरुले
संविधान निर्माण प्रक्रिया थारु विरोधी

संविधान निर्माण प्रक्रिया थारु विरोधी

नेपाल सरकार बैधानिक कानून २००४ जेम्ने ६८ धारामे लिपिवद्ध बा । उ पहिल कहल संविधानके मौलिक हकमे मुलुक भर अनिवार्य निःशुल्क प्रारम्भिक शिक्षा पैना हक, उमेर पुगल ओरसे भोट डारे पैना बाहेक जनपक्षीय कुछ नइहो । खाली राजा महाराजाहुकनके
थारु भासा विकासके यात्रा

थारु भासा विकासके यात्रा

थारु भाषा मे कलम चलावे वलाना के जतन्या कमी छै वकर से बेसी छपावे वलाना (प्रकाशक) के कमी छै । लेख रचना, कथा कविता, गीत गोदहन, समाजिक संस्कार, रितिरिवाज, आलोचना, समालोचना, विचार विमर्श, बाल कथा, साहित्य, हाँस्यव्यग्य (हसनीखिजनी), उखाम, नाटक,
थारु मानक भाषा बहससे सिखाई

थारु मानक भाषा बहससे सिखाई

थारु मानक भाषम् अब्बे बहस जारी बा । बहस पहिलेहीं हुइना रहे, मने बहुट डिन पाछे हुइटा । पाछे हुइलेसे फे यी बहुट मजा बात हो । मै कौनो भाषा बिशेषज्ञ नाइहुँ, टबु फे भासा बहस मिहिन घिंरह्याडारल । पर्हना, लिख्ना, छलफलमे भाग लेना बानिक कारणफे
बाल दिवस ओ कोभिड–१९ के प्रभाव

बाल दिवस ओ कोभिड–१९ के प्रभाव

बाल दिवस एक अइसिन दिन हो जहाँ लर्कनके अधिकार ओ शिक्षाहे बढावा डेहठ । विश्व बाल दिवस सर्वप्रथम सन् १९५४ मे अन्तर्राष्ट्रिय बाल दिवसके रुपमे स्थापना हुइल ओ हरेक बरसके २० नोभेम्बरमे अन्तर्राष्ट्रिय एकता, विश्वभरके बालबालिकाहुकनमे
थारु बोलि भाषा काजे संकटम पर्टि बा ?

थारु बोलि भाषा काजे संकटम पर्टि बा ?

“पाह्रा पण्डित कौनो काम, मर्बो कोड्रा ढान्ढान”, अघट्यक पुर्खनक कहकुट अब्ब सुन्बो ट महा अन्ख्वाहर लागट । साइड ओहमार हुइ, हमार पुर्खन एकडिन फे पाठशालाक मुह नैडेख्ल । पह्र नैजैटिकि गबुझ रठ कना बाटम मै विश्वास नैकर्ठु । पह्रना कलक गुन
कोरोनाकहर ओ नेपाली चेत

कोरोनाकहर ओ नेपाली चेत

चीनके बुहानमे डिसेम्बर, २०१९ मे पहिचान करल नोवल कोरोना भाइरस सुरुमे चीनके बुहानमे जैटी रहल अर्थतन्त्रके ढाड सेक्न अचुक अस्त्रके रुपमे लेहल पश्चिमाहुक्रे । कोरोना भाइरस, नेपालमे कुछ समय रमाइलो जोक्स बनल । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड